जम्मू-कश्मीर में 5 साल में हुए 761 आतंकी घटनाएं, जवानों ने 1002 आतंकियों को किया ढेर

Jammu Kashmir Terrorist Incidents: जम्मू-कश्मीर में पुलिस और सेना के जवान लगातार आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई कर रहे हैं। इस बीच जम्मू-कश्मीर में 2018 से 2022 के बीच 5 सालों में 761 आतंकी घटनाएं हुईं, जिसमें 174 आम नागरिकों ने जान गंवाईं। इस दौरान सुरक्षाबलों ने 1002 आतंकियों का खात्मा भी किया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में ये जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर में 2018 से 31 जुलाई 2023 के बीच सिक्योरिटी फोर्सेज के 319 जवानों ने जान गंवाई। इस दौरान 791 आतंकी घटनाएं हुईं। एनकाउंटर और काउंटर ऑपरेशन के दौरान 35 आम नागरिकों की भी जान गई।

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गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि पिछले पांच सालों में देश के भीतरी इलाकों में पांच आतंकवादी घटनाएं हुईं और तीन नागरिकों की मौत हुई है। इन घटनाओं में कोई सशस्त्र बल का सिपाही हताहत नहीं हुआ है और एक आतंकवादी मारा गया। साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले पांच सालों के दौरान केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में कोई आतंकी हमला नहीं हुआ। इसलिए आतंकी हमलों में हताहतों का सवाल ही नहीं उठता। राय ने कहा कि 2018 और 2022 के बीच पिछले पांच सालों में पूर्ववर्ती राज्य में 761 आतंकी हमलों में जम्मू-कश्मीर में कुल 174 नागरिक मारे गए। साथ ही इस दौरान 626 मुठभेड़ों में केंद्र शासित प्रदेश में 35 नागरिक मारे गए। इसी अवधि के दौरान जान गंवाने सुरक्षाकर्मियों की संख्या 308 रही और सुरक्षाबलों ने 1002 आतंकवादियों को मार गिराया। (Jammu Kashmir Terrorist Incidents)

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि पिछले दो सालों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हिंसा और घुसपैठ में कमी आई है। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल जून के अंत तक आतंकी हिंसा की 26 घटनाएं हुई हैं और कोई घुसपैठ नहीं हुई है। राय ने एक सवाल के जवाब में कहा कि साल 2022 में आतंकवाद से संबंधित 125 घटनाएं और घुसपैठ की 14 घटनाएं हुई थी। साल 2021 में आतंकवाद की 134 और घुसपैठ की 34 की घटनाएं हुई। मंत्री राय ने कहा कि आतंकवादी हिंसा को रोकने के लिए सरकार ने कई प्रभावी कदम उठाए हैं, जिनमें सक्रिय आतंकवाद विरोधी अभियान, आतंकवादियों के समर्थकों की शिनाख्त और गिरफ्तारी, पुलिस, सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबलों की तैनाती और रात्रि के समय गश्त शामिल है। (Jammu Kashmir Terrorist Incidents)

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