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रविवार 14 नवम्बर 2021 : सुखी जीवन के लिए करें यह उपाय, क्या कहती हैं आपकी राशि, जानें अपना राशिफल

रविवार 14 नवम्बर 2021 का राशिफल एवं उपाय : राशिफल 14 नवम्बर 2021, कार्तिक शुक्ल पक्ष, वैदिक मास-उर्जा, हेमंत ऋतु, दक्षिणायन सूर्य। दिन- रविवार। तिथि- एकादशी। चन्द्र राशी – मीन। व्रत/पर्व- तुलसी विवाह। कार्य सिद्ध सफल योग 16:33 तक। पंचक-है। प्राकृतिक प्रकोप योग – मंगल एवं शुक्र, गुरु की स्थिति के कारण विगत 05 वर्षों की तुलना में आगामी मार्च तक शीत/ठण्ड (अधिकता) प्रकोप (रोग),एवं जनधन की हानि के योग बनेगे।

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आज रविवार 14 नवम्बर 2021 का राशिफल

मेष राशि (Aries) – चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ.

कल की तुलना में आज आपका दिन विशेष उत्तम सिद्ध होगा। महीने के प्रमुख दिनों में आज का दिन सिद्ध हो सकता है। जनसंपर्क से संबंधित सभी क्षेत्र में जुड़े लोगों को विशेष सफलताके योग हैं। व्यापारिक लाभ उत्तम रहेगा। रोजगार में अनुकूल स्थितियां या काम की कमी से सुख सुविधा आराम प्राप्त होगा। परिचितों से सहयोग मिलेगा। आशा के अनुरूप सफलता मिलेगी।

वृष राशि (Taurus) – ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो.

सामाजिक कार्यकर्ताओं व समाजसेवी वर्ग के लिए उपलब्धि का दिन है। शासन की ओर से अनुकूल स्थितियां रहेंगी। प्रशासनिक वर्ग के लिए विशेष सफलता का सहयोग है ।विद्या एवं रोजगार क्षेत्र में अच्छी सफलताएं मिलेंगी। आज के दिन का भरपूर प्रयोग लाभदायक सिद्ध हो सकता है। किसी भी प्रकार के नए कार्य या लंबी यात्रा का सुझाव देना उचित नहीं होगा। आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। कल से भी  आज का दिन अधिक उत्तम व्यतीत होगा। अपेक्षा अनुरुप  कार्य अधिक सरलता से पूर्ण होंगे। राजनीति वर्ग को  विशेष सफलता मिलेगी।

मिथुन राशि (Gemini) – का, की, कू, घ, ड, छ, के, को, ह.

कार्य की प्रगति मन के अनुकूल होगी। पारिवारिक सुख में बाधा रहेगी। परिचितों से सहयोग मिलेगा। मित्र अपने दिए हुए वचन को पूरा नहीं कर सकेंगे। व्यापार में सामान्य लाभ होगा। रोजगार में के उल्लेखनीय बात नहीं है। कार्य की अधिकता भी हो सकती है। धन का विनियोजन संभव है। विद्या के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। प्रयासों के परिणाम देर में ही सही परंतु आप के पक्ष में ही होंगे। यात्रा या विपणन की सफलता संदिग्ध है, विवाद से बचे।

कर्क राशि (Cancer) – ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो.

तुलनात्मक रूप से पुरुष वर्ग के लिए दिन अधिक व्यवधान पूर्ण रहेगा। कार्य होते होते रुक जाएंगे ।यात्रा योग प्रबल है। कार्य की अधिकता से परेशानी होगी। व्यवहार की त्रुटि से अनपेक्षित स्थिति बन सकती है। समय पर भोजन आदि प्राप्त होना भी कठिन है। रोजगार एवं राजनीति में प्रत्येक कार्य सूझबूझ के बाद ही करना उचित होगा। प्रत्येक कार्य में बाधा की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान रखना उचित होगा। यात्रा को स्थगित रखें।

सिंह राशि (Leo) – मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे.

प्रतिकूल परिस्थितियों पर आपका नियंत्रण रहेगा। विरोधी वर्ग नतमस्तक होगा। उदर कष्ट संभव है। भागदौड़ रहेगी। जनप्रतिनिधियों के लिए अच्छा दिन है। वाद विवाद में विजय प्राप्त होगी। कंसल्टेंसी या सुझाव देने के लिए उत्तम दिन है। नई योजना प्रारंभ की जा सकती है। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी।

कन्या राशि (Virgo) – टो, प, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो.

यह समय धन की दृष्टि से भी सौभाग्यपूर्ण है। बकाया राशि की प्राप्ति हो सकती है। धन की प्राप्ति योग हैं। प्रयास एवं कार्य के फलस्वरुप आर्थिक लाभ की आप आशा कर सकते हैं। घर के लिए भी यह समय सुख से परिपूर्ण है। आपकी रुचि के अनुसार भोजन के संयोग बनेगे। प्रेम या दाम्पत्य सुख उत्तम है। आपके सामने आने वाली हर परिस्थिति व सम्पन्न किया गया, हर कार्य आपको प्रसन्नता देगा। मन में पूर्ण संतोष का साम्राज्य रहेगा।

तुला राशि (Libra) – रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते.

पारिवारिक सुख में कमी होगी। दांपत्य साथी की ओर से अनावश्यक परेशानियां पैदा की जाएंगी, वाद विवाद की स्थिति से बचें। कोई अपने दिए हुए प्रॉमिस को पूरा नहीं कर सकेगा। नए कार्य या उत्तरदायित्व लेने से बचना चाहिए। रोजगार में किसी भी प्रकार की जोखिम लेना उचित नहीं रहेगा। महत्वपूर्ण प्रपत्र या पत्र पर हस्ताक्षर से पहले सूक्ष्म करना, अध्ययन भविष्य उपयोगी सिद्ध होगा। संतान पक्ष की ओर से चिंता या दायित्व बढ़ेगा।

वृश्चिक राशि (Scorpio) – तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू.

स्वास्थ्य के प्रति ध्यान रखें। मानसिक कष्ट की भी संभावना है। अहम को चोट लगेगी। आपके साथ अच्छा व्यवहार होने की संभावना कम है। वाद विवाद की स्थितियां निर्मित होंगी। मानसिक एवं शारीरिक कष्ट संभव है। यात्रा में विशेष ध्यान रखें या संभव हो तो स्थगित रखें। नई विचार या योजना की पहल ना करना ही अच्छा सिद्ध होगा। राजनीति व सामाजिक क्षेत्र में कष्ट की संभावनाएं हैं। नई विचार या योजना की पहल ना करना ही अच्छा सिद्ध होगा। राजनीति व सामाजिक क्षेत्र में  कष्ट की संभावनाएं हैं।

धनु राशि (Sagittarius) – ये, यो, भ, भी, भू, ध, फ, ढ, भे.

कार्य के लिए किए गए प्रयास से प्रसिद्धि मिलेगी। आप के निर्णय सराहे जाएंगे। भाइयों या नौकरों यह अथवा कनिष्ठ वर्ग से पूर्ण सहयोग मिलेगा। आराम की स्थिति बनेगी। मनोबल अच्छा रहेगा। विजय और पराक्रम आपके साथ रहेंगे। कार्य पूर्ण होंगे। भाग्य साथ देगा। आज का काम आज ही निपटाना उचित होगा।

मकर राशि (Capricorn) – भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी.

खर्च की योजना बनेगी। अथवा धन का निवेश होगा। मार्केटिंग शॉपिंग की सूची बनेगी। भागदौड़ या कार्य के अधिकता रहेगी। परिवार का दायित्व बढ़ेगा या परिवार के कार्यों में अधिक समय देना होगा। परिवार के सदस्यों की ओर से चिंता की स्थिति रहेगी। बाद में विबाद में ना पड़े। संतान एवं परिवार के सदस्य आलोचना या टीका टिप्पणी भी कर सकते हैं। रोजगार में अधिकारी वर्ग की आप्रसन्नता भी सामने आ सकती है। राजनीति एवं जनप्रतिनिधियों के लिए सफल दिन नहीं है।

कुंभ राशि (Aquarius)– गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, द.

कल की तुलना में आज का दिन और भी अच्छा व्यतीत होगा। महत्वपूर्ण समाचार प्रसन्नता वर्धक रहेंगे। आर्थिक स्थिति उत्तम रहेगी। व्यापारिक लाभ होगा। रोजगार में उच्च अधिकारी प्रशंसा करेंगे। कनिष्ठ वर्ग पूर्ण सहयोग करेगा। कार्य की योजना बनाकर उसको निपटाना अच्छा रहेगा। सफलता के अवसर अधिक है। नए अनुबंध या नए अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं। विद्या के क्षेत्र में श्रेष्ठ सफलता के सुयोग हैं।

मीन राशि (Pisces) – दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची.

कल की तुलना में आज का दिन और भी विघ्न बाधा या परेशानी का सिद्ध हो सकता है। कार्यों की प्रगति रुक जाएगी। परामर्श-निष्क्रिय, मौन रहकर पठन, चिंतन पुजा पाठ मे दिन व्यतीत करना श्रेष्ठ उपाय होगा। अपेक्षा के अनुकूल की कोई भी कार्य होना कठिन प्रतीत होता है। यात्रा सुझाव मार्केटिंग शॉपिंग आदि नहीं करना उचित नहीं होगा। वाद विवाद से बचें। ऐसी स्थितियां उत्पन्न होंगी जिन पर जिन पर आप नियंत्रण नहीं कर सकेंगे। किसी प्रकार के नए काम या उत्तरदायित्व नहीं लेना चाहिए। आर्थिक स्थिति अनुकूल रहेगी।व्यापारिक लाभ सामान्य रहेगा। स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान दें। स्वास्थ्य या नेत्र के कारण कष्ट भी संभव है। मित्रों परिचितों के कारण कार्य में रूकावट या विलंब होगा।

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नक्षत्र  सुख बाधा  एवं नक्षत्र देवता की कृपा के उपाय

  •  वेद मंत्र  पुर्वा भाद्रपद : ॐ उतनाहिर्वुधन्य: श्रृणोत्वज एकपापृथिवी समुद्र: विश्वेदेवा ॠता वृधो हुवाना स्तुतामंत्रा कविशस्ता अवन्तु। ॐ अजैकपदे नम:।
  •  पौराणिक मंत्र : शिरसा महजं वंदे ध्येकपादं तमोपहम्l मुदे प्रोष्ठपदेवानं सर्वदेवनमस्कृतम्ll
  •  नक्षत्र देवता मंत्र : ॐ अजैकपदे नमःl
  •  नक्षत्र मंत्र : ॐ पुर्वाप्रोष्ठपद्भ्यां नमःl
  •  कार्य के पूर्व : विश्वेदेवों की भली प्रकार से पूजा करनी चाहिए। वे भक्त को संतानधन-धान्य और पृथ्वी प्रदान करते हैं। विश्वेदेवाय नम:। विष्णवे नम:। (कल्याणकारी, अहिंसित, अप्रतिरुद्ध और शत्रु नाशक समस्त यज्ञ चारों ओर से हमें प्राप्त हों अथवा हमारे पास आयें। जो हमें न छोड़कर प्रतिदिन हमारी रक्षा करते हैं, वे ही देवता सदा हमें वर्द्धित करें।[ऋग्वेद 1.89.1]अमर, अपराजित, वृद्धि से परिपूर्ण, कल्याणकारी वचन को हम ग्रहण करें जिससे विश्वेदेवा हमारी वृद्धि करते हुए रक्षक हों।)
  •  दिन दोष उपाय : स्नान जल मे कनेर पुष्प, केसर, खस, इलायची मिला कर स्नान करे। सूर्य देव को जल अर्पण करे। मंत्र-खखोलकाय नमः।
  •  बाधा मुक्ति के लिए दान : गुड़, लाल, वस्त्र, पुष्प तांबा नारंगी वस्तु, लाल चन्दन कनेर लाल पुष्प।
  •  दान : लाल गाय, सूर्य मंदिर 10 वर्ष तक के बच्चे,विष्णु, कृष्ण मंदिर मे दे सकते है।
  •  दिन दोष आपत्ति निराककरण के लिए घर से प्रस्थान पूर्व क्या खाएं : रसाल, आम, घी, पान मे से कोई भी पदार्थ। पान का पत्‍ता अपने पास रखकर निकलें। गुड़ या आम रस, पदार्थ कच्ची केरी चटनी आम का रस आदि ग्रहण करना चाहिए।
  •  सफलता के लिए : ओम सप्त तुरंगाय विद्महे सहस्त्र किरणाय धीमहि तन्नो सूर्यः प्रचोदयात्। आपो ज्योति रस अमृतम। परो रजसे सावादोंम। आपो ज्योति रस अमृतं। परो रजसे सावदोम।
  •  जैन मंत्र : ’ऊँ ह्रीं अर्हं सूर्य ग्रहारिष्ट निवारक। श्री पद्म प्रभु जिनेन्द्राय नमः सर्वशांतिं कुरू कुरू स्वाहा। मम (अपना नाम) दुष्ट ग्रह रोग कष्ट निवारणं सर्वशांतिं कुरू कुरू हूँ फट् स्वाहा।
    ग्रहाणामाआदिरात्यो लोकरक्षणकारक:। विषमस्थानसम्भूतां पीडां हरतु मे रवि:। ग्रहों में प्रथम परिगणितअदिति के पुत्र तथा विश्व की रक्षा करने वाले, भगवान सूर्य विषम स्थानजनित मेरी पीड़ा का हरण करें। (ब्रह्माण्डपुराण) शुद्ध स्फटिक मणि के समान कांतिमान अजन्मा प्रभु की पूजा करने से उत्तम भक्ति और विजय प्राप्त होती है। अन्न दान करना चाहिए।

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