कर्तव्य पथ पर निकली छत्तीसगढ़ की झांकी, आकर्षण का केंद्र रही ‘मुरिया दरबार’
Republic Day Parade 2024: नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल छत्तीसगढ़ की झांकी ‘बस्तर की आदिम जनसंसद: मुरिया दरबार‘ ने दर्शकों का मन मोह लिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के कई शीर्षस्थ लोग, विशिष्ट अतिथि और आम-नागरिक दर्शक-दीर्घा में उपस्थिति थे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि थे। प्रदेश की इस झांकी के विषय चयन और प्रस्तुतिकरण के लिए राज्य शासन ने जनसंपर्क विभाग को जिम्मेदारी दी थी। विषयों पर व्यापक शोध और अन्वेषण के बाद वरिष्ठ अधिकारियों समेत विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में झांकी को तैयार किया गया था।
यह भी पढ़ें:- CM विष्णुदेव साय ने मोहा युवाओं का मन, छात्रों से चर्चा कार्यक्रम में खुलकर पूछे प्रश्न
छत्तीसगढ़ की झांकी भारत सरकार की थीम ‘भारत लोकतंत्र की जननी’ पर आधारित थी। यह झांकी जनजातीय समाज में आदि-काल से उपस्थित लोकतांत्रिक चेतना और परंपराओं को दर्शाती है, जो आजादी के 75 साल बाद भी राज्य के बस्तर संभाग में जीवंत और प्रचलित है। इस झांकी में केंद्रीय विषय “आदिम जन-संसद” के अंतर्गत जगदलपुर के “मुरिया दरबार” और कोंडागांव जिले के बड़े डोंगर में स्थित “लिमऊ-राजा” को दर्शाया गया था। झांकी के प्रदर्शन के दौरान कर्तव्य पथ पर छत्तीसगढ़ के लोक कलाकारों ने परब नृत्य भी प्रस्तुत किया। (Republic Day Parade 2024)
#WATCH दिल्ली: कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस की परेड में छत्तीसगढ़ की झांकी प्रस्तुत की गई। #RepublicDay2024 pic.twitter.com/GFdWu0qYul
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 26, 2024
बता दें कि मुरिया दरबार विश्व-प्रसिद्ध बस्तर दशहरे की एक परंपरा है, जो 600 सालों से चली आ रही है। इस परंपरा के उद्गम के सूत्र कोंडागांव जिले के बड़े-डोंगर के लिमऊ-राजा नामक स्थान पर मिलते हैं। इस स्थान से जुड़ी लोककथा के अनुसार आदिम-काल में जब कोई राजा नहीं था, तब आदिम-समाज एक नीबू को राजा का प्रतीक मानकर आपस में ही फैसला ले लिया करता था। परेड में शामिल होने वाली झांकियों के लिए सभी राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालय और विभागों से रक्षा मंत्रालय प्रस्ताव मांगता है। इन प्रस्तावों का मूल्यांकन किया जाता है। झांकियों के चयन के लिए विशेषज्ञ समिति के साथ विभिन्न चरणों में कई बैठकें होती हैं। इसके बाद फैसला लिया जाता है। (Republic Day Parade 2024)
कर्तव्य पथ पर, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रस्तुत करती, बस्तर के मुरिया दरबार की झांकी बनी आकर्षण का केंद्र.
छत्तीसगढ़ की झांकी में इस वर्ष बस्तर की आदिम जनसंसद “मुरिया दरबार” को प्रदर्शित किया गया है। @PMOIndia @vishnudsai pic.twitter.com/0rFMClbQQM
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) January 26, 2024