इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए अब जरुरी नहीं मैथ्स और फिजिक्स, बायो वाले भी ले सकेंगे एडमिशन

रायपुर। छत्तीसगढ़

कॉलेज में इंजीनियरिंग करने का सपना देखने वाले बच्चों को 12वीं में गणित विषय लेकर पढ़ाई करनी पड़ती है। पर अब गणित के बगैर भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई की जा सकेगी। इंजीनियरिंग के लिए गणित की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अब बायो पढ़ने वाले स्टूडेंट्स भी इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकेंगे।

अभी तक इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए गणित और भौतिक विज्ञान विषय की पढ़ाई जरूरी होती थी। इस कॉलेज सत्र से गणित और फिजिक्स को इंजीनियरिंग के लिए अनिवार्य विषय में शामिल नहीं किया गया है। विकल्प के तौर पर स्टूडेंट्स भले ही इस विषय को चुन सकते हैं।

अफसरों का कहना है कि इंजीनियर की पढ़ाई के लिए प्रवेश को लेकर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने नया नियम लागू किया है। जिसके तहत इस साल प्रवेश उसी नए नियम से किया जा रहा है। उम्मीद की जा रहा है कि इन नए नियमों से स्टूडेंट का इंजीनियरिंग के प्रति रुझान बढ़ेगा।

इंजीनियरिंग कॉलेजों में नहीं आ रहे छात्र
मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन कम हुए हैं। माना जा रहा है कि पिछले कुछ समय से स्टूडेंट का इंजीनियरिंग के प्रति रुझान कम हो रहा है। जिससे कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में सैकड़ों सीटें खाली वह जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि इस नए नियम के आने से कॉलेजों में स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ेगी।

ये विषय होंगे जरुरी
इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए 14 विषय में से कोई तीन जरुरी रह गए हैं। पहले गणित और फिजिक्स जरुरी विषय थे। शेष 12 विषयों में से कोई एक विषय जरुरी था। अब 14 विषय जिनमें फिजिक्स, गणित, रसायन, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रॉनिक्स, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, बायोलॉजी, इन्फोर्मेटिक प्रैक्टिस, जैव प्रौद्योगिकी, तकनिकी व्यावसायिक विषय, एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, बिजनेस स्टडीज, में से कोई तीन विषय के साथ 12वीं की परीक्षा पास वाले इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश ले सकेंगे।

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