PM मोदी ने छत्तीसगढ़ के पहले माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला का किया शुभारंभ, पढ़ें पूरी खबर

Microbiology Laboratory of CG: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकोट से राजधानी रायपुर के कालीबाड़ी में स्थित छत्तीसगढ़ के पहले माइक्रोबायोलॉजी खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक ही समय में देश के विभिन्न शहरों में कई लोकार्पण और शिलान्यास कर नई परंपरा की शुरुआत की। PM मोदी ने कहा कि ऐसे ही तेज गति से कार्य कर विकसित भारत का संकल्प पूरा होगा। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा कि छत्तीसगढ़ शासन मोदी की गारंटी को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है। हम प्रत्येक नागरिक को शुद्ध, गुणवत्तापूर्ण सुरक्षित और पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य की संकल्पना पूरी हो सके इसके लिए यह लैब खाद्य सुरक्षा के लिए एक कवच का काम करेगी। कार्यक्रम में विधायक रायपुर ग्रामीण मोतीलाल साहू, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य रेणु जी. पिल्ले, नियंत्रक खाद्य और औषधि प्रशासन दीपक सोनी, एमडी एनएचएम डॉ. जगदीश सोनकर, आयुक्त नगर निगम अबिनाश मिश्रा, उप सचिव भारत सरकार पुलकेश, एफएसएसएआई के अधिकारी शरद राव और बड़ी संख्या में कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे। दिसंबर 2006 से कालीबाड़ी रायपुर स्थित नवीन भवन में खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला का संचालन किया जा रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा माइक्रोबायोलॉजी खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला की सौगात दी गई। (Microbiology Laboratory of CG)

यह प्रयोगशाला खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण नई दिल्ली की अतिरिक्त वित्तीय सहायता 4 करोड़ 33 लाख रूपए से तैयार की गई है। यह प्रदेश की प्रथम खाद्य माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला है। खाद्य पदार्थों और पेयजल को हानिकारक सूक्ष्म-जीवाणुओं द्वारा दूषित कर दिया जाता है, जिससे जन-सामान्य को कई तरह की बीमारियां होने की संभावना रहती है। खाद्य जनित बीमारियॉ जैसे उल्टी, डायरिया, टाइफाइड, बुखार, हैजा, त्वचा संबंधित बीमारियां होती है। पूर्व में प्रयोगशाला में रासायनिक परीक्षण, हैवी मैटल, पेस्टीसाइड, विटामिन्स की परीक्षण होती थी, लेकिन माइक्रोबायोलॉजिकल मानकों की जांच नहीं होती थी। अब आधुनिक मशीनों से सुसज्जित माइक्रोबायोलॉजी प्रयोगशाला प्रारंभ होने से खाद्य पदार्थों को दूषित करने वाले बैक्टीरिया, फंगस, यीस्ट और मोल्ड की जांच हो सकेगी। (Microbiology Laboratory of CG)

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