कलेक्टर मीणा ने एक के बाद एक की ताबड़तोड़ कार्रवाई, तहसीलदार, पटवारी को नोटिस, सचिव सस्पेंड

Durg Collector Pushpendra Action: दुर्ग के कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने एक के बाद एक कई विभागों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। दरअसल, कलेक्टर अलग-अलग जगहों पर निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस दौरान लापरवाही मिलने पर उन्होंने तहसीलदार, मेडिकल अफसर, RI और पटवारी को नोटिस जारी किया। जबकि एक सचिव को सस्पेंड कर दिया है। कलेक्टर शाम को भिलाई तहसील कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने सभी राजस्व प्रकरणों से संबंधित दस्तावेज देखे।

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निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि कुछ प्रकरण में राजस्व निरीक्षक और पटवारी के प्रतिवेदन लंबे समय से लंबित थे। इस पर कलेक्टर ने अतिरिक्त तहसीलदार क्षमा यदु जमकर फटकार लगाई और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया। इसके साथ ही उन्होंने गार्गी सत्यनारायण शुक्ला पूर्व राजस्व निरीक्षक कोहका और वर्तमान राजस्व निरीक्षक डायवर्सन शाखा, शत्रुहन मिश्रा पटवारी कोहका, राजेश बंजारी और पटवारी कुरुद को शोकॉज नोटिस जारी किया। (Durg Collector Pushpendra Action)

उन्होंने कहा कि अगर समय पर सभी प्रकरण का निराणकरण किया जाए नहीं तो आगे और बड़ी कार्रवाई की जाएगी। अतरिक्त तहसीलदार क्षमा यदु ने कलेक्टर से कहा कि RI और पटवारी समय पर प्रतिवेदन नहीं देते हैं। इस पर कलेक्टर ने उन्हें कहा कि इसकी सूचना SDM को दें। लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान कलेक्टर ने सीमांकन और बटांकन के प्रकरण भी देखे। कलेक्टर ने पाया कि पटवारी और RI के प्रतिवेदन समय पर आ जाते तो इन्हें काफी पहले हल किया जा सकता था। (Durg Collector Pushpendra Action)

कलेक्टर मीणा ने कहा कि राजस्व मामलों में समय सीमा पर निराकरण काफी महत्वपूर्ण होता है और ऐसे मामले जो विवादित न हों, उन्हें समय सीमा के काफी पूर्व हल कर लिया जाना चाहिए। कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत CEO ने तत्कालीन सचिव, ग्राम पंचायत करेली/डगनिया जनपद पंचायत धमधा श्यामकार्तिक यादव को बर्खास्त कर दिया है। उन्होंने जांच में पाया कि यादव ने ग्राम पंचायत करेली में पदस्थापना के दौरान PFMS से किसी अन्य फर्म को राशि भुगतान किए जाने और रोकड़ में अन्य फर्म का देयक लगाया गया है।

वहीं PFMS के माध्यम से भुगतान की गई राशि को रोकड़ में नगद राशि दर्ज किया गया है और लेखा नियम का पालन नहीं किया गया। तकनीकी-प्रशासकीय स्वीकृति और मूल्याकन के 3 लाख 30450 रुपए का व्यय किया। ग्राम पंचायत डगनिया में पदस्थापना के दौरान शैल वर्मा, सरपंच के हस्ताक्षर स्कैन कर सरपंच के बिना जानकारी के हस्ताक्षर सील बनवाकर 1 लाख 67,200 और 1 लाख 50 हजार रुपए समेत कुल 3 लाख 17,200 रुपए निकाल लिए। इस लापरवाही के लिए श्यामकार्तिक यादव बर्खास्त किया गया है। (Durg Collector Pushpendra Action)

कलेक्टर ने उतई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भी औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने दवाई वितरण केंद्र, लैब और OPD का निरीक्षण किया, जहां कलेक्टर ने स्वास्थ्य केंद्र में स्वच्छता से संबंधित अनियमितता पाई। इसके कारण उन्होंने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकारा और मेडिकल आफिसर के साथ लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों को नोटिस जारी करने का आदेश दिया। इसके साथ ही कलेक्टर ने कलेक्टर ने उतई और चंदखुरी के गौठानों का भी निरीक्षण किया। (Durg Collector Pushpendra Action)

निरीक्षण के दौरान उन्होंने चंदखुरी गौठान में शुरू हुए बायोफ्लॉक सिस्टम की जानकारी ली। वहीं कातरो आंगनबाड़ी केंद्र पहुंचकर कलेक्टर ने गतिविधियों और बच्चों को मिलने वाले आहार का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों की केंद्र में उपस्थिति के लिए पालकों से निरंतर संवाद और संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने शा.उ.मा.शा उतई में परीक्षा सम्बन्धी तैयारियों का जायजा लिया और कहा कि स्कूलों में रिवीजन को लेकर फोकस रहे। उन्होंने विक रिवीजन और एक्स्ट्रा क्लास के माध्यम से विद्यार्थियों के लिए डाउट क्लियरिंग सेशन संचालित करने के भी निर्देश दिए। (Durg Collector Pushpendra Action)

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