Trending

छत्तीसगढ़ ख़बर : दिव्यांग संतोष साहू मछली बेचकर बने आत्मनिर्भर, यह कैसे हुआ संभव, पढ़ें पूरी खबर

बलौदाबाजार न्यूज़ : शासन प्रशासन की ओर से आम जनता को आत्मनिर्भर बनाने के लिए समय समय पर नई नई योजनायें लाई जाती हैं। इसी कड़ी में बलौदाबाज़ार जिला प्रशासन के समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजना सहायक उपकरण प्रदाय के तहत दिव्यांग जनों की सहायता हेतु उन्हें सहायक उपकरण प्रदान किया जाता है। इसके अंतर्गत 80 प्रतिशत या इससे अधिक दिव्यांगता वाले व्यक्तियों को बैटरी चलित ट्राय सायकिल प्रदान की जाती है।

यह भी पढ़ें : श्राद्ध (पितर) पक्ष : श्राद्ध पक्ष पर किस बात का रखें ध्यान, वह 24 बातें जो आप जानना चाहते हैं…पढ़ें पूरी खबर

जिलें के कसडोल विकासखंड के अंतर्गत ग्राम हसुवा निवासी 35 वर्षीय दिव्यांग संतोष साहू ने बैटरी ट्राई साइकिल की मदद से गांव गांव मछली बेचकर आर्थिक रूप से सशक्त होकर मिसाल पेश की है। उन्होंने बैटरी चलित ट्राई साइकिल के सहयोग हेतु सरकार के प्रति आभार व्यक्त हुए बताया कि वह पहले गांव में ही रहकर मछली बेचने का व्यापार करते थे। गांव में सीमित संख्या में ही ग्राहक मिल पाता था जिससे व्यवसाय में वृद्धि नही हो पा रहा था। मैंने आसपास गांव के बाजार में जाकर मछ्ली बेचना चाहा, पर उस समय मेरे पास हाथ वाली ट्राय- सायकिल था जिसमें मुझें बहुत मेहनत एवं समय अधिक लगता था।

यह भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ न्यूज : गुपचुप व चाट बेचकर खुद के पैरों में खड़ी बसंती साहू, पढ़ें पूरी ख़बर

उन्होंने कहा, अब बैटरी ट्राई साइकिल से मेरी आवागमन की दिक्कतों के साथ ही दूसरों पर निर्भरता खत्म हो गई है। बैटरी ट्राय सायकिल से समय मे भी बचत होती है। उन्होंने आगें बताया की अभी कुछ दिनों पूर्व मैं बलौदाबाजार शहर मे रहकर अपनें व्यापार को विस्तार करनें में लगा हूं। मैं यहां रहकर पास के गांव रवान में मछली बेचने का कार्य कर रहा हूं। मुझे इससे करीब महीनें भर में 10 से 12 हज़ार रुपए की शुद्ध आमदनी हो जाती है।

गौरतलब है संतोष साहू की तरह ही क्षेत्र के कई दिव्यांगजन सहायक उपकरणों मदद से अपनी शारीरिक कमियों को दूर कर अपनी क्षमताओं को निखार रहे है। साथ ही काम धन्धे, स्वरोजगार अपनाकर सक्षम होकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रहे है।

(दिव्यांग संतोष साहू)

Related Articles

Back to top button