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Numerology Series-12 : अंक ज्योतिष में जन्म तारीख का क्या हैं महत्व, जन्म तारीख 2 का जानें भविष्यफल

Numerology Series-12 : जन्म तारीख (दिनांक), जन्म तिथि, आपके व्यक्तित्व, और भाग्य पर प्रभाव डालता है. आपकी जन्म तारीख (दिनांक) अकेला भी आपको शक्ति प्रदान करता है. आपकी जन्म दिनांक का प्रभाव, दैनिक जीवन को आजीवन प्रभावित करता है, आपके व्यक्तित्व को निर्धारित या  निश्चित करता है. इस प्रभाव के परिणाम मुल्यांकन से आप अपने आप को और दूसरों को अच्छी तरह से समझ सकते हैं. (Numerology Series-12)

आप, अपना ही नहीं किसी का भी मूलभूत व्यक्तित्व समझ कर, आप उससे अपने अनुकूल काम ले सकते हैं. आपका जन्म किसी भी वर्ष के, किसी भी मास की, जिस दिनांक को हुआ हो, उस दिनांक विशेष का प्रभाव आपके चरित्र, व्यक्तित्व, स्वभाव के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. आपका भाग्य अंक और जन्म दिनांक के प्रभाव के बीच अंतर है. (Numerology Series-12)

यह भी पढ़ें : Numerology Series-11 : अंक ज्योतिष में जन्म तारीख का क्या हैं महत्व, जन्म तारीख 1 का जानें भविष्यफल

जन्म तारीख का भविष्यफल पर प्रभाव 

  1. आपका भाग्यंक आपका महत्वपूर्ण और अविनाशी व्यक्तित्व दर्शाता है, जब कि आपकी जन्म दिनांक दुनिया के लोग आपको किस प्रकार से देखते हैं, या समझते हैं यह बताता है. आपका जन्म, किसी भी वर्ष या मास में हुआ हो, फिर भी आपकी जन्म दिनांक का प्रभाव आपके व्यक्तित्व पर आए बिना नहीं रहेगा.
  2. विश्व विख्यात अंक ज्योतिष कीरो के अनुसार चरित्र /व्यक्तित्व ही भाग्य है. मनुष्य का चरित्र/व्यक्तित्व और स्वभाव उसके भाग्य का निर्माण करता है, और वह उसके दिनांक पर अशत: आधार रखता है, आपकी जन्म दिनांक का प्रभाव आपके जीवन पथ को बड़े प्रमाण में प्रचलित करते हैं. और सच्चा व्यवसाय पसंद करने में आपके बहुत ही सहायक होते हैं. इसका प्रभाव आपके संपूर्ण जीवन में होता है. यह विशेष प्रभाव तो आपके जीवन के 28 में और 55 वें वर्ष के बीच में होता है.
  3. विशेष सावधानी :- अपने या दूसरे अन्य किसी भी व्यक्ति के बारे में अंतिम अभिमत, विचार, निर्णय निश्चित करने से पहले, उनकी जन्म दिनांक, भाग्य अंक, महीने के अंक, सूर्य सक्रांति फल और नामांक के बारे में भी जान लेना आवश्यक है. 

2 तारीख को जन्म वाले का भविष्यफल

जिनका जन्म दिनांक दो है. यानी किसी भी मास के 2 तारीख को पैदा हुए व्यक्ति के गुणधर्म, दिनांक 1 को जन्मे व्यक्ति के गुण धर्मों के विपरीत और पूरक होते हैं. वह स्त्री तत्व के गुण धर्म रखते हैं. वह मायावी, प्रेमी, निस्वार्थ, मिलनसार, भावना प्रधान, सहयोग से काम करने की वृत्ति वाले और दूसरों की मदद करने की भावना वाले होते हैं. संघर्ष, क्लेश, लड़ाई झगड़े, आदि पसंद नहीं होते हैं. इसलिए संवादितता स्थापित, करने और सुलह शांति करने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहते हैं. आदर्श मित्र होते हैं. वे सहायक के रूप में भी अच्छा काम करते हैं, क्योंकि वह आज्ञा का पालन, उत्साह पूर्वक करना जानते हैं.

जब वे स्वतंत्र रूप से काम करने का प्रयत्न करते हैं, तब उन्हें कम सफलता प्राप्त होती है, परंतु जब भी दूसरों के साथ में, समूह में, अथवा दूसरों के विचारों और योजनाओं का प्रयोग करते हैं, तो सफल होते हैं. अपने चंचल स्वभाव, निराशा, सहज झुकाव, आकर्षण और उदासीनता, एकांत से बच कर रहना आवश्यक है.  प्रतिकूल संयोगो, में भी मनोबल एवं श्रद्धा नहीं खोनी चाहिए, और निराश नहीं होना चाहिए. संभावित हो तो उन्हें सुखद वातावरण में रहना चाहिए. लोगों को कला, सौन्दर्य के प्रति प्रेम –अनुराग होता है.  यात्रा कम पसंद परन्तु आजीविका में यात्रा के योग बहुत होते हैं. वे सरकारी नौकरी में स्टेट्समैन, राजकीय पुरुष, कर्मचारी, अभिनेता, कवि और शिल्पकार के रूप में सफल होते हैं.

  1. शुभ दिन :- सोमवार और रविवार बुधवार.
  2. भाग्यशाली रंग :- सफेद और हरा.
  3. शुभ अंक :- लायसेंस, वाहन, भवन, मोबाइल- 2, 4, 6 या 9.
  4. अशुभ अंक :- 1, 3, 5, 7 या 8.
  5. प्रकृति :- भावुक.
  6. तत्व :- जल.
  7. उत्तम दिन :- सोमवार, मंगलवार, शुक्रवार.
  8. शुभ रंग :- नीला, श्वेत, क्रीम .
  9. अशुभ माह :- जनवरी, मार्च, मई, अगस्त, अक्टूबर, दिसंबर शुभ सुचना परन्तु परिवर्तन.
  10. समय अवधि :- 15 जुलाई से 15 अगस्त. सितम्बर का प्रथम सप्ताह.
  11. सम्बंधित अक्षर:- ब, क, ट, अ, स, ल, श.
  12. शुभ रत्न :- हीरा.
  13. रोग :- लंग्स, छाती, गला, कभी कभी ह्रदय. यूरिक-एसिड.
  14. शुभ दिशा :- उत्तर, ईशान, वायव्य (North, N-E).
  15. अशुभ दिशा :- पिता एवं पत्नी के लिए दक्षिण, यात्रा स्वयं पश्चिम, उत्तर दिशा.
  16. व्यवसाय :- डीलर,कमिशन, कला, गूढ़ विद्या, दूध, पर्यावरण, लेखन, संपादन, परिवहन, आध्यत्म, पर्यटन.
  17. विवाह जिनका जन्म अग्रलिखित माह में हुआ हो शुभ- 4 या 8 दिनांक को जन्म या 15 मई – 14 जून, 15 अक्टूबर से 14 नवम्बर, 15 फरवरी से 14 मार्च.
  18. प्रगति अवधि :- 40 – 49.
  19. अनुकूल वर्ष :- 22-33, 44-66, 16-17, 30-39, 43-46, 60-69.
  20. प्रतिकूल वर्ष :- 20 – 29, 50 – 59, विवाह के बाद प्रथम तीन वर्ष.
  21. अशुभ नाम अक्षर :- म, छ, य, न, उ, इ, ए.

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