SCO शिखर सम्मेलन में शामिल हुए PM नरेंद्र मोदी, इन बातों पर दिया जोर
SCO PM Modi Meet: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद में आयोजित SCO शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। बैठक के दौरान क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा, व्यापार और संपर्क, संस्कृति, पर्यटन समेत सामयिक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरन सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि SCO के सदस्य देश, वैश्विक गिनती में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देते हैं और विश्व की 40 प्रतिशत जनता भी SCO देशों में निवास करती है। भारत SCO सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और आपसी विश्वास का समर्थन करता है।
हम स्टार्टअप्स और इनोवेशन पर एक स्पेशल वर्किंग ग्रुप की स्थापना करके SCO के सदस्य देशों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं: उज्बेकिस्तान के समरकंद में SCO शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/j5IEtA2VTJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2022
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PM ने कहा कि अप्रैल 2022 में गुजरात में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया गया। पारंपरिक चिकित्सा के लिए ये WHO का पहला और एकमात्र वैश्विक केंद्र होगा। SCO देशों के बीच पारंपरिक औषधि पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। इसके लिए भारत पारंपरिक औषधि पर नए SCO वर्किंग ग्रुप पर पहल लेगा। उन्होंने कहा कि दुनिया कोविड महामारी से उबर रही है। यूक्रेन क्राइसिस और कोरोना की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन में कुछ दिक्कतें आई हैं। विश्व ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहा है। SCO देशों के बीच सप्लाई चेन विकसित करने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी की जरूरत है। (SCO PM Modi Meet)
अप्रैल 2022 में गुजरात में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया गया। पारंपरिक चिकित्सा के लिए ये WHO का पहला और एकमात्र वैश्विक केंद्र होगा। SCO देशों के बीच पारंपरिक औषधि पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। इसके लिए भारत पारंपरिक औषधि पर नए SCO वर्किंग ग्रुप पर पहल लेगा: PM pic.twitter.com/65Cis2vmh8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2022
PM मोदी ने कहा कि विश्व आज एक और बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है, वो है नागरिकों की खाद्य सुरक्षा निश्चित करना। इसका समाधान मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देना है। ये विश्व के कई हिस्सों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है। ये खाद्य का उत्तम साधन है। 2023 को ईयर ऑफ मिलेट्स के तौर पर मनाया जाएगा। भारत विश्व के मेडिकल टूरिज्म के लिए सबसे उचित डेस्टिनेशन है। हमने गुजरात में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया। हमें SCO देशों के बीच ट्रेडिशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। भारत इसके लिए पहल करेगा। (SCO PM Modi Meet)
With SCO leaders at the Summit in Samarkand. pic.twitter.com/nBQxx8IVEe
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2022
बता दें कि SCO यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन का गठन 2001 में हुआ था। SCO एक पॉलिटिकल, इकोनॉमिकल और सिक्योरिटी ऑर्गेनाइजेशन है। भारत, रूस, चीन और पाकिस्तान समेत इसके कुल 8 स्थाई सदस्य हैं। शुरुआत में SCO में छह सदस्य- रूस, चीन, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान थे। 2017 में भारत और पाकिस्तान के भी इससे जुड़ने से इसके स्थाई सदस्यों की संख्या 8 हो गई। 6 देश- आर्मीनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और टर्की SCO के डायलॉग पार्टनर हैं। 4 देश- अफगानिस्तान, ईरान, बेलारूस और मंगोलिया इसके ऑब्जर्वर सदस्य हैं। SCO का एक प्रमुख उद्देश्य सेंट्रल एशिया में अमेरिका के बढ़ते प्रभाव का जवाब देना है। (SCO PM Modi Meet)