6 साल की बच्ची ने 9 मिनट में दिखाया अनोखा टैलेंट, गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज

मध्य प्रदेश न्यूज: इंदौर की छह साल की जियाना शाह ने अपने अनोखे टैलेंट के दम पर रेकॉर्ड बुक्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है। जियाना ने 9 मिनट 31 सेकंड में 195 देशों के बाके में सात खास जानकारियां देकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड, वर्ल्ड बुक ऑफ रेकॉर्ड और ओएमजी बुक ऑफ रेकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है।

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जियाना ने महज नौ मिनिट और 31 सेकंड में 195 देशों के राष्ट्रीय ध्वज और उन राष्ट्रों से जुड़ी सात महत्वपूर्ण जानकारियों को बताकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा लिया है। यह करिश्मा करने वाली जियाना अभी पहली कक्षा में पढ़ रही हैं और इस रिकॉर्ड के लिए वे कई महीने से तैयारी कर रही थीं।

इंदौर की जियाना ने महज नौ मिनिट और 31 सेकंड में 195 देशों के राष्ट्रीय ध्वज और उन राष्ट्रों से जुड़ी सात महत्वपूर्ण जानकारियों को बताकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा लिया है।

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डेली कॉलेज की पहली कक्षा की छात्रा इंदौर की जियाना शाह ने वर्ल्ड रिकॉर्ड शनिवार को बनाया है जिसे ऑनलाइन सेशन के माध्यम से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम के साथ 40 स्कूलों के स्टूडेंट्स ने भी अपने-अपने स्कूलों की मदद से यूट्यूब चैनल पर देखा।

जियाना ने ऑनलाइन सेशन में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम के सवालों के जवाब भी दिए। जियाना ने नौ मिनिट 31 सेकंड और 82 मिली सेकंड में 195 देशों के फ्लेग ही नहीं उनके महाद्वीप, राजधानी, करेंसी, भाषा, टूरिज्म स्पॉट तथा लैंडमार्कों के बारे में सही-सही बताया।

पूर्व रिकॉर्ड आठ साल की बच्ची का था

छह साल की जियाना ने जो रिकॉर्ड बनाया है, वह उसके पहले आठ साल की बच्ची के नाम था। वह छात्रा भी भारत की ही थी। उसने यह रिकॉर्ड 13 मिनिट में देशों के बारे छह जानकारियां देकर बनाया था।

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जियाना ने 195 देशों की सात जानकारियों को उससे करीब साढ़े तीन मिनिट कम समय में देकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड, वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड और ओएमजी बुक ऑफ रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

माता-पिता ने भी तैयारी में की मदद

जियाना के पिता मयंक शाह बताते हैं कि रिकॉर्ड्स बनाने की तैयारी में उनकी पत्नी व उऩ्होंने भी मदद की। मां डॉक्टर नीतू शाह ने बताया कि जियाना को शुरू से ही इस दिशा में रूचि रही। हमें जब महसूस हुआ कि इस तरह की बातों में जियाना की दिलचस्पी रहती है तो उसके बारे में उसे जानकारी देना शुरू किया। शुरआत में जरूर हमें तीन-तीन घंटे उसे अध्ययन कराना पड़ा लेकिन समय के साथ उसे याद होने लगा।

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