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Indian Rupee : भारतीय रुपए में लगातार गिरावट जारी, एक्सपर्ट्स ने कहा- और बिगड़ सकते हैं हालात

Indian Rupee : डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए (Indian Rupee) में गिरावट का दौर लगातार जारी है। आज डॉलर के मुकाबले रुपए में एतिहासिक गिरावट दर्ज की गई। पहली बार रुपया (Indian Rupee) डॉलर के मुकाबले 83 के नीचे फिसल गया।

Indian Rupee में आई इतनी गिरावट

जानकारों के अनुसार रुपए में आई गिरावट के पीछे अमरीका के बॉन्ड रेट में बढ़ोतरी को जिम्मेदार बताया जा रहा है। बुधवार को करेंसी बाजार के बंद होने पर रुपया 66 पैसे यानि 0.8 फीसदी की गिरावट के साथ 83.02 रुपये पर बंद हुआ। यह डॉलर के मुकाबले रुपए का सबसे निम्न स्तर है।

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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का बयान

इधर डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने के पीछे डॉलर को मजबूत होना बताया जा रहा है। अभी हाल में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का एक बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि रुपया नहीं कमजोर हो रहा, डॉलर मजबूत हो रहा है। वित्त मंत्री के इस बयान पर खूब किरकिरी हुई थी। हालांकि जानकारों की राय भी यही है।

2023 तक 85 पर पहुंच जाएगा Indian Rupee

भारत सरकार के 10 साल के बॉन्ड पर यील्ड बढ़कर 7.4510 फीसदी हो गया है। जानकारों के मुताबिक 82.40 रुपये पर आरबीआई ने दखल देकर रुपये को गिरने से संभालने की कोशिश की थी। लेकिन माना जा रहा है कि आरबीआई ने दखल नहीं दिया तो रुपये में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है। जानकारों की राय में मार्च 2023 तक रुपया 85 के लेवल तक आ सकता है। इससे आने वाले दिनों में महंगाई के और बढ़ने की आशंका को खारिज नहीं किया जा सकता है।

इम्पोर्ट हो सकता है महंगा

डॉलर के मुकाबले रुपए में कमजोरी जारी रही तो इंपोर्ट महंगा हो सकता है। जिसके चलते चालू खाते का घाटा बढ़ने की आशंका है। मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही अप्रैल से जून में चालू खाते का घाटा बढ़कर 23.9 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है जो कि जीडीपी का 2.8 फीसदी है।

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बोलचाल की सामान्य भाषा में समझे तो डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने से विदेशों से आयात होने वाले जैसे कच्चे तेल और अन्य जरूरी उत्पादों की कीमत में वृद्धि हो जाती है, जिस कारण कंपनियों को मजबूरी में कीमत बढ़ानी पड़ती है। ऐसे में महंगाई और बढ़ती है।

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