रक्षा बंधन पर बिकेंगी बीज और गोबर से बनी राखियां, यहां लगेंगे स्टॉल

रायपुर। छत्तीसगढ़

रक्षाबंधन के नजदीक आते ही राखी के कारोबार ने तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में रायपुर के आसपास के लगे गावों में 400 से ज्यादा महिलाओं ने खुद का राखी का कारोबार शुरू किया है। इन महिलाओं की बनाई हुई राखियां शहर के हर बड़े शोरूम, शॉपिंग मॉल और दुकानों तक पहुंच रही हैं। महिलाऐं यहाँ राखी के साथ साथ और भी कई प्रकार के सामान बना रही हैं।

राखी के अलावा ये चींजें भी बना रही महिलाएं
महिलाओं के इस कारोबार की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इनका कारोबार 1 करोड़ से ज्यादा का हो गया है। कल्परूप यूटिलिटी सेण्टर ने इन महिलाओं को ट्रेनिंग दी है। जिसके बाद ये महिलाऐं बीज और गोबर से बनी राखियां, सेनिटरी नैपकिन, स्कूल यूनिफार्म, कूकीज, साबुन, फिनाइल, मास्क, सेनिटीज़र, हर्बल साबुन, अगरबत्ती, दोना पत्तल, गोबर के गमले, मोमबत्ती, हर्बल टी जैसी चीज़ें बना रही है।

इन सभी चीजों को शहर के दुकानों के साथ-साथ शॉपिंग मॉल, इंद्रावती भवन, हाट बाजार आदि जगहों पर बेचने के लिए भेजा जा रहा है। ग्राहक भी लगातार इन चीजों की मांग कर रहे हैं, जिससे इसकी डिमांड बढ़ रही है।

आने वाले राखी के त्यौहार के लिए महिलाऐं अलग से तैयारी कर रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार शहर के सभी प्रमुख जगहों पर इन राखी की बिक्री के लिए स्टाल लगाए जायेंगे। इसमें इको फ्रेंडली राखी, बीज से बानी हुई राखी जैसी राखियों को रखा जायेगा

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