Ganesh Chaturthi Pooja: आज घर-घर पधारेंगे गणपत्ति बप्पा, जानिए शुभ मुहूर्त

Ganesh Chaturthi Pooja: आज यानी बुधवार को  गणेश चतुर्थी की शुरुआत हो चुकी है। गणपत्ति बप्पा घर-घर पधारेंगे। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि स्थापना का शुभ मुहूर्त कितने से कितने समय तक है। ज्योतिषी के मुताबिक आज गणेशजी की स्थापना और पूजा के लिए दिनभर में कुल 5 शुभ मुहूर्त है। हालांकि सुबह 11.20 बजे से दोपहर 01.20 बजे तक का समय सबसे अच्छा माना जा रहा है, क्योंकि इस वक्त मध्याह्न काल रहेगा, जिसमें गणेश जी का जन्म हुआ था।

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ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक दोपहर में ही गणेश जी की स्थापना और पूजा करनी चाहिए। वहीं समय नहीं मिल पाए तो किसी भी शुभ लग्न या चौघड़िया मुहूर्त में भी गणपति स्थापना की जा सकती है। वैसे भी इस बार गणेश चतुर्थी पर 300 साल बाद ग्रहों की शुभ स्थिति बन रही और लंबोदर योग भी है। वहीं बहुत सारी चीजों से पूजन नहीं कर पाने पर इसके लिए छोटी पूजा विधि भी है, जिसके मुताबिक  चौकी पर स्वस्तिक बनाकर एक चुटकी चावल रखें। उस पर मौली लपेटी हुई सुपारी रखें। इन सुपारी गणेश की पूजा करें। वहीं इतना भी न हो पाए तो श्रद्धा से सिर्फ मोदक और दूर्वा चढ़ाकर प्रणाम करने से भी भगवान की कृपा मिलती है। (Ganesh Chaturthi Pooja)

दूर्वा और मोदक के बिना पूजा अधूरी

ज्योतिषी के मुताबिक सुबह नहाने के बाद गणेशजी के मंत्रों को पढ़कर प्रणाम कर के ऑफिस-दुकान या किसी भी काम के लिए निकलना चाहिए। गणपति पूजा के वक्त कई बातों को ध्यान में रखने चाहिए। पहला ये कि गणेश जी की मूर्ति पर तुलसी और शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए। दूर्वा और मोदक के बिना पूजा अधूरी रहती है। गणपति के पसंदीदा फूल जाती, मल्लिका, कनेर, कमल, चम्पा, मौलश्री (बकुल), गेंदा, गुलाब है। गणपति के पसंदीदा पत्तों में शमी, दूर्वा, धतूरा, कनेर, केला, बेर, मदार और बिल्व पत्र शामिल है। (Ganesh Chaturthi Pooja)

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अगर आप गणपति पूजा करने वाले हैं तो नीले और काले रंग के कपड़े न पहनें। चमड़े की चीजें बाहर रखकर पूजा करें और भगवान को अकेले कभी न छोड़ें।  स्थापना के बाद मूर्ति को इधर-उधर न रखें यानी हिलाएं नहीं। इस बार गणेश चतुर्थी पर पांच राजयोग और 300 सालों बाद ग्रहों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। वहीं, पूरे उत्सव के 10 दिनों के दौरान खरीदारी के 7 शुभ मुहूर्त भी रहेंगे। जिसमें आप इन्वेस्टमेंट से लेकर व्हीकल खरीदी तक कई शुभ काम कर सकेंगे। भाद्रपद महीने के शुक्‍ल पक्ष की चतुर्थी को गणेश स्‍थापना की जाती है। 10 दिन अपने भक्‍तों के साथ रहने के बाद गजानन वापस अपने लोक को चले जाते हैं और गणेश विसर्जन के साथ गणेशोत्‍सव पर्व संपन्‍न होता है। (Ganesh Chaturthi Pooja)

9 सितंबर को अपने धाम लौट जाएंगे गणपत्ति

हिंदू धर्म में बुधवार का दिन गणपति को स‍मर्पित है। इस साल गणेश चतुर्थी 31 अगस्‍त 2022 बुधवार को है। यानी कि 10 दिवसीय गणेशोत्सव पर्व बुधवार से शुरू होगा। ज्योतिषी के मुताबिक बुधवार के दिन अपने भक्‍तों के बीच गणेश जी का आगमन बेहद शुभ है। 31 अगस्‍त को गणपति स्‍थापना के 10 दिन बाद 9 सितंबर को भगवान गणेश अपने धाम को लौट जाएंगे। लोग ‘गणपति बप्‍पा मोरिया अगले बरस तू जल्‍दी आ’ के जयकारों के साथ गणेश विसर्जन करते हैं। इस दिन अनंत चतुदर्शी तिथि रहती है। इसके बाद 15 दिन के पितृ पक्ष शुरू होते हैं। पितृ पक्ष के दौरान लोग पितरों की आत्‍मा की शांति के लिए पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध करते हैं। (Ganesh Chaturthi Pooja)

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