Kanker News : कॉलेज में छात्र-छात्राओं को दी गई वर्मी कम्पोस्ट बनाने की ट्रेनिग

तेजेश्वर सिन्हा- संवाददाता, अनमोल न्यूज24 कांकेर

Vermi compost Training : भानुप्रतापदेव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कांकेर प्राचार्य डॉ. सरला आत्राम के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में बी.एस.सी. के छात्र-छात्राओं को वर्मी कम्पोस्ट (केचुआ खाद्) बनाने की ट्रेनिग दी गई। इस दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र सिगारभाट कांकेर के विषय विशेषज्ञ डॉ. कोमल सिंह एवं प्रोग्राम असिस्टेंट ज्ञानेश्वर साहू ने महाविद्यालय में उपस्थित होकर छात्र-छात्राओं को वर्मी कम्पोस्ट ट्रेनिग दी। यह आयोजन प्राणीशास्त्र विभाग, एन.एस.एस. एवं आर.क्यू. ए.सी. के संयुक्त तत्वाधान में किया गया।

वैज्ञानिक डॉ.कोमल सिंह ने वर्मी काम्पोस्ट उत्पादन के लिए आवश्यक सामग्री उसका प्रयोग एवं प्रबंधन पर जानकारी दी। उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट का भौतिक, जैविक एवं रसायनिक गुण तथा उसका मृदा, पानी एवं पर्यावरण के प्रभाव पर प्रशिक्षण दिया। उन्होंने कहा, किसान फसलों के अवशेष सुखे पत्ते एवं गोबर उपयोग करके केंचुओं की सहायकता से लगभग 40-50 दिन में केचुए खाद तैयार कर सकते है, जो विभिन्न फसलों के लिए बहुत उपयोगी है।(Vermi compost Training )

डॉ कोमल ने आगे कहा, वर्मी कपोस्ट उत्पादन से जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा एवं उत्पादित उत्पादन गुणवक्ता युक्त एवं स्वास्थ्य वर्धक होता है। इससे मृदा एवं पर्यावरण प्रदूषण से भी राहत मिलता है। आजकल अत्याधिक उत्पादन हेतु असंतुलित मात्रा में रसायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों का प्रयोग किया जाता है जिससे मानव के साथ-साथ अन्य जीवों पर इसका सीधा दुष्प्रभाव प्रभाव पड़ता है। मिट्टी, पानी एवं वायु सभी प्रदूषित हो जाते है इससे बचाव के लिए जैविक एवं प्राकृतिक खेती की तरफ हम सभी को बढ़ाने की जरूरत है साथ ही युवाओं के लिए वर्मी कपोस्ट से खाद उत्पादन एक अच्छी आय प्राप्त कर सकते है।

इस कार्यक्रम ,में महाविद्यालय की आई. क्यू.आई.सी. प्रभारी डॉ. अर्चना सिंह, प्राणीशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. सुमिता पाण्डेय, डॉ. नेलसन खेस, एन.एस.एस. प्रभारी अलका केरकेट्टा, डॉ. आशीष नेताम एवं अतिथि व्याख्याता डॉ. शर्मिला सोनी, युवराज साहू, रूखमणी यादव तथा कार्यलय स्टॉफ श्रीमती रोशनी ठाकुर, जी सोनवानी उपस्थित थे। (Vermi compost Training)

वर्मी कम्पोस्ट बनाने की ट्रेनिग

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