पद्म पुरस्कारों का हुआ ऐलान, छत्तीसगढ़ के जागेश्वर यादव, हेमचंद मांझी समेत 34 हस्तियों को पद्मश्री
Padma Awards 2024: केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है। इसमें विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली हस्तियों के नाम शामिल हैं। इस साल 34 विभूतियों को पद्मश्री देने का फैसला लिया गया है, जिनमें पहली महिला महावत पारबती बरुआ, आदिवासियों के लिए काम करने वाले जागेश्वर यादव, सोशल वर्कर चार्मी मुर्मू, सोमन्ना, सर्वेश्वर, सांगथाम समेत कई बड़े नाम शामिल हैं। पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के बाद सबसे महत्वपूर्ण सम्मान हैं, जिन्हें तीन श्रेणियों में पद्म विभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री के तौर पर दिया जाता है। पद्म सम्मान की शुरुआत साल 1954 में भारत सरकार ने की थी।
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साल 1955 में इसे पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण नाम दे दिया गया, तब से यही सिलसिला चला आ रहा है। छत्तीसगढ़ के तीन हस्तियों को पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इनमें जागेश्वर यादव, हेमचंद मांझी व पंडित राम लाल बरेठ शामिल हैं।
आदिवासियों को बेहतर जिंदगी देने के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले जागेश्वर यादव ,अब पद्मश्री जागेश्वर यादव कहलायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने जागेश्वर दादा को खुद फोन करके बताया कि उन्हें भारत सरकार द्वारा #पद्मश्री पुरस्कार मिला है और राष्ट्रपति जी से पुरस्कार लेने… pic.twitter.com/8cbvE0WfFm
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छत्तीसगढ़ के श्री जागेश्वर यादव और श्री हेमचंद मांझी को मिलेगा पद्मश्री सम्मान।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने दी बधाई।#PadmaShree pic.twitter.com/HD4rEBdMrb— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) January 25, 2024
पद्मश्री सम्मान प्राप्त करने वालों में छत्तीसगढ़ से एक और विभूति का नाम शामिल पंडित राम लालबरेठ को कला के क्षेत्र में मिला पद्मश्री सम्मान। रायगढ़ जिले के श्री बरेठ कथक के मूर्धन्य नर्तक हैं, पूर्व में इन्हें अकादमी पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने श्री बरेठ को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।
जागेश्वर यादव की इस उपलब्धि पर CM विष्णुदेव साय ने उन्हें फोन करके बधाई दी है। जशपुर के आदिवासी कल्याण कार्यकर्ता जागेश्वर यादव को सामाजिक कार्य (आदिवासी पीवीटीजी) के क्षेत्र में पद्मश्री दिया जाएगा। उन्होंने हाशिये पर पड़े बिरहोर पहाड़ी कोरवा लोगों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। कोरोना महामारी के दौरान जागेश्वर यादव ने आदिवासियों का टीकाकरण कराया। (Padma Awards 2024)
आर्थिक तंगी के बावजूद जागेश्वर यादव ने कभी भी सेवा में कमी नहीं आने दी। अपने अथक प्रयासों से वे ‘बिरहोर के भाई’ बन गए।नारायणपुर के पारंपरिक औषधीय चिकित्सक हेमचंद मांझी को चिकित्सा (आयुष पारंपरिक चिकित्सा) के क्षेत्र में पद्मश्री दिया जाएगा। उन्होंने पांच दशकों से अधिक समय से ग्रामीणों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने 15 साल की उम्र से जरूरतमंदों की सेवा शुरू कर दी थी। इससे पहले 23 जनवरी को केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कूर्परी ठाकुर को भारत रत्न से नवाजने का एलान किया था। इससे पहले पिछले साल राष्ट्रपति ने 106 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी थी। (Padma Awards 2024)
इन्हें मिलेगा पद्मश्री सम्मान
- पारबती बरुआ, 67 साल, असम, सोशल वर्क (एनिमल वेलफेयर)
- जागेश्वर यादव, 67 साल, छत्तीसगढ़ सोशल वर्क (आदिवासी)
- हेमचंद्र माझी, 70 साल, छत्तीसगढ़ (आयुष)
- चामी मुर्मू, 52 साल, झारखंड सोशल वर्क (पर्यावरण)
- गुरविंदर सिंह, 53 साल, हरियाणा, सोशल वर्क (दिव्यांग)
- सत्य नारायण बलेरी, 50 साल, केरल (एग्रीकल्चर)
- दुक्खू माझी, 78 साल, पश्चिम बंगाल सोशल वर्क (पर्यावरण)
- के चेल्लामल, 69 साल, अंडमान एंड निकोबार (एग्रीकल्चर)
- संगथंकिमा, 63 साल, मिजोरम, सोशल वर्क (चिल्ड्रन)
- यानुंग जमोह लेगो, 58 साल, अरुणाचल प्रदेश (एग्रीकल्चर)
- सोमन्ना, 66 साल, कर्नाटक, सोशल वर्क (आदिवासी)
- सर्वेश्वर बासुमेतेरी, 61 साल, असम, (एग्रीकल्चर)
- प्रेमा धनराज, 72, कर्नाटक (मेडिसिन)
- उदय विश्वनाथ देश पांडेय, 70 साल, महाराष्ट्र (मलखंभ कोच)
- याज्की मॉनेकशॉ इटालिया, 72 साल, गुजरात (Indigenous-Sickle Cell)
- शांति देवी पासवान और शिवान पासवान, मधुबनी बिहार (पेंटिंग)
- रतन कहार, 88 साल, पश्चिम बंगाल, कला (लोकगीत गायन)
- अशोक कुमार बिस्वास, 67 साल, बिहार (पेंटिंग)
- बालाकृष्णा सदानाम पुथिया वीतिल, 79 साल, केरल, आर्ट, ( कथककली)
- उमा माहेश्वरी डी, 63 साल, आंध्रप्रदेश, कला (स्टोरी टेलिंंग)
- गोपीनाथ स्वेन, 105 साल, उड़ीसा, आर्ट (भजन गायन)
- स्मृति रेखा चाखमा, 63 साल, त्रिपुरा आर्ट (टेक्सटाइल)
- ओम प्रकाश शर्मा, 85 साल, मध्य प्रदेश आर्ट (थिएटर-फॉक)
- नारायन EP, 67 साल, केरल कला (डांस)
- भागवत प्रधान, 85 साल, उड़ीसा, कला (डांस)
- सनातन रुद्र पाल, 68 साल, पश्चिम बंगाल, कला (स्कल्पचर)
- बद्रप्पन M, 87 साल, तमिलनाडु, कला (डांस)
- जॉर्डन लेपचा, 50 साल, सिक्किम, कला (क्राफ्ट)
- माचिहान सासा, 73 साल, मणिपुर, कला (क्राफ्ट)
- गद्दम समैया, तेलंगाना, 67 साल, कला (डांस)
- जानकी लाल, उम्र 81 साल राजस्थान, कला (थिएटर)
- दासारी कोंडप्पा, उम्र 63 साल, तेलंगाना, कला (इंस्ट्रूमेंट)
- बाबूराम यादव, उम्र 74 साल, उत्तर प्रदेश, कला (क्राफ्ट)
- नेपाल चंद्र सूत्राधार, उम्र 82 साल, पश्चिम बंगाल, कला (मास्क मेकिंंग)