शरद गुट के NCP विधायक का विवादित बयान, कहा- भगवान राम शाकाहारी नहीं, मांसाहारी थे…

Jitendra Awhad Statement: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक दिन पहले कहा था कि इंडी गठबंधन हमारी आस्था पर चोट करता है। इस बीच I.N.D.I.A गठबंधन से जुटे NCP (शरद गुट) के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया है। आव्हाड ने 3 जनवरी को शिर्डी में कहा था कि राम हमारे और बहुजनों के हैं। भगवान राम शिकार करके खाते थे। हम भी श्रीराम के आदर्शों पर चल रहे हैं। राम को आदर्श बताकर लोगों पर शाकाहारी खाना थोपा जा रहा है। उनका कहना था कि भगवान राम शाकाहारी नहीं, मांसाहारी थे। इसे लेकर विवाद बढ़ गया है।

यह भी पढ़ें:- रायपुर में साल 2023 में 63 लोगों की हुई हत्या, 214 के साथ दुष्कर्म की वारदात

विधायक जितेंद्र आव्हाड के बयान पर भाजपा और हिंदू संगठनों ने आपत्ति जताई है। महाराष्ट्र बीजेपी की ओर से कहा गया है कि आव्हाड के खिलाफ पुलिस में FIR दर्ज कराएगी। वहीं अजित गुट के NCP कार्यकर्ताओं ने ठाणे स्थित आव्हाड के घर के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। वे जितेंद्र आव्हाड के घर पर भगवान राम की तस्वीर लेकर आरती करने पहुंचे थे। उन्होंने ‘जय श्री राम’ और ‘जितेंद्र आव्हाड मुर्दाबाद’ के नारे भी लगाए। वहीं भाजपा ने आव्हाड के खिलाफ FIR दर्ज कराने की बात कही है। इस घटना के बाद जितेंद्र आव्हाड के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिस तैनात की गई। हालांकि विवाद यहीं खत्म नहीं हुआ। जैसे ही प्रदर्शनकारी वहां से गए, जितेंद्र आव्हाड के लोगों ने उस जगह को गोमुत्र से साफ किया। (Jitendra Awhad Statement)

इधर, विधायक जितेंद्र आव्हाड पर बवाल मच गया है। उनके बयान पर अयोध्या राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि NCP के नेता जो बोल रहे हैं वो बिल्कुल गलत है। किसी भी शास्त्र में ऐसा नहीं लिखा है कि भगवान जब वनवास के लिए गए थे तो उन्होंने मांस खाया था। सभी जगह लिखा है कि उन्होंने कंद-मूल फल खाए। शास्त्र ही प्रमाण हैं। ये विचार निंदनीय हैं। वहीं भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि क्या हो गया है इन्हें? एक ओर शरद पवार की चुप्पी, दूसरी ओर उद्धव ठाकरे की चुप्पी। परिवार को कैसे राजनीति में लाएं उन्हें (उद्धव ठाकरे) बस इसी बात की पड़ी है। ये सोची समझी राजनीति है। बार-बार हिंदू समाज का मजाक उड़ाओ और किसी एक संप्रदाय को खुश करो। (Jitendra Awhad Statement)

इसके बाद विधायक जितेंद्र आव्हाड ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अजित पवार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि श्रीराम ने अपने भाई भरत को राजगद्दी देने के लिए चौदह साल का वनवास स्वीकार किया था, लेकिन भरत ने भगवान राम की चरण पादुका को सिंहासन पर रखकर शासन किया। यहां पिता समान चाचा (शरद पवार) को घर से बाहर निकाल दिया और वनवास पर भेज दिया गया। भगवान राम अपने माता-पिता का सम्मान करते थे। आपके नेता (अजित पवार) माता-पिता का अपमान कर उन्हें घर से निकाल देते हैं। शरद पवार ने 2 मई को NCP अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था, जिसके बाद अजित ने खुद को NCP का अध्यक्ष घोषित कर दिया था। हालांकि बाद में शरद ने अपना फैसला वापस ले लिया। इसके बाद जुलाई में अजित पवार NCP तोड़कर महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए। अभी वे महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम हैं। (Jitendra Awhad Statement)

Related Articles

Back to top button