102 साल के मनोहर पटेल ने पहली बार किया होम वोटिंग, दिव्यांग रामजी ने भी डाला वोट

Rajnandgaon Home Voting: राजनांदगांव के डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र के तेंदूनाला गांव में रहने वाले 102 साल के मनोहर पटेल ने होम वोटिंग के माध्यम से पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए होम वोटिंग की पहल सार्थक सिद्ध हो रही है, जिससे केंद्रों तक पहुंच पाने में असमर्थ दिव्यांग मतदाताओं समेत 85 साल से ज्यादा आयु के मतदाताओं को घर बैठे ही वोट देने की सुविधा उपलब्ध कराया गया है। कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी संजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में भारत निर्वाचन आयोग के उद्देश्यों को परिलक्षित करते हुए जिले में होम वोटिंग के लिए नियुक्त मतदान अधिकारियों द्वारा बुजुर्ग और दिव्यांगजनों के घरों में जाकर मतदान कराया गया।

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मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र के माध्यम से घर पर ही मतदान करने की व्यवस्था की गई। मनोहर पटेल को बढ़ती उम्र के कारण आंखों से दिखाई नहीं दे रहा था, लेकिन मतदान अधिकारियों के घर पर आने की जानकारी मिलने पर उनके चेहरे में उत्साह दिखा। पटेल पहले प्रत्येक निर्वाचनों में अपनी शत प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करते थे। वहां उपस्थित लोगों ने बताया कि गांव में सबसे अधिक उम्रदराज के व्यक्ति हैं। पटेल ने बताया कि परिजनों के सहयोग से पिछले विधानसभा निर्वाचन में मतदान केन्द्र में जाकर दिया था। सबसे पहले मतदान अधिकारियों द्वारा मतदाता मनोहर पटेल को होम वोटिंग की प्रक्रिया के संबंध में पूरी जानकारी दी गई। (Rajnandgaon Home Voting)

पटेल ने कहा वे पहली बार घर पर ही मतदान कर देश के लोकतंत्र में सहभागिता निभा रहे हैं। इससे पहले मतदान केन्द्र में जाकर वोट करते थे। पटेल को आंखों से नहीं दिखाई देने के कारण मतदान करने के लिए नाती बहू ने सहयोग किया। पहले वे मतदान केन्द्र परिजनों के साथ जाकर वोट दिया करते थे। उन्होंने निर्वाचन आयोग और मतदान अधिकारियों को धन्यवाद दिया। इसी तरह आसरा गांव के रहने वाले 78 साल के गंभीर दिव्यांगता से ग्रसित रामजी यादव ने घर में बिस्तर पर सहारे से बैठकर मतदान किया। जिले के ऐसे मतदाता जो वोट डालने बूथों तक जाने में सक्षम नहीं हैं, उन तक स्वयं निर्वाचन विभाग की टीम पहुंची है। इसमें से एक व्यक्ति ऐसा भी मिला, जो छोटे उम्र से ही दोनों पैरों से दिव्यांग है जिसके कारण उन्हें मतदान केन्द्र में जाकर मताधिकार का प्रयोग करने में समस्याएं होती थी। (Rajnandgaon Home Voting)

राजनांदगांव संसदीय क्षेत्र में दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को है, लेकिन उससे पहले विशेष दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं को होम वोटिंग के तहत मतदान कराया गया। लोकसभा निर्वाचन 2024 अंतर्गत गठित विशेष मतदान दलों द्वारा चिन्हांकित वृद्धजन एवं दिव्यांग मतदाताओं से डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान कराया गया। रामजी के घर मतदान दल पहुंचा तो परिजनों ने मतदान अधिकारियों का अतिथियों जैसा स्वागत किया। सबसे पहले पानी पिलाया और कड़ी धूप को देखते हुए ठंडा शरबत बनाने की इच्छा जानी। रामजी ने बताया कि छोटे उम्र से ही उनका कमर के नीचे का हिस्सा नहीं चल पाता है। वे बिस्तर से नहीं उठ पाते हैं। इसके बावजूद वे प्रत्येक निर्वाचनों में लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित करने परिजनों के सहयोग से मतदान अवश्य करते थे। (Rajnandgaon Home Voting)

उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा हुआ कि निर्वाचन आयोग द्वारा घर पर मतदान करने की सुविधा मिली है। पहले मतदान केन्द्र तक जाने में बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता था। घर पर वोट करने की सुविधा से दिव्यांगजनों और बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए लोकतंत्र में सहभागी बनना आसान हो गया है। रामजी ने निर्वाचन आयोग और मतदान अधिकारियों का घर पर मतदान कराने के लिए आभार व्यक्त किया। उप जिला निर्वाचन अधिकारी खेमलाल वर्मा ने बताया कि जिले में 18 और 19 अप्रैल 2024 को 20 मतदान दल द्वारा होम वोटिंग के लिए पात्र मतदाताओं के घर-घर जाकर मतदान कराया गया। जिले में 197 मतदाताओं ने होम वोटिंग के माध्यम से अपने मताधिकार का प्रयोग किया। होम वोटिंग के लिए 105 साल के बुजुर्ग से लेकर दिव्यांगजनों ने उत्साह देखने को मिला। (Rajnandgaon Home Voting)

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