Notice On Reading Chalisa: इस विश्वविद्यालय में हनुमान चालीसा का पाठ करने पर 20 छात्रों को नोटिस जारी

Notice On Reading Chalisa: MP की राजधानी भोपाल में हनुमान चालीसा पढ़ने पर 20 छात्रों को नोटिस जारी करने का मामला सामने आया है। दरअसल, वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी ने हॉस्टल में सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा पढ़ने पर छात्रों पर जुर्माना लगाया है। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट ने इन छात्रों को नोटिस देकर 5-5 हजार रुपए फाइन भरने को कहा है। इसकी शिकायत मिलने पर मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि- छात्रों पर जुर्माना नहीं लगेगा। हनुमान चालीसा का पाठ हिंदुस्तान में नहीं होगा तो कहां होगा।

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बता दें कि कुछ दिन पहले यूनिवर्सिटी में बीटेक सेकेंड ईयर के 20 छात्रों ने हॉस्टल के रूम में एक साथ हनुमान चालीसा पढ़ा था। इस बात की शिकायत स्टूडेंट्स के एक अन्य ग्रुप ने मैनेजमेंट से कर दी। शिकायत सही पाए जाने पर छात्रों की अगुवाई कर रहे 7 छात्रों पर जुर्माना लगाए जाने का नोटिस जारी किया गया। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट की कार्रवाई को आपत्तिजनक बताया है। उन्होंने कहा कि- सीहोर कलेक्टर चंद्र मोहन को पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं। किसी छात्र पर कोई जुर्माना नहीं होगा। हमने उनको संदेश दे दिया है कि हनुमान चालीसा पढ़ने पर किसी तरह का जुर्माना न करें। बच्चों को समझाइश दी जा सकती है। (Notice On Reading Chalisa)

पहले भी सुर्खियों में आ चुका है विश्वविद्यालय 

इधर, कलेक्टर चंद्र मोहन ने बताया कि कुछ छात्रों ने विशेष आयोजन किया था। इसकी अनुमति उन्होंने नहीं ली थी। कुछ छात्रों ने इसका विरोध करते हुए मैनेजमेंट से शिकायत कर दी। मामला कुछ दिन पुराना बताया जा रहा है। बता दें कि इससे पहले भी VIT विवाद सामने आ चुका है। यहां के एक छात्र ने मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन बोली के लिए एक ऐप बनाया था। वहीं इस मामले पर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार केके नायर ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। 6 महीने पहले दिल्ली पुलिस ने बुली बाई ऐप बनाने वाले VIT के स्टूडेंट नीरज बिश्नोई को पकड़ा था। बुली बाई ऐप के जरिए मुस्लिम समुदाय की महिलाओं की तस्वीरें लगाकर कथित तौर पर उनकी बोली लगाने का आरोप है। वह VIT के सीहोर कैंपस में बीटेक सेकेंड ईयर का स्टूडेंट था। विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना था कि उसने दो साल पहले एडमिशन लिया था, लेकिन कोरोना के कारण नहीं आया। उस समय ये मामला काफी तूल पकड़ा था। (Notice On Reading Chalisa)

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