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देशभर में आज धूमधाम से मनाई जा रही दिवाली, क्यों मनाया जाता है य़ह त्योहार, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त, पढ़ें पूरी खबर

Diwali Festival 2023: देशभर में आज रोशनी, उमंग का त्योहार दिपावली बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर दीपावली का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश जी की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन पूजा करने से और माता लक्ष्मी की आराधना करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक कार्तिक अमावस्या तिथि पर भगवान श्रीराम 14 साल का वनवास काटकर और लंका पर विजय करने के बाद अयोध्या लौटे थे, जिसकी खुशी सभी अयोध्यावासियों ने पूरे नगर में दीप जलाकर मनाया था। इसी कारण से तब से ये परंपरा चली आ रही है।

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ज्योतिषी ज्योतिषाचार्य पंडित यशस्वी योगेन्द्र शर्मा ने बताया कि, माता लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त आज शाम 5 बजकर 27 मिनट से रात 10 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। हिंदू धर्म ग्रंथ महाभारत में ये बताया गया है कि कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को पांडव 12 साल का वनवास व एक साल का अज्ञात वास पूरा कर अपने घर लौटे थे। बता दें कि कौरवों ने उन्हें शतरंज में हराकर 12 साल तक वनवास का दंड दिया था। जब पांडव वापस अपने घर लौट कर आए थे तब उनके घर आगमन की खुशी में नगरवासियों ने दीपोत्सव के साथ उनका स्वागत किया था। मान्यता है कि तब से ही दिवाली पर्व मनाया जाता है। शास्त्रों में इस बात का वर्णन मिलता है कि जब देवता और असुर समुद्र मंथन कर रहे थे। तब समुद्र मंथन से 14 रत्नों की उत्पत्ति हुई थी जिनमें से एक माता लक्ष्मी भी थी। (Diwali Festival 2023)

अमावस्या तिथि को माता लक्ष्मी का जन्म

मान्यता है कि कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को माता लक्ष्मी का जन्म हुआ था। इसलिए दिवाली के दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से सुख-समृद्धि, धन, यश और वैभव सभी की प्राप्ति होती है और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। शास्त्रों में इस बात का भी वर्णन मिलता है कि जब नरकासुर नामक राक्षस ने तीनों लोकों में अपने आतंक से हाहाकार मचा दिया था। तब सभी देवी-देवता और ऋषि मुनि उसके अत्याचार से परेशान हो गए थे। तब भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था। इसी विजय के उपलक्ष में 2 दिन तक खुशियां मनाई गई थी। (Diwali Festival 2023)

आज के दिन पृथ्वी पर आती हैं माता लक्ष्मी

शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, मां सरस्वती और धन के देवता कुबेर की पूजा-आराधना होती है। मान्यता है दिवाली की रात माता लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और घर-घर जाकर ये देखती हैं किसका घर साफ है और किसके यहां पर विधिविधान से पूजा हो रही है। माता लक्ष्मी वहीं पर अपनी कृपा बरसाती हैं। दिवाली पर लोग सुख-समृ्द्धि और भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी की विशेष पूजा करते हैं। दिवाली पर घरों को रोशनी से सजाया जाता है। बच्चे और बड़े पटाखे फोड़कर और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशियां मनाते हैं और बधाई देते हैं। (Diwali Festival 2023)

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