PM मोदी ने विंध्य को दी करोड़ों की सौगात, कमलनाथ पर जमकर साधा निशाना

PM on Panchayati Raj: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर रीवा में कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा समावेशी विकास के अंतर्गत नौ अभियानों का सामूहिक शुभारंभ किया। साथ ही हरी झंडी दिखाकर मध्यप्रदेश में तीन नई रेलगाड़ियां शुरू की। वहीं 2300 करोड़ रुपए से ज्यादा की विभिन्न रेल परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

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PM मोदी की मौजूदगी में रीवा में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत 4 लाख 11 हजार आवासों का गृह प्रवेश कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहले की सरकारों ने पंचायतों से भेदभाव किया और उनसे उल्टा कैसे हम उन्हें सशक्त कर रहे हैं ये देश के लोग देख रहे हैं। (PM on Panchayati Raj)

PM मोदी ने कहा कि 2014 से पहले 10 साल में केंद्र सरकार की मदद से 6000 के आसपास पंचायत भवन बनाए गए थे। हमारी सरकार न 8 साल में 30,000 से ज्यादा नए पंचायत भवन बनवाए हैं। ये दिखाता है कि हम गांव के लिए कितने समर्पित हैं। हमारी सरकार देश की 2 लाख से ज्यादा पंचायतों तक ऑप्टिकल फाइबर को ले गई है। हम पंचायतों की मदद से गांवों और शहरों के बीच की खाई को लगातार कम कर रहे हैं। डिजिटल क्रांति के इस युग में पंचायतों को स्मार्ट बनाया जा रहा है। टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल हो रहा है। (PM on Panchayati Raj)

PM मोदी ने कहा कि ई-ग्राम स्वराज-जेम इंटीग्रेटेड पोर्टल का शुभारंभ किया गया है। इससे पंचायतों के माध्यम से होने वाली खरीद की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी बनेगी। हम सभी जनता के प्रतिनिधि हैं। हम सभी इस देश के लिए, इस लोकतंत्र के लिए समर्पित हैं। काम के दायरे भले ही अलग हों, लेकिन लक्ष्य एक ही है- जनसेवा से राष्ट्रसेवा। आजादी के इस अमृतकाल में हम सभी देशवासियों ने विकसित भारत का सपना देखा है और उसे पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। भारत को विकसित बनाने के लिए भारत के गांवों की सामाजिक व्यवस्था को विकसित करना जरूरी है।  (PM on Panchayati Raj)

उन्होंने कहा कि भारत को विकसित बनाने के लिए भारत के गांवों की आर्थिक व्यवस्था को विकसित करना जरूरी है। भारत को विकसित बनाने के लिए भारत के गांवों की पंचायती व्यवस्था को भी विकसित करना जरूरी है। इसी सोच के साथ हमारी सरकार देश की पंचायत व्यवस्था को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है। हमारी सरकार 8 साल के अंदर-अंदर ही 30 हजार से ज्यादा नई पंचायतों का निर्माण करवा चुकी है। (PM on Panchayati Raj)

PM ने कहा कि फर्क साफ है- आजादी के बाद की सरकारों ने भारत की पंचायती राज व्यवस्था को ध्वस्त किया। जो व्यवस्था सैकड़ों वर्ष, हजारों वर्ष पहले से थी, उसी पंचायती राज व्यवस्था पर आजादी के बाद भरोसा ही नहीं किया गया। 2014 के बाद से, देश ने अपनी पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया है और आज इसके परिणाम नजर आ रहे हैं। आज भारत की पंचायतें, गांवों के विकास की प्राणवायु बनकर उभर रही हैं। डिजिटल क्रांति के इस दौर में अब पंचायतों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। आज ई-ग्राम स्वराज-GeM इंटीग्रेटेड पोर्टल का शुभारंभ किया गया है। इससे पंचायतों के माध्यम से होने वाली खरीद की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी बनेगी। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे यहां गांव के घरों के प्रॉपर्टी के कागजों को लेकर बहुत उलझनें रही हैं। इसके चलते भांति-भांति के विवाद होते हैं, अवैध कब्ज़ों की आशंका होती है। ‘पीएम स्वामित्व योजना’ से अब ये सारी स्थितियां बदल रही हैं। आजादी के बाद जिस दल ने सबसे ज्यादा समय तक सरकार चलाई, उसने ही हमारे गांवों का भरोसा तोड़ दिया। गांव में रहने वाले लोग, गांव के स्कूल, गांव की सड़कें, गांव की बिजली, गांव में भंडारण, गांव की अर्थव्यवस्था… कांग्रेस सरकार के दौरान इन सबको सरकारी प्राथमिकताओं में सबसे निचले पायदान पर रखा गया।

PM ने आगे कहा कि देश के गांवों को जब बैंकों की ताकत मिली है, तो खेती-किसानी से लेकर व्यापार कारोबार तक, सब में गांव के लोगों की मदद हो रही है। हमने जनधन योजना चलाकर गांव के 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के बैंक खाते खुलवाए। हमने India Post Payments Bank के माध्यम से गांवों तक बैंकों की पहुंच बढ़ाई। पहले की सरकारें गांव के लिए पैसे खर्च करने से बचती थी, क्योंकि गांव अपने आप में कोई वोट बैंक तो था ही नहीं… इसलिए उन्हें नजरअंदाज किया जाता था। गांव के लोगों को बांटकर कई राजनीतिक दल अपनी दुकान चला रहे थे। भाजपा ने गांवों के साथ हो रहे इस अन्याय को भी समाप्त कर दिया है। हमारी सरकार ने गांवों के विकास के लिए तिजोरी खोल दी है। (PM on Panchayati Raj)

विकसित भारत के लिए देश की हर पंचायत, हर संस्था, हर प्रतिनिधि, हर नागरिक को जुटना होगा। ये तभी संभव है, जब मूल सुविधा तेज़ी से शत-प्रतिशत लाभार्थी तक पहुंचे, बिना किसी भेदभाव के पहुंचे। पूज्य बापू कहते थे, भारत की आत्मा गांवों में बसती है, लेकिन कांग्रेस ने गांधी के विचारों को भी अनसुना कर दिया। 90 के दशक में पंचायती राज के नाम पर खानापूर्ति जरूर की गई लेकिन पंचायतों की तरफ वह ध्यान नहीं दिया गया जिसकी जरूरत थी। छिंदवाड़ा के विकास में उदासीनता बरती गई। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा का विकास क्यों नहीं किया। (PM on Panchayati Raj)

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