Green Comet : 50 हजार साल बाद पृथ्वी के पास आया हरे रंग का अद्भुत धूमकेतु, ये है देखने का सबसे सही समय
Green Comet : हजारों साल बाद ब्रह्मांड में अद्भुत खगोलीय घटना हो रही है। जिसके हम सभी गवाह बने हैं। एक दुर्लभ हरे रंग का धूमकेतु इस सप्ताह पृथ्वी के ठीक बगल से गुजर रहा है। नासा ने बताया है कि इसे दूरबीन के जरिए देख सकते हैं। अगर आप ऐसी जगह पर हैं जहां पर आसमान साफ हो तो इस बेहद ही दुर्लभ नजारे को आंखों के जरिए भी देखा जा सकता है।
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इस धूमकेतु को C/2022 E3 (ZTF) नाम दिया गया है। यह शुक्रवार (10 फरवरी) और शनिवार (11 फरवरी) की शाम को धरती और मंगल की कक्षाओं के बीच से गुजरने वाला है। लाल ग्रह के बगल में यह एक पंखे के धब्बे का आकार का नजर आएगा।
Green Comet : 50 हजार साल बाद
खास बात ये है कि धूमकेतु सूर्य के चारों ओर अंडाकार कक्षा में चलते हुए 50 हजार साल में अपना एक चक्कर पूरा करता है। इसके पहले यह 50 हजार साल पहले धरती के करीब से गुजरा था और आगे भी इसके ऐसी ही करने की संभावना है। इसका मतलब ये हुआ कि इस धूमकेतु को देखने का हमारे पास ये आखिरी मौका होगा।
Movie of the green comet (C/2022 E3 ZTF) from my backyard, sped up about 200x. The last time this visitor from the Oort cloud passed by, Neanderthals walked the Earth. Also, it's moving at over 50km/s with respect to Earth, so watch out! pic.twitter.com/kmC78LO2uN
— Rus Belikov (@rbelikov) February 10, 2023
ये है देखने का सबसे सही समय
धूमकेतु वास्तव में 1 फरवरी की रात को पृथ्वी के सबसे करीब पहुंचा था लेकिन इसे देखने का सबसे अच्छा समय अब आया है। इस महीने की शुरुआत में चंद्रमा का प्रकाश रास्ते में आ गया था जिससे यह साफ नहीं नजर आता लेकिन अब इसे बेहद साफ देखा जा सकता है।
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शुक्रवार रात में यह जब मंगल के करीब होगा तो इतना साफ दिखेगा कि इससे बेहतर मौका दोबारा नहीं मिल सकता। इसके बाद यह हमेशा के लिए पृथ्वी की कक्षा से रास्ता बदल सकता है। फिर शायद हम इसे कभी नहीं देख सकेंगे।
Green Comet नाम क्यों?
इसे पिछले साल ही खोजा गया था। चूंकि यह एक कॉमेट है यह हमारे सोलर सिस्टम की शुरुआत से ही सूर्य का चक्कर लगा रहा है। इस दौरान यह कई बार सूर्य के बहुत नजदीक से गुजरता है और इस तरह यह बहुत गर्म हो जाता है। इसके चलते यह एक रोशनी छोड़ता है. यह कॉमेट एक हरी रोशनी छोड़ रहा है। इसलिए इसे ग्रीन कॉमेट कहा जाता है।