छत्तीसगढ़ में सबको स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में और दूर दराज के दुर्गम इलाकों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना संचालित है।
ग्रामीण क्षेत्रों में लगने वाले हाट बाजारों में आये ग्रामीणों का इलाज करने के लिए जिला अस्पतालों से मोबाईल क्लीनिक लगाई जाती है, जिसमें चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ चिकित्सा उपकरणों एवं दवाईयां लेकर जाते हैं और चिकित्सकों के परीक्षण के उपरांत मरीज का इलाज एवं जरूरी दवाएं दी जाती है और जरूरत पड़ने पर मरीज को दूसरे अस्पताल में रिफर किया जाता है। प्रदेश में 14 लाख 86 हजार 238 से ज्यादा मरीजों का इलाज हाट बाजार क्लीनिकों में किया जा चुका है।
बिलासपुर जिले में भी इस वर्ष अब तक 24 हाट-बाजारों में 426 मोबाइल क्लीनिक लगाकर लगभग 53 हजार 953 ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार एवं स्वास्थ्य संबंधी परामर्श एवं निःशुल्क दवाईयां प्रदान की गई है। जिसमें 26 हजार 152 महिलाएं और 27 हजार 801 पुरूष शामिल है।
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना के तहत जिले में आवश्यकता अनुरूप तथा गांवों से स्वास्थ्य केन्द्र की दूरी के आधार पर 24 हाट बाजारों का चिन्हांकन किया गया है। प्रत्येक हफ्ते डेडिकेटेड टीम के माध्यम से इन हाट बाजारों में आने वाले ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण तथा उन्हें आवश्यक उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है।
बिल्हा विकासखंड में चार गांवों के हाट-बाजार चिन्हांकित हैं जहां सोमवार को ग्राम सेलर, मंगलवार को मंगला, बुधवार को खैरा (डगनिया) गुरुवार को सिलपहरी, शुक्रवार को सेंदरी, और शनिवार को लगरा में मोबाइल क्लीनिक पहुंचती है। इसी तरह कोटा के चार हाट बाजारों में सोमवार को ग्राम लालपुर, मंगलवार को ग्राम धूमा, बुधवार को रानीगांव, गुरुवार को आमागोहन और शुक्रवार को करगीखुर्द, शनिवार को झिंगटपुर में क्लीनिक पहुंचती है।
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मस्तूरी विकासखण्ड में सोमवार को ग्राम पंधी महाल में, मंगलवार को ग्राम धनिया, बुधवार को भटचरौना, गुरुवार को सरसेनी और शुक्रवार को चिस्दा, शनिवार को जांजी में मोबाइल क्लीनिक आयोजित होती है। तखतपुर में सोमवार को लोखंडी, मंगलवार को तुर्काडीह, बुधवार को उसलापुर, गुरुवार को खम्हरिया, शुक्रवार को खरकेना तथा शनिवार को बांधा के हाट बाजार में मोबाइल क्लीनिक लगाई जाती है।
प्रत्येक हाट-बाजार में चिकित्सा अधिकारी, स्टाफ नर्स अथवा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फॉर्मासिस्ट तथा पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता होते हैं। हाट-बाजारों के लिये डेडिकेटेड वाहन उपलब्ध कराये गये हैं जिनमें सभी प्रकार की आवश्यक औषधियां उपलब्ध रहती हैं। हाट-बाजार पहुंचने पर मोबाइल एप के माध्यम से लोकेशन मैपिंग की जाती है ताकि विभाग के अधिकारी को टीम के भ्रमण की सही जानकारी मिल सके। प्रत्येक दिन हाट-बाजार की समाप्ति पर लाभान्वितों की संख्या को एप के माध्यम से दर्ज किया जाता है।
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इस वर्ष अब तक बिल्हा विकासखंड के 6 हाट बाजारों में 88 टीमों के माध्यम से 14 हजार 727 मरीजों का उपचार किया गया है। इसी तरह कोटा के 6 हाट-बाजारों में 119 टीमों द्वारा 12 हजार 455 मरीजों का जांच एवं उपचार किया गया। मस्तूरी के 6 हाट बाजारों में 121 टीमों द्वारा 12 हजार 798 मरीजों का उपचार किया गया तथा तखतपुर के 6 हाट बाजारों मंे 98 टीमों द्वारा 13 हजार 973 मरीजों को लाभान्वित किया गया।