पति - पत्नी के सुखमय दाम्पत्य जीवन में प्रेम का प्रतीक माने जाने वाला करवा चौथ का व्रत सुहागिनों के लिए एक अहम् व्रत माना गया है।
करवा चौथ की रात पति-पत्नी के लिए बेहद खास मानी जाती है।
पत्नी ये व्रत अपने पति की लम्बी उम्र के लिए रखती हैं ऐसे में पति को चाहिए कि वे पत्नी से प्रेम भाव से पेश आए और इस व्रत को विधिपूर्वक पूरा करने में उसका सहयोग दे।
करवा चौथ पर पत्नी पूरा दिन पति के लिए उपवास रहती हैं। पत्नी को चाहिए कि वे व्रत खोलने के बाद पत्नी को कोई न कोई सरप्राइज गिफ्ट जरुर दें। ये गिफ्ट उनकी पसंद का ही हो।
करवा चौथ पर पति - पत्नी को अकेले में खुशनुमा पल जरुर बिताने चाहिए। करवा चौथ पर दिन और रात पति पत्नी के नाम होने चाहिए।
करवा चौथ पर पति को चाहिए कि वे पत्नी को डेट पर ले जाए। वे उन्हें डिनर डेट हो या लॉन्ग ड्राइव डेट पर ले जा सकते हैं। इससे उनके रोमांटिक रिश्ते की पुरानी यादें भी ताजा हो जाएगी।
पत्नी को चाहिए कि वे सुबह से लेकर रात तक अन्न , जल का त्याग कर पति के लिए व्रत रखे और शाम को 16 श्रृगांर कर माता करवा की पूजा करें।
इसके बाद चाँद को अर्घ्य देकर पति के हाथों से पानी पीकर व्रत तोड़ें और पति से आशीर्वाद लें।