आदिवासियों की हितों की रक्षा करना पहली प्राथमिकता: CM भूपेश बघेल
CM Bhupesh on Tribals: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से उनके निवास परिसर में गरियाबंद, महासमुंद और धमतरी जिले के विशेष पिछड़ी जनजाति भुंजिया और कमार समाज के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासियों के हितों का संरक्षण राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है। राज्य सरकार ने पिछले 4 सालों में अनुसूचित जनजाति के हितों में अनेक फैसले लिए हैं।
यह भी पढ़ें:- स्वामी आत्मानंद स्कूल में शुरू हुई एडमिशन की प्रक्रिया, भर्ती के लिए इन नियमों का करना होगा पालन, पढ़ें खबर
मुलाकात के दौरान छत्तीसगढ़ शासन के आदिम जाति कल्याण मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, संसदीय सचिव विनोद सेवन लाल चंद्राकर, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव कमलप्रीत सिंह, समाज के प्रतिनिधि नवतू राम, गुंजलाल कमार उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने सीधी भर्ती के संबंध में युवाओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया। इस दौरान भुंजिया और कमार समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे। (CM Bhupesh on Tribals)
इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित भरोसे के सम्मेलन में कहा था कि आदिवासियों के तीज त्यौहारों की संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करने के उद्देश्य ‘मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना‘ का शुभारंभ किया है, जिसके तहत अनुसूचित क्षेत्रों की ग्राम पंचायत को हर साल 10,000 रुपए की अनुदान राशि दो किस्तों में दी जाएगी। इस अवसर पर उन्होंने इस योजना के अन्तर्गत 1840 ग्राम पंचायतों को 5-5 हजार रूपए की राशि प्रथम किस्त के रूप में वितरित की। (CM Bhupesh on Tribals)
मुख्यमंत्री बघेल ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यहां पर आदिवासियों की जमीनें छीन ली गयी थी। देश में पहला उदाहरण था, जब हमने लोहंडीगुड़ा में आदिवासियों की जमीनें वापस कराने का काम किया। विकास के रास्ते पर हम चल रहे हैं, बस्तर आगे बढ़ रहा है। योजनाओं का लाभ लोग ले रहे हैं। शिक्षा के माध्यम से फिर से बस्तर को आगे बढ़ाने का काम चल रहा है। इंदिरा गांधी आई थीं, उन्होंने आदिवासियो को पट्टा दिया था। राहुल गांधी ने आदिवासियो को जमीन का पट्टा वापस दिलाया है। बस्तर के नौजवानों को रोजगार मिल रहा है। (CM Bhupesh on Tribals)