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Importance of Number one: जन्म दिनाँक से जानिए अंक की विशेषता, पढ़ें अंक 1 का क्या हैं महत्व

Importance of Number one: पहले हम यह जान लेते हैं कि अंको की उत्पत्ति कैसे हुई। वर्तमान के अंक ज्योतिष में जिस विवेचन या विधा को देख रहे हैं, वह कैसे आया था, मुलत: संख्या के गणित का ही विशेष प्रकार का फलित है। किंतु संख्या शब्द ज्योतिष के परिप्रेक्ष्य को प्रकट नहीं कर पाता, इसलिए इसे संख्या ज्योतिष के स्थान पर अंक ज्योतिष या अंक विज्ञान के नाम से जानते हैं।

जन्म दिनाँक से जानिए अंक की विशेषता

  •  अंक  –  देवता  –  ग्रह  –  स्वरूप
  •  0       ओम            पृथ्वी       अनंत
  •  1       सूर्य             सूर्य         ब्रह्म
  •  2       शिव            चंद्र          अर्धनारी
  •  3       विष्णु          गुरु          श्री शक्ति
  •  4       गणेश          राहु          स्वास्तिक
  •  5       लक्ष्मीनारायण    बुध    पंचतत्व
  •  6       देवी                शुक्र         रास
  •  7       नरसिंह            केतु         सप्त ऋषि
  •  8       भैरव शक्ति      सनी     अष्ट भैरव
  •  9       हनुमान जी       मंगल     नौ देवियां

अंक 0

यह अनंत का प्रतीक है . यह सूक्ष्म से सूक्ष्म है बृहद आकार है. इसमें अनंत असीम अस्तित्व छिपा है, जो सभी वस्तुओं का उद्गम स्रोत है, इस अनंत ब्रह्मांड में समस्त आकाश मंडल के सितारे प्रकाश पुंज, संपूर्ण सौरमंडल, आकाशगंगा, सार्वभौमिकता, विश्व प्रजनन शक्ति,  ग्रहों की परिक्रमा पथ आदि है.  इसी में संपूर्ण विश्व की शक्ति निहित है, आप कहीं से भी चलना प्रारंभ करें, पूरे विश्व व्यापी पृथ्वी का चक्कर लगा ले, लौटकर फिर वहीं आ जाएंगे, जहां से चले थे, अतः 0 में ही सब कुछ छिपा होने से इसे अनंत की शक्ति प्राप्त है.

एक (01) अंक का प्रयोग सकारात्मक एवं सक्रिय सिद्धांत के प्रतीक रूप में होता है. सूर्य स्वामी है. पुरुष लिंग प्रधान अग्नि तत्व धारी है. यह अहम का प्रतिनिधि है. आत्म स्वीकारोक्ति, सकारात्मकता, पृथकता वाद, आत्मनिर्भरता, श्रेष्ठता, गरिमा तथा प्रशासन का प्रतीक है. धार्मिक दृष्टिकोण से ग्रहों के स्वामी सूर्य को भगवान माना गया है. (Importance of Number one)

जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी मास की 1, 10, 19 अथवा 28 तारीख को हुआ हो, उनका मूलांक एक होता है, (क्योकि 19 = 1+9 -10 = 1 अंक शेष) इन तरीकों के अतिरिक्त यदि किसी अन्य संख्या का जोड़ एक हो तो उसका मूलांक भी एक ही होगा.

अंक 1 का महत्व (Importance of Number one) : अंक 1 अद्वैत का प्रतीक है,  इसलिए यह बहुत ही श्रेष्ठ और  प्रमुख अंग है. इसका स्वामी ग्रह सूर्य है. सूर्यरचनात्मक प्रवृत्ति का द्योतक है.  इस अंक वाले व्यक्ति की प्रवृतियां सदा ही रचनात्मक होती है. यह सदा स्वतंत्र रहना चाहता है. अपना व्यक्तित्व होता है. इसे नई बातों की खोज का शौक होता है, इसके विचार दृढ़ होते हैं. कई बार तो उसके विचारों में इतनी दृढ़ता होती है, कि उसे जिद्दी भी कहा जा सकता है.

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कुछ विशेष जीवन शैली के तथ्य

  1.  आपका मूलांक 1 है तो आप श्रेष्ठमित्रयासाथी है. विपरीत परिस्थितियों में भी निरंतर संघर्ष करते रहना आप के मनोबल एवं इच्छाशक्ति की विशेषता है.
  2.  दूसरी खास बात आप का नेतृत्व करने का गुण है. यह विशेषता अपने जन्मजात है .बचपन में अपने साथियों का, तथा बड़ा होने पर समाज एवं परिवार का नेतृत्व करते रहने का गुण जितना आपने है ,  उतना अन्य किसी व्यक्ति में सहज संभव नहीं.
  3.  मित्र बनाने की कला कोई आपसे सीखे, अपरिचित व्यक्ति को भी मित्र बना लेना आपकी ऐसी विशेषता है, जिसके कारण आपको समाज में बड़ी प्रशंसा प्राप्त होगी.
  4.  नवीनता की खोज में लगे रहना और विलक्षण एवं अद्भुत कार्य करना,आप जैसे व्यक्ति इस संसार में कुछ नए काम कर सकते हैं,  क्योंकि आप लकीर के फकीर नहीं.
  5.  शारीरिक दृष्टि से सुदृढ़ और बड़े से बड़ा काम करने में भी सक्षम है.
  6.  आप नौकरी करते हो या कोई व्यापार, लेकिन आप ऊंचे से ऊंचे पहुंच कर ही रहेंगे, नेतृत्व करने का जो जन्मजात गुण आप में है,   वह आपको अगुआ बनाताहै. अनुसन्धान में या विज्ञान के क्षेत्र में सफल होते हैं.
  7.  अपने लक्ष्य के प्रति सदा सजग एवं सच्चे रहते हैं   क्योंकि आपका लक्ष्य निश्चित है, और निर्धारित है,
  8.  निर्णय लेने में भी आप बहुत दक्ष है, किसी भी विषय पर तुरंत निर्णय लेना आपका स्वभाव है,और आपका निर्णय प्राय ठीक ही होता है.
  9.  आपका व्यक्तित्व और जीवन सदा स्वतंत्र रहता है.किसी की धौंस पट्टी आपको स्वीकार नहीं.
  10.  नई सूझभूझ और विचारों में मौलिकता आपकी एक अन्य विशेषता है.
  11.  अपने कार्य में किसी अन्य व्यक्ति का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करते.  हर समय कोई आपको टोकता रहे  या सुझाव देता रहे ,  ऐसा पसंद नहीं.
  12.  सुंदर एवं सुरुचिपूर्ण जीवन ही आपको पसंद है. अधिक व्यस्त एवं फूहड़ पन आपको पसंद नहीं.
  13.  चाटुकारिता और झूठी खुशामद भी आपको पसंद नहीं, और दो टूक बात कहना आपका स्वभाव है.
  14.  धन कमाने में आप जितना परिश्रम करते हैं, उसके व्यय करने में आप उतने ही मुक्त हस्त भी है, इसलिए धन प्राय आपके पास टिक नहीं पाता.
  15.  आपका मस्तिष्क उर्वर है और आप एक सफल आयोजक भी है, तभी तो श्रेष्ठ लोगों से संपर्क बढ़ाकर आप समाज में सम्मान पूर्वक स्थान प्राप्त कर सके हैं.
  16.  मित्रता यासिद्धांतकी दृष्टि में आप सर्वाधिक विश्वस्त व्यक्ति हैं.  क्योंकि आप अपने निश्चय पर अटल रहते हैं . कोई भी आपको अपने निश्चय से डिगा नहीं सकता.
  17.  अत्यंत महत्वाकांक्षी हैं, और आपका व्यक्तित्व भी बहुत प्रभावशाली है.
  18.  आप आदत से हंसमुख हैं   और दूसरों को अपनी ओर तुरंत आकर्षित कर लेते हैं.
  19.  दाम्पत्यसुख-जीवन साथी आपके विचारों के अनुकूल मुश्किल से मिलता है।
  20.  बड़ी कन्या का संतान का पारिवारिक जीवन प्रारंभ के 7 वर्ष कष्ट मय प्राय: होते हें।
  21.  संतान पक्ष से चिंता ही रहती है।

Importance of Number one: अंक विज्ञान एवं अंक की शक्ति का जनहित में द्वारा ज्योतिष द्वय सुश्री सुमन कायस्थ एवं ज्योतिष शिरोमणि वी. के. तिवारी द्वारा विशेष लेख। (1972 से कुंडली, वास्तु, मुहूर्त, अंक विद्या, रत्न परामर्श, मुहूर्त)

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