सीएम भूपेश बघेल ने किया National Tribal Literature Festival का शुभारंभ

पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव (National Tribal Literature Festival) का शुभारंभ किया. यह महोत्सव 3 तीन तक चलेगा. आदिमजाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान द्वारा आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम (National Tribal Literature Festival) में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, शिक्षा मंत्री प्रेमसाय टेकाम, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़ियां उपस्थित हैं.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रख्यात कवि एवं पद्मश्री डॉ. हलधर नाग को सम्मानित करते हुए गले लगाया. राष्ट्रीय जनजातीय साहित्य महोत्सव के उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्यमंत्री ने जनजातीय साहित्य और संस्कृति पर गहराई से लिखने वाले साहित्यकार ओडिसा के कोसली भाषा के कवि एवं लेखक पद्मश्री हलधर नाग का आत्मीय स्वागत किया.

19 अप्रैल से 21 अप्रैल तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजन कार्यक्रम में 104 शोध पत्रों का वाचन किया जाएगा. कला एवं चित्रकला प्रतियोगिता ड्राइंग शीट पर पेंटिंग का आयोजित होगा. इसके साथ ही जनजातीय नृत्य की प्रस्तुति होगी. तीन दिवस कार्यक्रम में शाम 5 बजे से 8 बजे तक जनजातीय नृत्यो की प्रस्तुतियां की जाएगी.

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राष्ट्रीय साहित्य महोत्सव को दो भागों- शोधपत्र पठन और वरिष्ठ साहित्यकारों के साथ परिचर्चा में विभाजित किया गया है। शोधपत्र पठन के अंतर्गत देशभर से जनजातीय साहित्य पर आधारित शोध पत्र राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्रों, विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों के माध्यम से आमंत्रित किए गए हैं। इसी प्रकार वरिष्ठ साहित्यकारों के साथ परिचर्चा में देशभर के जनजातीय साहित्य से संबंधित विभिन्न विषयों के स्थापित एवं नवोदित साहित्यकारों को आमंत्रित कर जनजातीय परम्परा में साहित्य तथा वर्तमान स्थिति, जनजातीय कथाएं, जनजातीय कविताएं, पुरखा साहित्य आदि पर परिचर्चा कराई जाएगी। इसके फलस्वरूप जनजातीय साहित्य की विभिन्न विधाओं की जानकारी के साथ ही इसमें विभिन्न रचनाकारों द्वारा किए जा रहे साहित्य सृजन के अभिनव प्रयासों से आम तथा सुधीजन परिचित हो सकेंगे, जो जनजातीय साहित्य के संरक्षण एवं विकास में उपयोगी होगा।

 

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