छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू, BJP लाएगी अविश्वास प्रस्ताव

CG Assembly Monsoon Session 2023 : छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए अब कुछ ही महीने बाकी है। वहीं चुनाव से पहले कांग्रेस का आखिरी मानसून सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है। पांचवीं विधानसभा का आखिरी सत्र 18 से 21 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान विपक्ष सत्तापक्ष से सवाल कर उन्हें घेरने का काम करेगा। आखिरी विधानसभा सत्र काफी हंगामे दार हो सकता है। कार्यमंत्रणा समिति की बैठक के बाद सदन में कार्यवाही शुरू होगी। सदन के पहले दिन दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस बार का मानसून सत्र हंगामेदार हो सकता है, क्योंकि भाजपा प्रदेश सरकार के खिलाफ कई मुद्दों को लेकर अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।

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उल्लेखनीय है कि, चार दिनों तक चलने वाले इस सत्र में भूपेश कैबिनेट के मंत्री नई जिम्मेदारियों के साथ सदन में आज कदम रखने वाले हैं। इसी बीच भाजपा कांग्रेस के सामने 550 प्रश्न रखेगी। यानी भूपेश कैबिनेट के मंत्रियों को एक-एक सवाल का जबाव देना होगा। भूपेश सरकार के इस विधानसभा के कार्यकाल में दूसरी बार विपक्ष की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। (CG Assembly Monsoon Session 2023 )

अनुपूरक बजट होगा पेश

इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने के कारण इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र नहीं होगा. ऐसे में साल 2023-24 का अनूपूरक बजट इसी सत्र में पेश होगा. इस अनुपूरक बजट के मांग से जुड़ा प्रस्ताव सीएम बघेल सदन के पटल पर रखेंगे.

पूछे जाएंगे 550 प्रश्न

चार दिनों तक चलने वाले इस सत्र में कुल 13 मंत्रियों को 550 प्रश्नों का सामना करना होगा. वहीं, पक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 21 जुलाई को चर्चा होगी. भूपेश सरकार के इस विधानसभा के कार्यकाल में दूसरी बार विपक्ष की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है. सरकार की ओर से सदन में 2022-23 के लिए महालेखाकार की रिपोर्ट भी पेश की जा सकती है. (CG Assembly Monsoon Session 2023 )

विपक्ष सरकार को घेरने करेगी पूरी कोशिश

विधानसभा के अंतिम सत्र में विपक्ष सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगी। कांग्रेस को शराब घोटाला और कोयला घोटाले में घेरा जाएगा। पीएससी घोटाले पर भी भाजपा, सरकार पर सवाल उठा सकती है। वहीं घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं करने पर भी बीजेपी कई तरह के सवाल कर सकती है। साथ ही शराबबंदी, संविदा कर्मचारियों के नियमितिकरण को लेकर हंगामा हो सकता है।

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