रोजगार मेले में शामिल हुए PM नरेंद्र मोदी, कहा- जनता का सरकार पर निरंतर बढ़ रहा भरोसा

PM on MP Employment: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्यप्रदेश रोजगार मेले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं मध्यप्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्त होने वाले 5 लाख 5 हजार से ज्यादा शिक्षकों को बधाई देता हूं। मुझे बताया गया है कि पिछले 3 साल में MP में 50 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई है। इसके लिए राज्य सरकार बधाई की पात्र है। CM हाउस में रोजगार मेले में मध्यप्रदेश के चयनित प्राथमिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए गए। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार मौजूद रहे।

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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए PM मोदी ने कहा कि देश के नागरिकों का अपनी सरकार पर भरोसा निरंतर बढ़ रहा है। इस वजह से नागरिक ईमानदारी से अपना टैक्स दे रहे हैं। वे जानते हैं कि उनके टैक्स की पाई-पाई देश के विकास में खर्च की जा रही है। उन्हें साफ दिख रहा है कि 2014 से पहले जो अर्थव्यवस्था दुनिया में 10वें नंबर पर थी, वो आज 5वें नंबर पर पहुंच गई है। देश का नागरिक वो दिन भूल नहीं सकता, जब 2014 से पहले घोटालों और भ्रष्टाचार का दौर था। गरीब का हक लूट लिया जाता था। आज गरीब के हक का पूरा पैसा सीधे उसके खाते में पहुंच रहा है। (PM on MP Employment)

नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक पांच साल में 13.5 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए हैं। इस साल दाखिल किए गए IT रिटर्न पर आई एक और रिपोर्ट में पिछले 9 सालों में औसत आय में बढ़ोतरी हुई है। देश के नागरिक टैक्स भरने के लिए आगे आ रहे हैं। वे बड़ी संख्या में आगे आ रहे हैं। वे (नागरिक) जानते हैं कि उनके कर का उपयोग देश के विकास के लिए किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के नागरिक 2014 से पहले के दिन नहीं भूल सकते जब बड़े पैमाने पर घोटाले और भ्रष्टाचार थे…आज गरीब को उसके हिस्से का पैसा सीधे उसके बैंक खाते में मिल रहा है। (PM on MP Employment)

PM मोदी ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने की दिशा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का बहुत बड़ा योगदान है। इसमें पारंपरिक ज्ञान से लेकर भविष्य की टेक्नोलॉजी तक को समान रूप से महत्व दिया गया है। प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में नया पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है। मातृभाषा में पढ़ाई को लेकर एक और बहुत बड़ा काम हुआ है। अंग्रेजी न जानने वाले छात्रों को उनकी मातृभाषा में पढ़ाई न कराकर उनके साथ बड़ा अन्याय किया गया था। यह एक तरह से सामाजिक न्याय के विरुद्ध था। अब इस अन्याय को भी हमारी सरकार ने दूर कर दिया है। अब सिलेबस में क्षेत्रीय भाषाओं की पुस्तकों पर बल दिया गया है। देश की शिक्षा व्यवस्था में यह बहुत बड़े बदलाव का आधार बनेगा। (PM on MP Employment)

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