Bhagwan Mahadev: महादेव को प्रसन्न करने शिवलिंग पर अर्पित करें ये चीज, सभी परेशानी होगी दूर

Bhagwan Mahadev: सोमवार यानी आज के दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इस दिन सच्चे मन से भगवान महादेव और माता पार्वती की पूजा करने से भक्तों के कष्ट दूर होते हैं। साथ ही सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। शास्त्रों में शिवलिंग पर चढ़ाई जाने वाली चीजों का उल्लेख किया गया है, जिससे संकटों का नाश होता है। मान्यताओं के मुताबिक शिवजी को प्रसन्न करने का सबसे सरल उपाय शिवलिंग पर जल चढ़ाना है। कहा जाता है कि शिवलिंग पर जल अर्पित करते समय ऊॅं नमः शिवाय का जाप करना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि शिवलिंग पर जल अर्पित करने से चित शांत होता है।

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शास्त्रों में कहा गया है कि शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से व्यक्ति हमेशा स्वस्थ और रोग मुक्त रहता है। धार्मिक मान्यता है कि शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से भी शिवजी जल्दी प्रसन्न होते हैं। शिवलिंग पर चीनी चढ़ाना भी शुभ माना गया है। कहते हैं कि शिवलिंग पर चीनी अर्पित करने से घर में कभी यश, वैभव और कीर्ति की कमी नहीं होती। केसर से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। शास्त्रों के मुताबिक लाल केसर से शिवजी को तिलक करने से जीवन में सौम्यता आती है। इतना ही नहीं इससे मांगलिक दोष समाप्त होता है। कहा जाता है कि शिवलिंग पर इत्र अर्पित करने से भी भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। इससे मन की शुद्धि होती है और तामसी प्रवतियों से भी मुक्ति मिलती है। (Bhagwan Mahadev)

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वहीं शिवलिंग पर दही भी चढ़ाया जा सकता है। कहा जाता है कि शिवलिंग पर दही अर्पित करने से व्यक्ति परिपक्व बनता है और जीवन में स्थिरता आती है। शिवजी को प्रसन्न करने के लिए और उनकी विशेष कृपा के लिए शिवलिंग पर देसी घी भी अर्पित किया जा सकता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिवलिंग पर देसी घी से अभिषेक करने पर व्यक्ति बलवान होता है। शिवलिंग पर चंदन अवश्य लगाएं। कहते हैं कि चंदन लगाने से व्यक्ति को आकर्षक रूप प्रदान होता है। और जीवन में मान, सम्मान और ख्याति की कभी कमी नहीं आती। शिवलिंग पर शहद भी अर्पित किया जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार शहद अर्पित करने से वाणि में मधुरता आती है और दिल में परोपकार की भावना जागती है। (Bhagwan Mahadev)

शिवलिंग पर भांग अर्पित करना भी शुभ

शास्त्रों के मुताबिक शिवलिंग पर भांग अर्पित करना भी शुभ माना जाता है। भांग शिवजी भगवान को बेहद प्रिय है। इसलिए इसे चढ़ाने से भी भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। सोमवार के दिन या फिर नियमित रूप से इन 10 चीजों में से कोई एक चीज को नियमित अर्पित करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और आशीर्वाद मिलता है। कहते हैं इससे भगवान प्रसन्न होकर भक्त की सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। (Bhagwan Mahadev)

इन चीजों को चढ़ाना वर्जित

शिवजी की पूजा के दौरान लोग शिवलिंग पर पूजा सामग्रियां चढ़ाते हैं, लेकिन उन्हें ये नहीं पता होगा कि अनजाने में अर्पित की गई कुछ चीजें शुभ की जगह अशुभ फल दे सकती हैं, जिससे भगवान शिव नाराज हो सकते हैं। ऐसे कुछ चीजें हैं, जिसे गलती से भी शिवलिंग पर नहीं चढ़ानी चाहिए। मान्यताओं के मुताबिक तुलसी की पत्तियों का प्रयोग कभी भी भगवान शिव की पूजा नहीं करना चाहिए। इसके दो कारण है एक ये कि तुलसी के पति असुर जालंधर का वध भगवान शिव ने किया था। इसलिए भगवान शिव को उन्होंने अपने आलौकिक और देवीय गुणों वाले तत्वों से वंचित कर दिया। दूसरा भगवान विष्णु ने तुलसी को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया है। इसलिए भी शिवलिंग पर तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए। कई देवी-देवताओं की पूजा में हल्दी का प्रयोग किया जाता है, लेकिन शिवलिंग पर हल्दी चढ़ाना वर्जित माना जाता है। क्योंकि हल्दी की स्त्रोयोचित यानी स्त्री से संबंधित वस्तु होती है और शिवलिंग को पुरुष तत्व का प्रतीक माना जाता है।

शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए तिल

शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय दूध और जल में काले तिल डालकर कभी नहीं चढ़ाना चाहिए। यह भगवान विष्णु के मैल से उत्पन्न हुआ मान जाता है इसलिए इसे भगवान शिव को नहीं अर्पित किया जाना चाहिए। भगवान शिव को हमेशा अक्षत यानी साबूत चावल अर्पित करें। भूलकर भी टूटा हुआ चावल ना चढ़ाएं, क्योंकि टूटा चावल अपूर्ण और अशुद्ध होता है इसलिए यह शिव जी को नही चढ़ता। शिव भगवान की पूजा में नारियल चढ़ा सकते हैं, लेकिन शिवलिंग पर नारियल पानी नहीं चढ़ाना चाहिए। इस बात भी ध्यान रखें कि शिवजी को चढ़ाए गए नारियल को प्रसाद के रूप ग्रहण नहीं करना चाहिए।

शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए केतकी के फूल

शिवलिंग पर कभी भी केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए। कहा जाता है कि ब्रह्मा जी के झूठ में जब केतनी ने साथ दिया तो भगवान भोलेनाथ नाराज हो गए और उन्होंने श्राप देते हुए कहा कि उनकी पूजा में केतनी का फूल नहीं चढ़ाया जाएगा। सिंदूर या कुमकुम से भगवान शिव की पूजा ना करें। शिव पुराण में ये करने की मनाही है। शिव पुराण में महादेव को विनाशक बताया गया हैं।कारण यह है कि भगवान शिव वैरागी हैं और वैरागी लोग अपने माथे पर राख डालते हैं, कुमकुम नहीं।

शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए शंख जल

महादेव को कभी भी शंख से जल अर्पित नहीं करना चाहिए। क्योंकि भगवान शिव ने शंखचूड़ नामक असुर का वध किया था और शंख को उसी असुर का प्रतीक माना जाता है, जो भगवान विष्णु का भक्त था। इसलिए विष्णु भगवान की पूजा तो शंख से होती है लेकिन भगवान शिव की नहीं।

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