जशपुर CMHO ने की बड़ी कार्रवाई, पंडरापाठ स्वास्थ्य केंद्र के पर्यवेक्षक और ग्रामीण चिकित्सा सहायक को किया निलंबित
Jashpur CMHO Action: जशपुर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने पंडरापाठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पर्यवेक्षक के. पी. प्रजापति और ग्रामीण चिकित्सा सहायक केके वर्मा को निलंबित कर दिया है। उन्होंने पुरुष पर्यवेक्षक प्रजापति को अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित होने और ग्रामीण चिकित्सा सहायक वर्मा द्वारा उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर कर कार्यालय से अनुपस्थित पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।
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जशपुर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से मिली जानकारी अनुसार 06 जून 2023 को CMHO बगीचा द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरापाठ का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान केंद्र में पदस्थ कर्मचारी के.पी. प्रजापति पुरुष पर्यवेक्षक 28 मई 2023 से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थिति पाए गए। पूर्व में भी खंड चिकित्सा अधिकारी बगीचा के द्वारा अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित होने पर प्रजापति को चेतावनी पत्र जारी किया जाकर सेवा अभिलेख में इंद्राज की जा चुकी है। (Jashpur CMHO Action)
इसी प्रकार ग्रामीण चिकित्सा सहायक केके वर्मा भी निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर कर कार्यालय से अनुपस्थित पाए गए। उन्हें भी पूर्व में खंड चिकित्सा अधिकारी बगीचा के द्वारा चेतावनी पत्र जारी किया गया है। CMHO ने प्रजापति और वर्मा के उक्त कृत्यों छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के विपरीत बताते हुए संबंधितों को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम (वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील) नियम 1966 के नियम 9 के तहत निलंबित किया किया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कासाबेल निर्धारित किय गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। (Jashpur CMHO Action)
वहीं पटवारियों की हड़ताल पर छत्तीसगढ़ सरकार ने एस्मा के तहत एक्शन लेने का मन बना लिया है। बता दें कि पटवारी हड़ताल को बीजेपी प्रदेश संगठन अध्यक्ष अरुण साव ने भी समर्थन दिया है। आमजनों को हो रही पटवारियों की हड़ताल के बाद मुख्यमंत्री ने नाराजगी दिखाई थी इसके बाद विभाग ने एक्शन लेते हुआ एस्मा लगा दिया है। तत्संबंध में आदेश भी जारी हो गया है। छत्तीसगढ़ में 24 दिनों से काम बंद कर हड़ताल कर रहे पटवारियों के खिलाफ राज्य सरकार का कड़ा रुख सामने आया है। राज्य सरकार ने हड़ताल के खिलाफ एस्मा लगाया है। दूसरी ओर पटवारियों की एक बैठक में बुधवार को निर्णय लिया गया है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होती हड़ताल जारी रहेगी।