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राशिफल शनिवार 6 नवम्बर 2021 : सुखी जीवन के लिए करें यह उपाय, क्या कहती हैं आपकी राशि, जानें अपना राशिफल

राशिफल शनिवार 6 नवम्बर 2021 एवं सुखी जीवन के उपाय : दान, मन्त्र, वर्जित भोजन (उपाय, मन्त्र  हिन्दू एवं जैन धर्म) 06 नवम्बर 2021, कार्तिक शुक्ल पक्ष, वैदिक मास-उर्जा, हेमंत ऋतु, दक्षिणायन सूर्य। दिन- शनिवार। तिथि- द्वितीया। चन्द्र राशी – वृश्चिक। व्रत/ पर्व- यम द्वितीया, भाई दूज,चित्रगुप्त पूजा। पंचक-नहीं, भद्रा – नहीं। मूल—23:44 से प्रारंभ। प्राकृतिक प्रकोप योग – मंगल एवं शुक्र, गुरु की स्थिति के कारण विगत 05 वर्षों की तुलना में आगामी मार्च तक शीत/ठण्ड (अधिकता) प्रकोप (रोग), एवं जनधन की हानि के योग बनेगे।

भविष्य-11सितम्बर से मध्य नवम्बर तक  – “अ” “ल” “र” “क’ “स” “ग” अक्षर से प्रारंभ व्यक्ति, वस्तु, स्थान, संस्थान, प्रदेश, देश के लिए उत्तरोत्तर-व्यस्तता, यात्रा, असुविधा, व्यय, कष्ट, आकस्मिक विपदा पूर्ण रहेगा।

मंगल ग्रह प्रभाव -31 अक्टूबर को मंगल ग्रह स्वाति  नक्षत्र में प्रवेश करेगा  -अग्नि,विस्फोटक, प्रयोग एवं दर्घटना  में वृद्धि प्रभाव  होंगे। तेल एवं ज्वलनशील, केमिकल तथा पेट्रोल की कीमते मार्च अंत तक वृद्धि योग नहीं वरन कम ही होंगी।

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राशिफल शनिवार 6 नवम्बर 2021

मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

यह चिन्तापूर्ण समय है अत: किसी शुभ समाचार की आशा व्यर्थ होगी। आर्थिक दृष्टि से भी यह काल चुनोतीपूर्ण है। आपको धन वसूली में कठिनाई आ सकती है। लाभप्रद व अच्छे कार्यों को बन्द करने की भी संभावना है। अपने वरिष्ठ व उच्चाधिकारी से कार्यालय में मधुर सम्बन्ध रखें। स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की भी आवश्यकता है। पाचन तंत्र या श्वसन तंत्र में समस्या हो सकती है। कार्य मन के अनुकूल नही होने से तनाव, विवाद संभव है। Try to avoid  -“यात्रा, व्यय, विवाद, जोखिम के कार्य एवं मीटिंग, परामर्श लंबित/स्थगित रखिए या अतिरिक्त सूझबूझ से समय निकालिए। विशेष- यात्रा. वार्ता, परामर्श देने, नए कार्य या दायित्व निर्वाह में अतिरिक्त सावधानी उपयोगी होगी।

वृष राशि (Taurus) – ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो.

सकारात्मक परिवर्तन होंगे। यह समय सुख सुविधा का है। कार्यों में सफलता का योग है। आर्थिक दृष्टि से यह समय आपके लिए शुभ है। आपको शेयर, जोखिम के कार्य में (अपने कार्य में) लाभ हो सकता है। यह समय आगे बढ़ कर लक्ष्य को पकड़ लेने का है। आप सफल हो सकते हैं। यह समय आपके लिए आपके हिस्से की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो सकता है। आप नीरोग काया का आनन्द उठाएँगे।

मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, घ, ड, छ, के, को, ह.

यह समय आगे बढ़ कर लक्ष्य को पकड़ लेने का है। आप सफल हो सकते हैं। यह समय आपके लिए आपके हिस्से की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो सकता है। आप शत्रुओं पर विजय पाएँगे। नए मित्र भी बनाएँगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और आप नीरोग काया का आनन्द उठाएँगे। कुल मिलाकर इस अवधि में आप प्रसन्न रहेंगे। विशेष रुप से महिला मित्रो से सुख मिलेगा। उदर कष्ट संभव है। विशेष- यात्रा. वार्ता,परामर्श देने,नए कार्य या दायित्व निर्वाह में अतिरिक्त सावधानी उपयोगी होगी |

कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

कुछ मिले जुले नकारात्मक (विरोधी) परिणाम आते हैं। आपको अपने द्वारा ली गई जिम्मेदारी निर्वाह मे कठिनाई आएगी। चन्द्रमा के इस परागोचर की गति बाधाओं की सूचक है। व्यापारी मे जो भी लाभप्रद लेन-देन, सम्पन्न करने में कुछ कठिनाइयाँ आ सकती हैं। यात्रा कष्ट एवं बाधा है। अपने कार्य इच्छानुसार पूरे न कर पाने के कारण आप मानसिक रुप से अशांत रहेंगे। कार्य स्थल पर मित्रों को मनचाही सराहना मिलेगी और इस सबसे आप को अवसाद एवं मन त्रस्त होगा। धन व्यय करने पर नियंत्रण रखें।विशेष- यात्रा. वार्ता,परामर्श देने,नए कार्य या दायित्व निर्वाह में अतिरिक्त सावधानी उपयोगी होगी |

सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

चन्द्रमा की यह गति लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शाती है। इस विशेष समय आपको यश, ख्याति देने हेतु तत्पर हैं। प्रयास के प्रणाम पक्ष मे आएंगे। यह दिन धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपको अति उत्तम भोजन, वस्त्र व महिला मित्रों से प्रसन्नता प्राप्त होगी। सम्पर्क का लाभ मिल सकता है। आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति व सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। विशेष- महिला वर्ग के लिए विघ्नप्रद दिन होगा।विशेष- यात्रा. वार्ता,परामर्श देने,नए कार्य या दायित्व निर्वाह में अतिरिक्त सावधानी उपयोगी होगी |

कन्या राशि (Virgo) – टो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो.

चन्द्रमा की यह गति लक्ष्यों की प्राप्ति व प्रयासों में सफलता दर्शाती है। इस विशेष समय आपको यश, ख्याति देने हेतु तत्पर हैं। प्रयास के प्रणाम पक्ष मे आएंगे। यह दिन  धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपको अति उत्तम भोजन, वस्त्र व महिला मित्रों से प्रसन्नता प्राप्त होगी। सम्पर्क का लाभ मिल सकता है। आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति व सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। विशेष- महिला वर्ग के लिए विघ्नप्रद दिन होगा।विशेष- यात्रा. वार्ता,परामर्श देने,नए कार्य या दायित्व निर्वाह में अतिरिक्त सावधानी उपयोगी होगी |

तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.

यह दिन व्यय या धन की हानि दर्शाता है। आज यदि आप विवाद में भी पड़ें तो वह व्यर्थ में झगड़े का रुप ले सकता है। आपके सम्मान के लिए ये अत्यंत नाजुक दौर है। अपना सम्मान व प्रतिष्ठा बचाए रखें क्योंकि तनिक सी भी असावधानी इन्हें ठेस पहुँचा सकती है। कार्य, व्यापार या कार्यालय में बाधाएं आ सकती हैं। विश्वास रखें, परिश्रम का फल अवश्य मिलेगा। परिवार सुख मे कमी होगी।

वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.

सफलता,सौभाग्य, सुख व  सम्मान इस दिन की विशेषता है। यह समय आपके व आपके परिवार के लिए रोगों से मुक्त रहने का है। जीवन में शान्ति का मनोभाव आपको संतोष प्रदान करेगा। अपनी ही भावनाओं के प्रति आवश्यकता से अधिक संवेदनशील न बन जाएं। आर्थिक रुप से भी यह एक अच्छा समय है। दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी के प्रेम में वृद्धि की आशा कर सकते हैं।

धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, भ, भी, भू, ध, फ, ढ, भे.

आर्थिक दृष्टि से यह समय कठिनाइयों से परिपूर्ण है। खर्चे बढ़ेंगे। अपनी धन सम्पदा का ध्यान रखें। अपव्यय से बचें। अपने द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रति विशेष सचेत रहें क्योंकि संभव है आपको मनवांछित फल न मिले। स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। इस काल में आँखों में कोई संक्रमण हो सकता है विशेष ध्यान रखें। मानसिक रुप से आप व्यथा व बैचेनी अनुभव कर सकते हैं। आप अकर्मण्यता अथवा ईर्ष्या की भावना से भी त्रस्त हो सकते हैं। घर पर भी सावधान रहें।

मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी.

यह अच्छा दिन व्यतीत होगा। इच्छापूर्त्ति, लक्ष्यप्राप्ति तथा सांसारिक व भौतिक सुख प्राप्त करने का योग है। यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है। यह समय आपके कार्यस्थल के लिए भी शुभ है। आप सम्मान, पदोन्नति एवम् प्रशंसा की आशा कर सकते हैं। आप सत्ता में अधिकारी के पद का सुख उपभोग  कर सकते है।

कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.

यह समय आपको अधिक धन उपार्जन व सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा। कृषि उपज का लाभ सामान्य से अधिक होग। आपको अटकी हुई धनराशि भी प्राप्त हो सकती है। व्यक्तिगत रुप से यह समय आपको प्रसन्नता, सुख व विपरीत लिंग वाले व्यक्तियों के साथ आनन्ददायक है। आप मानसिक रुप से प्रसन्न व शान्तचित्त रहेंगे।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची.

यह दिन चिंता एवं व्यय की आशंका का सूचक है। आपको अपने व्यापार मे परिश्रम अतिरिक्त करना होगा। पेट की गड़बड़ अथवा छाती का कष्ट हो सकता है अत: स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। अनिद्रा की बीमारी भी हो सकती है। मानसिक रुप से आप थकान महसूस कर सकते हैं। यह सब कुछ होते हुए भी इस अवधि में कुछ सुखद संतुष्टि एवं आध्यत्मिक आलोकमय भी है। आपको समाज में प्रसिद्धि भी मिलने की संभावना है। विघ्न, बाधा, दुर्भाग्य आपकी योग्यता ज्ञान एवं अनुभव को चुनोती दे सकता। घर व धन सम्बन्धी कठिनाइयाँ झेलनी पड़ सकती है।

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आज के वैदिक उपाय

  •  वैदिक मन्त्र : ॐ नमो मित्रस्यवरुणस्य चक्षसे महो देवाय तदृत गवं सपर्यत दूरंदृशे देव जाताय केतवे दिवस्पुत्राय सूर्योयश गवं सत। ॐ मित्राय नम:।
  •  पौराणिक मंत्र
    मित्रं पद्मासनारूढं अनुराधेश्वरं भजे l
    शूलां कुशलसद्भाहुं युग्मंशोणितवर्णकम् ll
  •  नक्षत्र देवता मंत्र : ॐ मित्राय नमः l
  •  नक्षत्र मंत्र : ॐ अनुराधाभ्यो नम:||शूलां कुशलसद्भाहुं युग्मंशोणितवर्णकम् ll
  •  तिथि उपाय – छोटा बैंगन  खाना , तेल लगाना वर्जित है। घी भोजन में शामिल करे।
  •  कार्य के पूर्व – ब्रह्मा की पूजा। ब्रह्मचारी ब्राह्मण को भोजन, विद्या में सफलता मिलती है।
    ब्रह्म देव का बीज मंत्र। ॐ खं कं। ओम् चतुर्मुखाय विद्मिहे कमण्डलुधाराय धीमहि। तन्नो: ब्रह्म: प्रचोदयात।
  •  दिन दोष उपाय : सुख, सौभाग्य वृद्धिके लिए–स्नान जल मे काले तिलमिला कर स्नान करे। पीपल वृक्ष की जड़ के समीप तिल तैल का दीपक लगाए। दीपक वर्तिका लाल, नारंगी या अनेक रंग की हो (श्वेत नहीं) |दीपक की बत्ती की दिशा उत्तर श्रेष्ठ, पूर्व दिशा उत्तम। शमी वृक्ष पर जल अर्पण करे। पीपल वृक्ष में मिश्री मिश्रित दूध से अर्घ्य देने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। पीपल के नीचे सायंकालीन समय में एक चतुर्मुख दीपक अर्पण।
  •  मन्त्र : ॐपिप्पलाद ,गादि च कौशिक ऋषये नमः। विष्णवे नम: हनुमतेनम:। सर्ववांछाम पूरय पूरय च सर्व सिद्धिम देहि में नम:।
  •  दान : उड़द ,तिल, काला, वस्त्र, नीले पुष्प, लोभान का दान करे।
  •  दान किसे दे : काली गाय, वृद्ध, सेवक को दे सकते है।
  •  घर से प्रस्थान पूर्व खाएं : तिल,भात, उड़द, अदरख मे से कोई या सभी पदार्थ उपयोग करना चाहिए। जिन का शनि ठीक न हो वे उड़द प्रयोग न करे।

जैन धर्म मंत्र-
णमो लोए सव्वसाहूणं। ॐ सूर्य पुत्राय विद्महे, मृत्यु रुपाय धीमहि, तन्नो सौरिः प्रचोदयात्॥ आपो ज्योति रस अमृतम। परो रजसे सावादोंम।
राहु : ॐ नाकध्वजाय विद्महे पद्महस्ताय धीमहि तन्नो राहुः प्रचोदयात् ॥
सूर्यपुत्रो दीर्घदेहा विशालाक्ष:शिवप्रिय:। मन्दचार: प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनि:।।
(हे सूर्य के पुत्रदीर्घ देह विशाल नेत्रोंमंद गति से चलने वाले, भगवान् शिव के प्रिय तथा प्रसन्न आत्मा शनि मेरी पीड़ा को दूर करें।)

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