छत्तीसगढ़ में 1 अप्रैल से बिजली की नई दरें होगी लागू, जनसुनवाई के बाद लिया जाएगा फैसला

Electricity Rate in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रिसिटी की नई दर तय करने में बिजली नियामक आयोग को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके लिए आयोग ने इसी महीने 21 और 22 फरवरी को जनसुनवाई करने का फैसला लिया है, जिसके मुताबिक 21 फरवरी को कृषि, घरेलू और गैर घरेलू वर्ग के उपभोक्ताओं को सुना जाएगा। जबकि 22 फरवरी को उच्च दाब, निम्न दाब और नगर निगम, निकाय ट्रेड यूनियन वर्ग के उपभोक्ताओं को अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा। बता दें कि प्रदेश में एक अप्रैल से बिजली की नई दरें लागू होनी है। इसके लिए बिजली वितरण कंपनी ने आयोग के पास पिटिशन दाखिल की थी, जिस पर आयोग ने सुनवाई बुलाई है।

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छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस लिहाज से बिजली की दर में बढ़ोतरी के आसार कम है। वहीं दूसरी ओर वितरण कंपनी की ओर से दी गई पिटिशन में कंपनी ने खुद को नुकसान में बताया है। इस लिहाज से नुकसान को कम करने के लिए बिजली की दरें बढ़ाना जरुरी है। जानकारी के मुताबिक बिजली की मौजूदा टैरिफ से इस साल भी बिजली कंपनी को लगभग 3 हजार करोड़ रुपए का फायदा होने जा रहा है, लेकिन इस फायदे से पिछले साल के घाटे को कम करने के बाद अब भी बिजली कंपनी लगभग 3000 करोड़ रुपए के घाटे में रहेंगे। (Electricity Rate in Chhattisgarh)

21 और 22 फरवरी को जनसुनवाई करने का फैसला

याचिका को लेकर नियामक आयोग ने लोगों से सुझाव मांगा था और अब उनके परीक्षण के लिए 21 और 22 फरवरी को जनसुनवाई करने का फैसला लिया है। नियामक आयोग सुनवाई के बाद बिजली की नई दरों को लेकर फैसला लेगा। बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीते कुछ महीनों से बिजली बिल ज्यादा आ रहे हैं, जिसे लेकर उपभोक्ताओं ने नाराजगी जताई है। साथ ही विपक्ष भी सरकार को आड़े हाथों ले रहा है। BJP नेता बार-बार सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रहे हैं। BJP नेताओं का कहना है कि कांग्रेस बिजली बिल हाफ का वादा कर सत्ता में आई। इसके बाद दामों में इजाफा कर दिया, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। (Electricity Rate in Chhattisgarh)

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