कलेक्टर संवार रहे नौनिहालों की जिंदगी, घुमंतू और कचरा बीनने वाले 12 बच्चों को भेजा स्कूल

Ghumantu Baccho Ko Shiksha: मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में घुमन्तू, कचरा बीनने वाले, अनाथ और बेसहारा बच्चों को शिक्षा से जोड़कर उनके भविष्य को संवारने के लिए जिला प्रशासन संचालित बाल जतन अभियान धीरे-धीरे जोर पकड़ने लगा है। इस अभियान के तहत कलेक्टर पी.एस. ध्रुव की मौजूदगी में 12 घुमन्तू और कचरा बीनने वाले बच्चों को स्कूल में विधिवत दाखिला कराया गया। कलेक्टर ने इस मौके पर सभी बच्चों को तिलक लगा माला पहनाकर उनकी हौसला अफजाई की।

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उन्होंने सभी बच्चों को उनकी कक्षा के अनुसार बस्ता और पठन-पाठन सामग्री प्रदान करते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। शाला प्रवेशित सभी बच्चे चिरमिरी नगर निगम क्षेत्र के भैंस दफाई, महुआ दफाई, टिकरापारा इंदिरा नगर क्षेत्र के हैं। कलेक्टर ने इस मौके पर जब मौजूद पालकों से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और भविष्य को लेकर जब समझाइश भरी बातें की, तो पालक भावुक हो उठे। उनकी आंखों में बरबस आंसू आ गए। सभी पालकों ने अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने का संकल्प लिया और कहा कि हम काम पर जाने से पहले अपने बच्चों को स्कूल पहुंचाएंगे। (Ghumantu Baccho Ko Shiksha)

 

उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कलेक्टर और जिला प्रशासन के अधिकारियों के प्रति आभार जताते हुए कहा कि पहली बार प्रशासन ने उन जैसे गरीब-दुखियारों के बच्चों की शिक्षा-दीक्षा और भविष्य को लेकर इतनी संवेदनशीलता दिखाई है कि इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए, कम है। गौरतलब है कि मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में बाल जतन अभियान बीते 19 नवम्बर से शुरू किया गया है, अभी इस अभियान को शुरू हुए महीना भर भी नहीं बीता है कि जिला प्रशासन 15 घुमन्तू और कचरा बीनने वाले 15 बच्चों का दाखिला स्कूलों में कराया जा चुका है। (Ghumantu Baccho Ko Shiksha)

स्कूलों में ऐसे श्रेणी के प्रवेशित बच्चों की मॉनिटरिंग अधिकारी नियमित रूप से कर रहे हैं और सप्ताह में एक दिन स्कूल पहुंचकर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के बारे में शिक्षकों से चर्चा कर उनका मूल्यांकन रिपोर्ट भी तैयार कर रहे हैं। यह अभियान अभी शुरूआती दौर में जिले के नगरीय क्षेत्रों में शुरू किया गया है। बाद में इसका विस्तार ग्रामीण इलाकों में भी किया जाएगा। इस अभियान से स्वयं सेवी, समाज सेवी संस्थाओं को भी जोड़ने की पहल की जा रही है।  (Ghumantu Baccho Ko Shiksha)

कलेक्टर ने सभी धुमन्तू बच्चों के माता-पिता को आजीविकामूलक गतिविधियों से जोड़े जाने की भी पहल की है। इसके लिए निगम आयुक्त द्वारा एस.एल.आर.एम सेंटर और मल्टीएक्टिविटी सेंटर में संचालित गतिविधियों से ऐसे परिवारों के लोगों को प्राथमिकता से रोजगार देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। चिरमिरी स्थित शासकीय प्राथमिक शाला हल्दीबाड़ी शाला में कुमारी खुशबू, राकेश, मुकेश, कुमारी मुस्कान, कुमारी ज्योति, अभय कुमार, पीयूष, कुमारी मनीषा, अरूण कुमार, दीपक को कक्षा पहली में, वहीं के माध्यमिक शाला की कक्षा 6वीं में कुमारी नीतू, कुमारी आरती प्रवेश दिलाया गया। इस मौके पर जिला प्रशासन के अधिकारी और अध्यापकगण मौजूद थे। (Ghumantu Baccho Ko Shiksha)

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