Dangerous Mobile Apps: अगर आप भी है एंड्रॉयड यूजर तो तुरंत डिलीट करें ये 35 खतरनाक ऐप्स, नहीं तो खाली हो सकता है बैंक अकाउंट

Dangerous Mobile Apps: अगर आप भी एंड्रॉयड यूजर है तो आपको भी 35 खतरनाक ऐप्स को डिलीट कर देना चाहिए। दरअसल, गूगल ने अपने प्लेटफॉर्म से कथित तौर पर 35 ऐप्स को हटा दिया है। इन ऐप्स को यूजर्स के लिए बेहद खतरनाक माना जा रहा है, क्योंकि ये ऐप्स चलाने वालों के पैसे चुरा सकते हैं। दरअसल, एंड्रॉयड ऐप डेवलपर्स के लिए एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म है और कहीं न कहीं यही कारण है कि इस प्लेटफॉर्म पर बड़ी संख्या में ऐसे ऐप्स मौजूद रहते हैं, जो किसी न किसी तरीके से यूजर्स को हानि पहुंचाने का काम करते हैं।

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गुगल समय-समय पर इन ऐप्स को अपने प्लेटफॉर्म से हटाता भी रहता है। हाल ही में, कंपनी ने अपने एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम के ऐप स्टोर से कुछ ऐसे ऐप्स को हटाया था, जिनमें मैलवेयर थे। अब, गूगल ने अपने प्लेटफॉर्म से कथित तौर पर 35 ऐप्स को हटा दिया है। इन ऐप्स को यूजर्स के लिए बेहद खतरनाक माना जा रहा है, क्योंकि ये ऐप्स ऐप्स चलाने वालों के पैसे चुरा सकते हैं। (Dangerous Mobile Apps)

गुगल प्ले स्टोर पर मौजूद थे 35 नए एंड्रॉयड ऐप्स 

साइबर सिक्योरिटी फर्म Bitdefender के एक ब्लॉग पोस्ट के मुताबिक गुगल प्ले स्टोर पर 35 नए एंड्रॉयड ऐप्स मौजूद थे, जो यूजर्स के लिए बेहद खतरनाक थे। इन सभी ऐप्स को कुल 2 मिलियन यानी 20 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका था। ये ऐप्स अपना नाम और आइकन बदल देते हैं, जिससे यूजर को इस बात की भनक तक नहीं पड़ती कि उसके स्मार्टफोन पर एक ऐसा ऐप है, जो उसकी निजी जानकारी चुरा सकता है। ब्लॉग कहता है कि साइबर क्रिमिनल के पास गूगल प्ले पर पैसा कमाने के तरीकों में से एक है अपने टार्गेट को विज्ञापन दिखाना। यूं तो यह आम बात लगती है, लेकिन पीड़ित यूजर को दिखाए जाने वाले ये विज्ञापन यूजर अनुभव को बाधित करते हैं और सीधे मैलवेयर से जुड़े हो सकते हैं। (Dangerous Mobile Apps)

पहचान को पूरी तरह से बदल देते हैं ऐप्स

यह भी बताया गया है कि इन ऐप्स को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि यह एक बार यदि यूजर के मोबाइल फोन पर इंस्टॉल हो जाते हैं, तो इन्हें हटाना बेहद मुश्किल हो जाता है, क्योंकि ये अपनी पहचान को पूरी तरह से बदल देते हैं या छिपा देते हैं। ब्लॉग के मुताबिक अधिकांश समय, यूजर एप्लिकेशन को पसंद नहीं करने पर उसे हटाने का फैसला ले सकते हैं। लेकिन ये नए खतरनाक ऐप पीड़ितों को केवल उनका नाम और आइकन बदलने के लिए उन्हें इंस्टॉल करने के लिए प्रेरित करते हैं और यहां तक ​​कि डिवाइस पर उनकी उपस्थिति को छिपाने के लिए कुछ अतिरिक्त कदम उठाते हैं। यूजर्स अभी भी उन्हें अपनी इच्छानुसार हटा सकते हैं, लेकिन डेवलपर्स उन्हें प्रभावित डिवाइस पर ढूंढना अधिक कठिन बनाते हैं। (Dangerous Mobile Apps)

इन ऐप्स को गुगल द्वारा बैन किया जा चुका है, लेकिन अगर आपके मोबाइल फोन पर ये ऐप्स पहले से इंस्टॉल हैं, तो हम आपको इन्हें जल्द से जल्द अनइंस्टॉल यानी डिलीट करने की सलाह देंगे। अगर आपको यह ऐप्स ऐप लिस्ट में नहीं मिल रहे हैं, तो आप अपने फोन के ‘Settings’ ऐप के अंदर ‘Apps’ ऑप्शन पर जा सकते हैं और ‘मैनेज’ सेक्शन के अंदर इन ऐप्स को ढूंढ़ सकते हैं। यहां आपको “com.android” से शुरू होने वाले ऐप्स पर खास नजर रखनी होगी।

इन ऐप्स को किया गया बैन

  • Art Filter – Deep Photoeffect
  • Keyboard – Fun Emoji, Sticker
  • Fast Emoji Keyboard
  • Big Emoji – Keyboard
  • GPS Location Maps
  • My GPS Location
  • GPS Location Finder
  • Phi 4K Wallpaper – Anime HD
  • Walls light – Wallpapers Pack
  • Engine Wallpapers – Live & 3D
  • Grad Wallpapers – 3D Backdrops
  • Stock Wallpapers – 4K & HD
  • EffectMania – Photo Editor
  • Image Warp Camera
  • Art Girls Wallpaper HD
  • Cat Simulator
  • Smart QR Creatorॉ
  • Create Sticker for Whatsapp
  • Math Solver – Camera Helper
  • Photopix Effects – Art Filter
  • Led Theme – Colorful Keyboard
  • Smart Wifi
  • Image Warp Camera
  • Art Girls Wallpaper HD
  • Cat Simulator
  • Smart QR Creator
  • Colorize Old Photo
  • Girls Art Wallpaper
  • Smart QR Scanner
  • Volume Control
  • Secret Horoscope
  • Smart GPS Location
  • Animated Sticker Master
  • Personality Charging Show
  • Sleep Sounds
  • QR Creator
  • Media Volume Slider
  • Secret Astrology
  • Colorize Photos

कहा जा रहा है कि गुगल प्ले स्टोर में मौजूद 35 ऐप्स में मैलवेयर पाया है। साथ ही यह भी बताया गया है कि ये ऐप्स यूजर्स का पैसा भी चुरा रही हैं। अगर आपके पास इनमें से कोई भी एप है तो आपको उसे डिलीट करना होगा। अगर ऐसा नहीं किया गया तो आपके जीवन की सारी सेविंग चोरी हो सकती है। ये ऐप्स अपना नाम बदलकर और अपना आइकन बदलकर अपनी पहचान छिपाते हैं। एक बार जब वे अपनी पहचान छुपा लेते हैं, तो वे डिवाइस में सेंध लगाने का प्रोसेस शुरू कर देते हैं।

बता दें कि 35 एंड्रॉइड ऐप्स में मैलवेयर था और ये यूजर्स के पैसे चुराता था। ये ऐप्स यूजर्स को ऐप में ले जाने के बजाय टारगेटेड विज्ञापन दिखाती हैं और अगर यूजर उस पर क्लिक करते हैं, तो डिवाइस में तुरंत मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है। ये ऐप वास्तविक विज्ञापन भी दिखाता है जिससे वे प्ले स्टोर पर खुद को मॉनिटाइज कर सके।

मोबाइल यूजर्स को इन ऐप्स के बारे में नहीं पता होता है और वो हैकर्स के इस झांसे में फंस जाते हैं। फिर एक बार डिवाइस पर मैलवेयर इंस्टॉल हो जाने के बाद, यह सभी सेंसिटिव डाटा और पैसे को चुरा लेते हैं। अब उन ऐप्स के बारे में जान लेते हैं जो इस लिस्ट में शामिल हैं। बता दें कि गूगल ने इनमें से अधिकतर ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया है। हालांकि, ये अभी भी कई थर्ड पार्टी ऐप स्टोर जैसे APKSOS, APKAIO, APKCombo, APKPure और APKsfull पर उपलब्ध हैं, जिसे तुरंत डिलीज कर देना चाहिए।

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