आसियान समिट में शामिल होकर वापस भारत लौटे PM नरेंद्र मोदी, पढ़ें पूरी खबर

PM Modi Returns India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया के जकार्ता की अपनी यात्रा के समापन के बाद वापस दिल्ली लौट चुके हैं। उन्होंने जकार्ता में 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। बता दें कि आसियान शिखर सम्मेलन में PM नरेंद्र मोदी ने कहा था कि 21वीं सदी एशिया की सदी है। वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर हमारा मंत्र है। PM ने कहा कि भारत के इंडो पैसेफिक इनिशिएटिव में भी आसियान का प्रमुख स्थान है। आसियान भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का केंद्रीय स्तंभ है। आज वैश्विक अनिश्चिततओं के माहौल में, हमारे आपसी सहयोग में वृद्धि हो रही है। हमारी साझेदारी चौथे दशक में प्रवेश कर रही है।

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उन्होंने कहा कि इस समिट के शानदार आयोजन के लिए मैं राष्ट्रपति विडोडो का अभिनंदन करता हूं। आसियान समिट की अध्यक्षता के लिए उन्हें बहुत-बहुत बधाई। इसके बाद इंडोनेशिया में ईस्ट एशिया समिट की बैठक हुई। इसमें PM मोदी ने ऐक्ट ईस्ट इन ऐक्शन के तहत तिमोर-लेस्ते में भारतीय दूतावास खोलने की घोषणा की है। इसके लिए उन्होंने दिल्ली से दिली का स्लोगन दिया। दरअसल, तिमोर-लिस्ते की राजधानी का नाम दिली है। इससे पहले जकार्ता पहुंचने पर PM का पारंपरिक अंदाज में स्वागत हुआ था। PM मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर भी आसियान समिट में शामिल हुए। (PM Modi Returns India)

बता दें कि आसियान समिट 5 सितंबर से शुरू हुई, जो 8 सितंबर तक चली। आसियान में मलेशिया, इंडोनेशिया, म्यांमार, वियतनाम, कम्बोडिया, फिलीपींस, ब्रुनेई, थाईलैंड, लाओस और सिंगापुर शामिल हैं। विदेश मंत्रालय के मुताबिक 2022-23 में भारत और आसियान देशों के बीच 10 लाख करोड़ रुपए का व्यापार हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले 9 आसियान समिट में हिस्सा ले चुके हैं। हाल ही में चीन ने एक नक्शा जारी किया था, जिस पर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि कई आसियान देशों ने आपत्ति जताई थी। फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया और ताइवान ने भी चीन के विवादित मैप का विरोध किया है। फिलीपींस ने कहा- चीन को जिम्मेदारी से फैसले लेते हुए अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करना चाहिए। (PM Modi Returns India) 

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