बागेश्वर सरकार को दी गई चुनौती, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने किया स्वीकार

Challenged to Bageshwar Sarkar: छतरपुर वाले बागेश्वर सरकार को नागपुर की समिति ने चुनौती दी है, जिसे पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने स्वीकार कर लिया है। वहीं इसे लेकर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि भगवान की कृपा से चमत्कार हो जाते हैं। इस पर MP के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि आरोप लगे तो बिस्तर बांध क्यों भागे। इस पर BJP विधायक नारायण त्रिपाठी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर सरकार के खिलाफ साजिश हो रही है।

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बता दें कि रायपुर के गुढ़ियारी में चल रहे बागेश्वर धाम के धीरेंद्र गिरी शास्त्री के रामकथा के दौरान उनके चमत्कार को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि धीरेंद्र शास्त्री ये बार-बार दोहरा रहे हैं कि वे कोई चमत्कार नहीं करते। ये सब भगवान की कृपा है और सनातन धर्म की शक्ति है, जिसके आगे कोई टिक नहीं सकता है। इसी मामले में उन्हें चैलेंज देने का दौर शुरू हो गया है। (Challenged to Bageshwar Sarkar)

पहले नागपुर से अंधश्रद्धा समिति की ओर से उन्हें चुनौती मिली। इसके बाद अब छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने उन्हें चैलेंज करते हुए कहा है कि राज्य में धर्मांतरण के मामले नहीं बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि अगर वे इसे साबित कर दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। अगर ऐसा नहीं होता तो उन्हें पंडिताई छोड़नी होगी। वहीं मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा है कि मैं पाखंड और ढोंग में नहीं पड़ता। सनातन धर्म आस्था का बिंदु है। (Challenged to Bageshwar Sarkar)

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा है कि अगर आपने सच्चाई है तो जवाब दें। तांत्रिक जैसी प्रथा को प्रचारित कर रखा है उसे प्रमाणित करें। वहीं मैहर के भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी धीरेंद्र गिरी शास्त्री के समर्थन में उतर आए हैं। उनका कहना है कि जबसे बाबा ने हिंदुओं की घर वापसी कराई है, तब से उनके खिलाफ साजिश हो रही है। (Challenged to Bageshwar Sarkar)

इधर, छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के बयान को लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में रमन सिंह के कार्यकाल में सर्वाधिक धर्मांतरण हुआ। हमारे शासनकाल में कोई बात आती है तो शांतिपूर्वक निपटाया जाता है। बड़े-बड़े संत महात्मा आ रहे हैं धर्मांतरण की बात कर रहे हैं। 4 साल तक ऐसा क्यों नहीं हुआ। BJP के लोग झूठ बोल रहे है। धर्मांधता की बात कर रहे हैं। पिछली बार भी एक कथावाचक आए थे उन्होंने मोदी की बात की थी। भाजपा के लोगों का समर्थन साधु संत करते हैं। (Challenged to Bageshwar Sarkar)

बता दें कि बागेश्वर सरकार के दरबार में अनगिनत लोग जुटते हैं और बालाजी पर लाखों लोगों की अखंड श्रद्धा है। ऐसे में पाखंड के आरोपों को हजम कर पाना आसान नहीं है। फिलहाल एक तरफ आस्था और अंधविश्वास को तोला जा रहा है तो दूसरी ओर साइंस और शास्त्र को लेकर बहस छिड़ी हुई है। छतरपुर में बागेश्वर धाम सरकार के नाम से विख्यात पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के अनुयायी देशभर ही नहीं पूरी दुनिया में हैं। बागेश्वर धाम में बालाजी हनुमान का मंदिर हैं, जिसके दर्शन के लिए देश भर से भक्त आते हैं।

पंडित धीरेंद्र शास्त्री हरि कथा के साथ-साथ अपने अनोखे दरबार के लिए जाने जाते हैं। बागेश्वर सरकार की कथा का कार्यक्रम देश के अलग-अलग शहरों में होता है। उनके दरबार में पहुंचने वाले हजारों लाखों की भीड़ में से जिस किसी को भी अपने कष्ट से जुड़ा सवाल पूछने का अवसर मिलता है। उसके बारे में बिना बताए ही वो पहले ही सारी बातें एक पर्चे पर लिखकर सार्वजनिक तौर पर बताते हैं, जिसे उन पर आस्थावान लोग चमत्कार मानते हैं तो उनका विरोध करने वाले इसे अंधविश्वास कहकर अब खुली चुनौती देने लगे हैं।

अभी पंडित धीरेंद्र शास्त्री रायपुर में हैं। इससे पहले वे महाराष्ट्र के नागपुर में थे, जहां जादू टोना-विरोधी प्रचार प्रसार समिति के श्याम मानव ने आरोप लगाया कि बागेश्वर बाबा इस चुनौती से डरकर दो दिन पहले ही नागपुर से चले गए। इसी का जवाब शास्त्री ने दिया है, जिसमें अब उन्होंने ईसाई मिशनरी और मुस्लिम धर्मगुरुओं को भी चुनौती दी है कि वे भी उनकी तरह कैमरे के सामने साबित करें। हालांकि अभी भी आस्था और अंधविश्वास के बीच जंग छिड़ी हुई है। (Challenged to Bageshwar Sarkar)

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