Chhattisgarh : महादेव सट्टा ऐप मामले में घिरे पूर्व सीएम भूपेश बघेल, ईओडब्ल्यू ने दर्ज किया FIR

FIR Against Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव सट्टा ऐप मामले में सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. मिली जानकारी के अनुसार, ईडी के प्रतिवेदन पर एसीबी/ईओडब्ल्यू ने भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है. पूर्व सीएम के खिलाफ 120 बी, 34, 406, 420, 467 समेत कई अनेक धाराओं में मामला दर्ज होने की बात सामने आ रही है. सोशल मीडिया पर एफआईआर की एक कॉपी भी जमकर वायरल हो रही है.

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पूर्व मंत्री और बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस पर निशाना साधा है. सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पतन के साथ ही सुशासन लौट आया है. कानून भी अपना काम कर रहा है. भगवान का नाम लेकर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी रचने वाले “बगुलाभगतो” पर महादेव का प्रकोप बरसना तय है. भूपेश बघेल जी विधानसभा चुनाव में जनता पहले ही आपको सबक सीखा चुकी है. आगे-आगे देखिए होता है क्या। (FIR Against Bhupesh Baghel)

क्या है महादेव बेटिंग ऐप?
महादेव बेटिंग ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया ऐप है. इस पर यूजर्स पोकर, कार्ड गेम्स, चांस गेम्स नाम से लाइव गेम खेलते थे. ऐप के जरिए क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों और चुनावों में अवैध सट्टेबाजी भी की जाती थी. अवैध सट्टे के नटवर्क के जरिए इस ऐप का जाल तेजी से फैला और सबसे ज्यादा खाते छत्तीसगढ़ में खुले. इस ऐप से धोखाधड़ी के लिए एक पूरा खाका बनाया गया था. दरअसल, महादेव बेटिंग ऐप कई ब्रांच से चलता था. हर ब्रांच को सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल फ्रेंचाइजी के रूप में बेचते थे. यूजर को सिर्फ शुरुआत में फायदा और बाद में नुकसान होता. फायदे का 80% हिस्सा दोनों अपने पास रखते थे. सट्टेबाजी ऐप रैकेट एक ऐसी मशीन की तरह काम करता है, जिसमें एल्गोरिदम यह तय करता है कि ऐप में अपना पैसा लगाने वाले केवल 30% ग्राहक ही जीतें. ((FIR Against Bhupesh Baghel))

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