छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में आज 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो रही है. भूपेश सरकार किसानों से धान खरीदी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रही. आपको बता दें धान खरीदी शुरू होने के दो दिन पहले ही टोकन का वितरण किया गया था जिसकी वजह से सभी किसानों को मुसीबत का सामना करना पड़ा था.
टोकन वितरण सिस्टम में खामी की वजह से किसानों और उनके परिजनों की एकाएक भीड़ जमा हो गयी थी और समिति में भीड़ के बीच भगदड़ मच गयी थी जिसकी वजह से कई महिलाएं और बुजुर्ग घायल भी हो गए थे. आपको बता दें प्रदेश के 2399 सहकारी समितियों के माध्यम से 22 लाख 66 हजार पंजीकृत किसान अपनी फसल बेचेंगे. इसकी सुविधा के लिए 88 नए धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं.
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सरकार के मुताबिक़ 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का अनुमान लगाया जा रहा है. इतने धान खरीदी के लिए लगभग सवा पांच लाख गठान बारदाने की जरुरत पड़ेगी. सरकार लगातार बारदाने की व्यवस्था बनाये रखने का प्रयास कर रही है. मगर प्रदेश में अब भी बारदाना एक बड़ी समस्या बना हुआ है. सुविधा के लिए किसानों को पहले दिन से स्वयं के बोरे में धान बेचने की अनुमति रहेगी. सभी व्यवस्थाओं को बनाए रखने के लिए नोडल अधिकारी नियमित रूप से इसकी मॉनिटरिंग करेंगे. हर साल अवैध धान परिवहन परिवहन की शिकायतों को देखते हुए राज्यों की सीमाओं पर चेक पोस्ट लगा कर इसे रोकने की निगरानी पर कार्य किया जा रहा है