G20 सम्मेलन को PM मोदी ने किया संबोधित, कहा- रूस-यूक्रेन जंग रोकने में UN पूरी तरह से फेल

PM Modi G20प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडोनेशिया के बाली में आयोजित 17वें G-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। G-20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत आज से हो गई है, जो कल तक जारी रहेगी। वहीं शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हम लोगों को यूक्रेन में जारी युद्ध को रोकने का रास्ता खोजना होगा। पिछली सदी में द्वितीय विश्व युद्ध ने दुनिया में कहर बरपाया है। उस दौरान के नेताओं ने उसके बाद विश्व शांति के लिए गंभीर प्रयास किए थे। उन्होंने इस दौरान कहा कि आज दुनिया को G20 से अधिक अपेक्षाएं हैं।

यह भी पढ़ें:- BJP ने गुजरात चुनाव के लिए जारी की चौथी लिस्ट, अब तक 179 नामों पर मुहर

PM मोदी ने G-20 में फूड एनर्जी सिक्योरिटी सेशन में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि कोरोना और यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया की सप्लाई चेन प्रभावित हुई है। रूस-यूक्रेन को लेकर PM मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इससे दुनिया में तबाही फैल गई है। यूएन जैसी संस्थाएं इन मुद्दों पर विफल रही हैं। इसलिए हम सभी को मिलकर यूक्रेन युद्ध रोकने का रास्ता निकालना होगा। PM ने जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 वैश्विक महामारी और यूक्रेन का जिक्र करते हुए वैश्विक स्तर पर चुनौतीपूर्ण वातावरण के बीच G-20 के नेतृत्व के लिए इंडोनेशिया की तारीफ भी की। (PM Modi G20)

बाली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाइडेन समेत अन्य वैश्विक नेताओं से मुलाकात की है। उन्होंने इस दौरान कहा कि आज दुनिया को G20 से अधिक अपेक्षाएं हैं। PM ने कहा, ‘आज की खाद की कमी कल का खाद्य संकट है, जिसका समाधान दुनिया के पास नहीं होगा। PM ने कहा  मैंने हमेशा कहा है कि हमें यूक्रेन में युद्धविराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का रास्ता खोजना होगा। पिछली सदी में द्वितीय विश्व युद्ध ने दुनिया में कहर बरपाया था, जिसके बाद उस समय के नेताओं ने शांति का रास्ता अपनाने का गंभीर प्रयास किया। अब हमारी बारी है। (PM Modi G20)

उन्होंने कहा कि यूरोपीय देश ऊर्जा संकट से जूझ रहे हैं। PM ने कहा कि वैश्विक विकास के लिए भारत की ऊर्जा सुरक्षा महत्वपूर्ण है। क्योंकि, भारत दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है। उन्होंने कहा, हमें ऊर्जा की आपूर्ति पर किसी भी प्रतिबंध को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और ऊर्जा बाजार में स्थिरता सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि 2030 तक हमारी आधी बिजली नवीकरणीय ऊर्जा से पैदा होगी। समावेशी ऊर्जा परिवर्तन के लिए विकासशील देशों को समयबद्ध और किफायती वित्त और प्रौद्योगिकी की सतत आपूर्ति आवश्यक है। (PM Modi G20)

Related Articles

Back to top button