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शारदीय नवरात्री : शीघ्र सफलता के लिए दुर्गा पूजा का यह हैं सही समय, पढ़ें पूरा लेख

शारदीय नवरात्री : शीघ्र सफलता माता दुर्गा पूजा का समय का विशेष महत्व हैं। सही समय पर की गई पूजा से माँ दुर्गा की अनुपम कृपा बरसती हैं। भारत का सनातन धर्म जिसके प्रमुख आधार स्तंभ चार वेद एवं महाभारत सहित पंचम वेद स्वीकार है तथा विभिन्न पुराण उपनिषद संहिता आदि शाखा के रूप में हैं इस धर्म की विशेषता यह है कि यह समग्र रूप से आकाशीय ग्रहों के परिवर्तन पर आधारित व्रत पर्व पूजा-पाठ आदि के निर्देश देता है परामर्श देता है।

भविष्य में आने वाले संकटों समस्याओं से बचाने के लिए जन सामालन्य के हित में उनको ग्रहों के अशुभ प्रभाव से सुरक्षित करने के लिए या जन सामान्य के कल्याण के लिए विभिन्न देवी देवता एवं उनसे संबंधित मंत्र आदि की रचना की गई है परंतु पूजा-पाठ उच्च स्थिति की बात ना करें तो केवल श्रद्धा या भाव से मंत्र शक्ति काम नहीं करती है इसके लिए आवश्यक है वेदों के आधार पर की गई ग्रहों की गणना के अनुसार किसी कार्य को करने के लिए अनुकूल समय का निर्धारण ज्योतिष के अंतर्गत आता है एवं इसका पालन कर किसी भी पूजा पाठ मंत्र व्रत पर्व आदि के मनोवांछित फल प्राप्त किए जा सकते हैं।

दिनांक 7 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक नवरात्र या नवदुर्गा का काल प्रारंभ हुआ है। यह देवी भगवती दुर्गा जी के विभिन्न स्वरूपों की पूजा के रूप में आगामी 6 माह में आने वाले संकटों को कम करने या सफलता में वृद्धि करने के लिए उपयोगी है। परंतु दुर्गा देवी शक्ति स्वरूपा हैं इसलिए अपने उद्देश्य की दृष्टि से इनकी पूजा-अर्चना या केवल दीपक प्रज्वलित कर(यह कार्यालय मे , यात्रा समय याचना प्रार्थना के अच्छे फल प्राप्त किए जा सकते हैं।

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विधि एवं समय : हाथ मे जल ले कर, मनोकामना कर पृथ्वी पर जल छोड़े।
संभव हो दीपक प्रज्वालित करे। देवी का कोई मंत्र एक बार बोले या यह मंत्र-
ऐम ह्रीम क्लीम चामुंडायै विच्चेे।
या
शरणागत दीन आर्त परि त्राण परायणे।
सर्वस्य आर्ति हरे देवि नारायणि नमोस्तु ते॥
(शरण में आये हुए दीन-दुखी एवं पीड़ितों की रक्षा के लिए कृत संकल्पित, कटिबद्ध तथा सब की पीड़ा दूर करने वाली नारायणी देवि! तुम्हें नमस्कार है। मेरे सभी कष्ट दूर करे।)

कार्य के अनुसार – प्रार्थना के विशेष समय बिना किसी विधि के :

दिनांक 7 अक्टूबर 2021 (गुरुवार)

  1. लाभ एवं व्यापार की दृष्टि से उपयुक्त समय : 9:13 से 10:08 एवं 23:10 से रात्रि 12:00 बजे।
  2. ज्ञान, लेखन, सृजन, की दृष्टि से उपयुक्त समय : 10:14 से 11:05 एवं शाम को 17:10 से 18:00 बजे तक।
  3. मानसिक संत्रास, डिप्रेशन,मनो पीड़ा से मुक्ति तथा मनोबल वृद्धि के लिए उपयुक्त समय : 11:11 से 12:06 तक एवं 18:10 से 19:00 तक।
  4. परीक्षा, आवेदन, बौद्धिक कार्य, नई पुस्तक, अध्ययन की दृष्टि से उपयुक्त समय : 13:00 से 14:00 तक एवं 20:10 से 21:00 तक।

दिनांक 08 अक्टूबर 2021 (शुक्रवार) 

  1. लाभ एवं व्यापार की दृष्टि से उपयुक्त समय : फिर 16:00 से 7:00 1113 11:00 से 14:00 20:08 से 21:00 तक।
  2. ज्ञान, लेखन, सृजन, की दृष्टि से उपयुक्त समय : 7:15 से 8:09 तक 14:11 से 15:00 बजे 21:10 से 22:04 बजे तक।
  3. मानसिक संत्रास, डिप्रेशन,मनो पीड़ा से मुक्ति तथा मनोबल वृद्धि के लिए उपयुक्त समय : 15:00- 16 बजे एवं 22:10 से 23:00 तक।
  4. परीक्षा, आवेदन, बौद्धिक कार्य, नई पुस्तक, अध्ययन की दृष्टि से उपयुक्त समय : 17:09 से 18:00 तक।

दिनांक 9 अक्टूबर 2021 (शनिवार)

  1. लाभ एवं व्यापार की दृष्टि से उपयुक्त समय : 10:12 से 11:05 एवं 17:10 से 17:56 तक।
  2. ज्ञान, लेखन, सृजन, की दृष्टि से उपयुक्त समय : 11:12 से 12:01 तक 18:10 से 19:00 तक।
  3. मानसिक संत्रास, डिप्रेशन,मनो पीड़ा से मुक्ति तथा मनोबल वृद्धि के लिए उपयुक्त समय : 12:11 से 13:00 बजे एवं 19 :00से 20:00 तक।
  4. परीक्षा, आवेदन, बौद्धिक कार्य, नई पुस्तक, अध्ययन की दृष्टि से उपयुक्त समय : 7:16 से 8:10 तक 14:10 से 15:00 तक एवं 21-11 से 22:00 तक।

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दिनांक 10अक्टूबर 2021 (रविवार)

  1. लाभ एवं व्यापार की दृष्टि से उपयुक्त समय : 7:16 से 8:10 एवं 21: 10 से 22:00 तक।
  2. ज्ञान, लेखन, सृजन, की दृष्टि से उपयुक्त समय : 816 से 9:10 तक।
  3. मानसिक संत्रास, डिप्रेशन,मनो पीड़ा से मुक्ति तथा मनोबल वृद्धि के लिए उपयुक्त समय : 09:15 से 10:05 तक।
  4. परीक्षा, आवेदन, बौद्धिक कार्य, नई पुस्तक, अध्ययन की दृष्टि से उपयुक्त समय : 11:11 से 12:05 तक एवं 18:10 से 19:00 तक।

दिनांक 11 अक्टूबर 2021 (सोमवार)

  1. लाभ एवं व्यापार की दृष्टि से उपयुक्त समय : 11 11 से 12 5 एवं अट्ठारह 5 से 19:00 तक।
  2. ज्ञान, लेखन, सृजन, की दृष्टि से उपयुक्त समय : 12 10 से 13 एवं 19 5:00 से 20:00 तक।
  3. मानसिक संत्रास, डिप्रेशन,मनो पीड़ा से मुक्ति तथा कृ वृद्धि के लिए उपयुक्त समय : 6:20 से 7:10 एवं 13:11 से 14:00 तक।
  4. परीक्षा, आवेदन, बौद्धिक कार्य, नई पुस्तक, अध्ययन की दृष्टि से उपयुक्त समय : 8:15 से 9:05 तक एवं 22:10 से 23:00 तक।

दिनांक 12 अक्टूबर 2021 (मंगलवार)

  1. लाभ एवं व्यापार की दृष्टि से उपयुक्त समय : 8:15 से 9:10 एवं 22:10 से 23:00 तक।
  2. ज्ञान, लेखन, सृजन, की दृष्टि से उपयुक्त समय : 9:15 से 10:05 बजे तक।
  3. मानसिक संत्रास, डिप्रेशन,मनो पीड़ा से मुक्ति तथा मनोबल वृद्धि के लिए उपयुक्त समय : 10:15 से 11:00 तक।
  4. परीक्षा, आवेदन, बौद्धिक कार्य, नई पुस्तक, अध्ययन की दृष्टि से उपयुक्त समय : 12:11 से 13:00 बजे एवं 19:10 से 20:00 तक।

दिनांक 13 अक्टूबर 2021 (बुधवार)

  1. लाभ एवं व्यापार की दृष्टि से उपयुक्त समय : 12:11 से 13:00 तक एवं 19:00 से 20:00 तक।
  2. 2- ज्ञान, लेखन, सृजन, की दृष्टि से उपयुक्त समय : प्रातः 7:10 तक या 20:05 से 21:00 तक।
  3. मानसिक संत्रास, डिप्रेशन,मनो पीड़ा से मुक्ति तथा मनोबल वृद्धि के लिए उपयुक्त समय : 7 :18 से 8:10 मिनट तक , 21:10 से 22:00 तक।
  4. परीक्षा, आवेदन, बौद्धिक कार्य, नई पुस्तक, अध्ययन की दृष्टि से उपयुक्त समय : 9:15 से 10:00 तक या 23:10 से 12:00 तक।

दिनांक 14 अक्टूबर 2021 (गुरुवार)

  1. लाभ एवं व्यापार की दृष्टि से उपयुक्त समय : 9:15 से 10:00 तक एवं 23:00 से रात्रि 12:00 तक।
  2. ज्ञान, लेखन, सृजन, की दृष्टि से उपयुक्त समय : 10:11 से 11:00 तक।
  3. मानसिक संत्रास, डिप्रेशन,मनो पीड़ा से मुक्ति तथा मनोबल वृद्धि के लिए उपयुक्त समय : 11:11 से 12:00 तक 18:10 से 18:50 तक।
  4. परीक्षा, आवेदन, बौद्धिक कार्य, नई पुस्तक, अध्ययन की दृष्टि से उपयुक्त समय : प्रातः 7:10 तक 13:11 से 14:00 तक, 20:00 से 21:00 तक।

आलेख : पं. विजेन्द्र कुमार तिवारी- ज्योतिषाचार्य

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