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राशिफल शनिवार 9 अक्टूबर 2021 : सुखी जीवन के लिए करें यह उपाय, क्या कहती हैं आपकी राशि, जानें अपना राशिफल

आज का राशिफल एवं सुखी जीवन के उपाय : 9 अक्टूबर 2021, दिन-शनिवार। तिथि-तृतीया उपरांत चतुर्थी तिथि। नक्षत्र –विशाखा चन्द्र राशी –तुला 11:22 से वृश्चिक राशी। व्रत – सिंदूर तृतीया ,गणेश चतुर्थी व्रत, नवदुर्गा -आज चतुर्थ अध्याय का पाठ। कार्य सिद्ध सफल योग – 16:50-तक। मूल-नहीं। बुध तुला में –अक्टूबर तक।

आज का राशिफल (9 अक्टूबर 2021)

मेष राशि (Aries )-चू,चे,चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

आपके कार्यों की सफलता संदिग्ध है। विरोध, मतभेद, विवाद की स्थिति बन सकती है। राजनीति में छल की संभावना है। विश्वास के परिणाम प्रतिकूल होंगे। दांपत्य साथी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। आवश्यक खर्चों में वृद्धि होगी। शारीरिक एवं मानसिक कष्ट की स्थिति से बचने के लिए, किसी भी कार्य को करने में शीघ्रता नहीं बरतें। बाजार के काम, परामर्श देना ,यात्रा, उपयोगी नहीं सिद्ध होंगे। विशेष-यात्रा एवं नए कार्य हाथ मे नहीं ले।

वृष राशि (Taurus ) – ई, उ,ए, ओ, वा,वी, वू,वे, वो.

दांपत्य जीवन के सुख में वृद्धि होगी। पुत्र एवं पुत्री के द्वारा पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। कार्यालय में अनुकूल परिस्थितियां रहेंगे। व्यापार में लाभ की स्थिति रहेगी। नए कार्य या उत्तरदायित्व मिल सकते हैं। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। नए कार्य के श्री गणेश के लिए उत्तम अवसर है।

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मिथुन राशि (Gemini ) – का, की, कू,घ,ड,छ,के, को, ह.

प्राथमिकता के आधार पर कार्य करिए। सफलता की संभावना प्रबल हैं। यह समय आपके लिए आपके प्रयासों एवं उपकार की प्रतिष्ठा व पहचान पाने का हो सकता है। आप शत्रुओं पर विजय पाएँगे। नए मित्र भी बनाएँगे। मित्रों से सहयोग मिलेगा। प्रेम संबंध सुख पूर्ण रहेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आप निरोग आरोग्य स्वस्थ अनुभवके आनन्द कीअनुभूति करेंगे। कुल मिलाकर इस अवधि में आप सफल एवं प्रसन्न रहेंगे।

कर्क राशि (Cancer ) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू,डे,डो.

आपको अपने व्यापार अथवा कार्यालय में साधारण दिनों से अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है। स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। अनिद्रा की स्थिति एवं कार्य की चिंता भी हो सकती है। मानसिक रुप सेआप थकान महसूस कर सकते हैं। अकर्मण्यता या आलस्य भी आप पर हावी हो सकता है। धार्मिक अथवा दान, पुण्य कार्य मे सफलता मिल सकती है। जनसम्पर्क से जुड़े वर्ग राजनेता, सामाजिक कल्याण, अभिकर्ता आदि को यश, सफलता एवं व्यस्तता की स्थितियाँ मिलने की संभावना है। घर व धन सम्बन्धी कठिनाइयाँ झेलनी पड़ सकती है।

सिंह राशि (Leo ) – मा, मी,मू,मे,मो,टा,टी, टू, टे.

नारी वर्ग के लिए सुख बाधा योग हैं। बहुत ही परिश्रम से आजीविका का निर्वाह होगा। जो कनिष्ठ वरिष्ठ से परेशानी होगी। दांपत्य साथी से विवाद बढ़ सकता है। दांपत्य साथी के अस्वस्थ होने की संभावना है। प्रेम के क्षेत्र में अपमान अपयश कलश मिलेगा। कार्यालय में सुविधाएं प्राप्त होंगी। यात्रा योग प्रबल हैं। ज्योतिष की दृष्टि से यात्रा स्थगित रखना उचित होगा।

कन्या राशि( virgo )- टो,प,पी, पू,ष,ण,ठ,पे, पो.

नारी वर्ग के लिए सुख बाधा योग हैं। यह समय आपको अधिक धन उपार्जन व सम्पत्ति अर्जित करने में सहायक होगा। आपको लेनदारी या उधर दी गयी धनराशि भी प्राप्त हो सकती है। व्यक्तिगत रुप से यह समय आपको प्रसन्नता, सुख व व्यक्तियों के साथ आनन्ददायक है। परिवार के सदस्यों का मेलमिलाप होगा। पुराने मित्रों के साथपुनर्मिलन के भी सुअवसर हैं। विवाहित व्यक्तियों के दाम्पत्य सुख की पूर्ण संभावना है। इस समय आपको सुस्वादु भोजन व घर में समस्त सांसारिक सुख मिलने की संभावना है।

तुला राशि ( Libra ) – रा, री, रू,रे, रो, ता,ती, तू, ते.

व्यापार में धन की प्राप्ति होगी। रोजगार में पद प्रतिष्ठा बढ़ेगी। शत्रु पराजित होंगे। जन सामान्य से विशेष सहयोग प्राप्त होगा। दांपत्य साथी का सुख बाधा है। संबंधियों से समाचार मिलेंगे। राज्य वर्ग व प्रशासनिक वर्ग विशेष सफल होंगे। नए उत्तरदायित्व भी प्राप्त हो सकते हैं। अकर्मण्यता अथवा ईर्ष्या की भावना से भी त्रस्त हो सकते हैं। निर्णय लेने में तथा दूसरों से व्यवहार के प्रति विशेष सतर्क रहें आवेश में न आएँ। नए कार्य ,यात्रा लंबित रखना उचित होगा।

वृश्चिक राशि (Scorpio ) – तो, ना, नी,नू,ने, नो, या, यी,यू.

आपको शारीरिक सुख-साधन, उत्तम वस्त्र व सुगंध तथा अन्य इच्छित सांसारिक भौतिक सुख की वस्तुओं से सुख योग है। इस समय सर्वोत्तम मित्र व परिचित मिलेंगे। पारिवारिकजीवन में आम दिनों की तुलना में अधिक आनन्द होगा। प्रेम या दाम्पत्य जीवन में आप अपने साथी के प्रेम में वृद्धि या सहयोग, समन्वय की आशा कर सकते हैं। सौभाग्य, सुख व सम्मान इस दिन की विशेषता है। मन पसन्द इच्छित भोजन का आनन्द मिलने का योग है। आपको सुस्वादु मनचाहा भोजन, सुविधापूर्वक उपलब्ध होगा।

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धनु राशि(Sagittarius ) –ये, यो, भ,भी, भू, ध,फ,ढ,भे.

दिन में असंतोष सा रहेगा। मन में उदारता एवं दया भावना की कमी होगी। अनपेक्षित स्थिति से क्रोध एवं विवाद की स्थिति बन सकती है। आकस्मिक अप्रिय स्थिति निर्मित होगी। महत्वपूर्ण कार्यों को टालना उचित होगा। खर्च बढ़ेगा।दैनिक कार्य सरलता से पूर्ण होंगे।सामान्यतः संमस्या नही आएगी। आपको भोजन भी इतना रुचिकर नहीं लगेगा।

मकर राशि (Capricorn )- भो,जा, जी, खी,खू,खे, खो, ग,गी.

नारी वर्ग के लिए सुख बाधा योग हैं। घर, कार्य स्थल के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपको रुचि पूर्ण उत्तम भोजन, वस्त्र सुखयोग है। आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति निराकृत होगी। आज सम्पन्न किया गया हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। मन में पूर्ण संतोष का साम्राज्य रहेगा। मित्र एवं परचितों के साथ अच्छा समय व्यतीत होगा। विजय पथ के पथिक होंगे आप। नए कार्य, यात्रा लंबित रखना उचित होगा।

कुंभ राशि (Aquarius )- गू, गे,गो, सा, सी, सू,से, सो, द.

निर्धारित लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। इस विशेष समय में आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। स्वास्थ्य इस अवधि में सामान्यत: अच्छा रहेगा। इस अवधि में आपके अति उत्तम, सुस्वादु भोजन का आनन्द लेने की संभावना है। इस समय आप सत्ता में या शासन में अधिकारों के सुख उपभोग हो सकते हैं। यदि आप कुछ नया करने की योजना बना रहे हैं तो यही उपयुक्त समय है।

मीन राशि (Pisces ) – दी, दू,थ,झ,ञ,दे, दो, चा,ची

अच्छे लोगों से परिचय होगा कार्यों में सफलता मिलेगी। पद प्रतिष्ठा के अच्छे अवसर हैं। विद्या के क्षेत्र में यश पड़ेगा सफलता मिलेगी। राजनीति में गौरव तथा यश बढ़ेगा मित्र वर्ग से पूर्ण सहयोग मिलेगा। शासन या राज्य मैं आपके कार्य प्रगति पर रहेंगे। सज्जन वर्ग से विशेष सहयोग मिलेगा व्यापार में प्रगति होगी। समय का भाग्य बाधा के साथ सफलता योग हैं। प्रयास करने का सुझाव दिया जाता है।

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दिन के अशुभ प्रभाव कम करने के नक्षत्र,तिथि,दिन के देवता के मन्त्र जोअनिष्ट दूर करे और भाग्य जगाये : पीपल वृक्ष की जड़ के समीप तिल तैल का दीपक लगाए। दीपक वर्तिका लाल,नारंगी या अनेक रंग की हो (श्वेतनहीं)। दीपक की बत्ती की दिशा उत्तर श्रेष्ठ, पूर्व दिशा उत्तम। शमी वृक्ष पर जल अर्पण करे। पीपल वृक्ष में मिश्री मिश्रित दूध से अर्घ्य देने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। पीपल के नीचे सायंकालीन समय में एक चतुर्मुख दीपक अर्पण।
ॐपिप्पलाद ,गाढ़ी,कौशिक ऋषये नमः। मन्त्र जाप।
विष्णवे नम:,हनुमतेनम:।। सर्ववांछाम पूरयपूरय च सर्व सिद्धिम देहि में नम:।

जैन धर्म मंत्र :

णमो लोए सव्वसाहूणं। ॐ सूर्य पुत्राय विद्महे ,मृत्यु रुपाय धीमहि ,तन्नो सौरिः प्रचोदयात् ॥
आपो ज्योति रस अमृतम। परो रजसे सावादोंम।

राहु : ॐ नाकध्वजाय विद्महे पद्महस्ताय धीमहि तन्नो राहुः प्रचोदयात्॥
सूर्यपुत्रो दीर्घदेहा विशालाक्ष:शिवप्रिय:। मन्दचार: प्रसन्नात्मा पीडां हरतु मे शनि:।।
(हे सूर्य के पुत्रदीर्घ देह विशाल नेत्रोंमंद गति से चलने वाले,भगवान्
शिव के प्रिय तथा प्रसन्न आत्मा शनि मेरी पीड़ा को दूर करें।)

तिथि के अनिष्ट प्रभाव हटाने के उपाय : Barly\जो, आवला व्यंजन उत्पाद का प्रयोग नहीं करे। परवल खाने से शत्रुओं की वृद्धि होती हैं। भात भोजन में शामिल करे।
कार्य के पूर्व : कुबेर का पूजन करने से मनुष्य निश्चित ही विपुल धनवान बन जाता है तथा क्रय-विक्रयादि व्यापारिक व्यवहार में उसे अत्यधिक लाभ होता है।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥ ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥ ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये॥ धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
07:51 के पश्चात् उपाय : नमक, बाल नाख़ून काटना, बेल पत्र तोडना व्यंजन उत्पाद का प्रयोग नहीं करे। मूली खाने से धन का नाश होता है। हलवा भोजन में शामिल करे।

सफलता के लिए – नक्षत्र कृत अरिष्ट नाशक मंत्र

लाल पुष्पों से इंद्राग्नि का पूजन करके मनुष्य इस लोक में धन-धान्य प्राप्त कर सदा तेजस्वी रहता है। इन्द्राग्नी तविषाणि वां सधस्थानि प्रयांसि च। युवोरप्तूर्यं हितम्।। (ऋग्वेद)
(जो वायु और बिजुली के संयोग के समान परस्पर सेना और सेना के स्वामी प्रेमभाव से विरोध छोड़ के वर्त्ताव करें, तो संपूर्ण मनोरथ सिद्ध हों॥८) भावार्थ -दयानद सरस्वती। घी दान करना चाहिए।

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