PM मोदी का विपक्ष पर तीखा प्रहार, कहा- INDIA नाम रख लेने से कोई इंडिया नहीं होता…

PM Modi on Opposition: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BJP संसदीय दल की बैठक ली, जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A को लेकर तीखा प्रहार किया है। PM मोदी ने कहा कि सत्ता चाहने वाले और देश को तोड़ने वाले ईस्ट इंडिया कंपनी और इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे नाम रख रहे हैं। इनमें भी इंडिया आता है। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) में भी इंडिया नाम आता है, लेकिन लोग इससे गुमराह नहीं होंगे। INDIA नाम रख लेने से इंडिया नहीं हो जाता है। विपक्ष ने विपक्ष में ही रहने का मन बना लिया है। 

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PM मोदी के बयान पर राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐतराज जताया है। उन्होंने कहा कि हम मणिपुर की बात कर रहे हैं और प्रधानमंत्री इंडिया की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से कर रहे। अरे, आप मणिपुर पर बात करिए ना। बता दें कि विपक्षी दलों ने भी मंगलवार सुबह रणनीति बनाने के लिए बैठक की थी। जानकारी के मुताबिक विपक्ष सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है। (PM Modi on Opposition)

राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मणिपुर में बच्चियों का रेप हो रहा है। वो हिंसा की आग में जल रहा है। हम मणिपुर की बात कर रहे हैं और PM मोदी INDIA की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से कर रहे हैं।  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इसे लेकर  ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि- आप हमें जो चाहें बुलाएं, मिस्टर मोदी। हम INDIA हैं। हम मणिपुर के जख्मों पर मरहम लगाने में मदद करेंगे। हर महिला और बच्चे के आंसू पोंछेंगे। उसके लोगों के लिए प्यार और शांति वापस लाएंगे। हम मणिपुर में भारत के विचार को दोबारा बनाएंगे। (PM Modi on Opposition)

संवेदनशील हैं तो तुरंत चर्चा शुरू करिए: पीयूष गोयल 

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने खड़गे को जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि मणिपुर के साथ-साथ राजस्थान, छत्तीसगढ़ और बंगाल में जो हो रहा है, उस पर भी चर्चा होनी चाहिए। आप महिलाओं के लिए संवेदनशील नहीं है। अगर होते तो चर्चा शुरू होती। सदन की कार्यवाही को बाधित नहीं करते। पूरा देश देख रहा है कि आप देश के भविष्य को खराब कर रहे हैं। अगर संवेदनशील हैं तो चर्चा तुरंत शुरू कीजिए। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि सदन के मानसून सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया के सामने खुद कहा कि मणिपुर की घटना से सबका सिर शर्म से झुक गया है। तो उन्हें इसी बात को लोकसभा और राज्यसभा के समक्ष बोलने में क्या संकोच है? (PM Modi on Opposition)

लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैंने दोनों सदनों में विपक्ष के नेताओं को लिखा है कि सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है और उनसे इस संवेदनशील मामले पर चर्चा के लिए अनुकूल माहौल बनाने का आग्रह किया है। कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच और उनकी नीयत क्या है उन्होंने अपने बयान से बता दिया है। उनको I.N.D.I.A, उसके गठबंधन, विपक्ष और उनके लोगों से डर है। उनको मणिपुर की नहीं बल्कि अपनी सत्ता की चिंता है। उनको मणिपुर पर बोलना चाहिए लेकिन बोल I.N.D.I.A पर रहे हैं। (PM Modi on Opposition)

इधर, राज्यसभा ने संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (पांचवां संशोधन) विधेयक, 2022 पारित किया। इसके बाद सदन 26 जुलाई तक के लिए स्थगित किया गया। बता दें कि चौथे दिन मणिपुर मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ।  सांसदों ने सदन में नारेबाजी की और अध्यक्ष की आसंदी के पास पहुंचकर इंडिया फॉर मणिपुर के पोस्टर दिखाए। इसके बाद लोकसभा दोबारा 5 बजे तक के लिए स्थगित की गई। राज्यसभा में भी ऐसे हालात रहे। कार्यवाही पहले 12 बजे और फिर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।  तीसरी बार नारेबाजी के बीच शुरू हुई। इसके बाद कार्यवाही दो घंटे से ज्यादा समय तक चली। फिर स्थगित कर दी गई।  (PM Modi on Opposition)

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