अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जानें योग के फायदे, इन सरल आसनों से करें शुरुआत

Simple Steps of Yoga: योग एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जहां शरीर, मन और आत्मा संयुक्त होते हैं। योग के फायदे ही फायदे हैं। इससे कई बीमारियों का इलाज संभव है। योगासन शरीर, मन और आत्मा को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। शरीर और मन को शांत करने के लिए ये शारीरिक और मानसिक अनुशासन का संतुलन बनाए रखता है। योग तनाव और चिंता का प्रबंधन करने में भी सहायक है। 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर जिला मुख्यालय स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, गायत्री आयुष पॉली प्राकृतिक चिकित्सा क्लीनिक के पास हटकेशर, धमतरी में 21 जून को सुबह 7 बजे से सामूहिक योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सिहावा विधायक लक्ष्मी ध्रुव होंगी।

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योग के फायदे

मांसपेशियों के लचीलेपन में सुधार, शरीर के आसन और एलाइनमेंट को ठीक करता है, बेहतर पाचन तंत्र प्रदान करता है, अस्थमा, मधुमेह, दिल संबंधी समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है। वहीं त्वचा के चमकने, शक्ति और सहनशक्ति को बढ़ावा देता है और एकाग्रता में सुधार, मन और विचार नियंत्रण में मदद करता है। साथ ही चिंता, तनाव और अवसाद पर काबू पाने के लिए मन को शांत रखता है। रक्त परिसंचरण और मांसपेशियों के विश्राम में मदद करता है। साथ ही वजन घटाना, चोट से संरक्षण करता है। (Simple Steps of Yoga)

योगाचार्य संतोषी निम्बाडकर जो धमतरी जिले में आयोजित होने वाले सामूहिक योग कार्यक्रम में प्रशिक्षक की भूमिका में रहेंगी, बताया की वे साल वर्ष से योग कर रही है और दूसरो को भी योग सिखा रहीं हैं। उन्होंने बताया की जिले के 5-6 स्थानों में सुबह योग कक्षाएं आयोजित हैं। जिसमें योग के विभिन्न मुद्राओं के बारे में बताया जाता है। इन कक्षाओं में आम लोग भी हिस्सा ले सकते हैं। बच्चों और खिलाड़ियों के लिए स्पेशल योगाभ्यास करवाया जाता है।

योग ऐसे बनाता है निरोग

योगाचार्य ने बताया कि योग व्यक्ति को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा बीमारियों से संबंधित योग करने पर मरीजों को राहत मिलती है। खास बात यह है कि कई ऐसी बीमारियां, जिनका एलोपैथी में कोई इलाज नहीं है, योग साधना से उनका इलाज संभव हो सकता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और मानसिक तनाव को दूर करता है। (Simple Steps of Yoga)

खिलाड़ियों के लिए योग का महत्व

शरीर को लचीला, मजबूत बनाता है, खिलाड़ियों में एकाग्रता बढ़ाता है, शरीर और मन का तालमेल बनाने में मदद करता है, स्टैमीना बढ़ाता है, हार-जीत के दौरान स्वीकार भाव को बढ़ाता है, शरीर को फूर्तीला बनाता है, चोट को सहने और चोट से बचने की क्षमता बढ़ाता है। मानसिक व शारीरिक तनाव को कम करता है। प्राण शक्ति को सक्रिय रखता है। बता दें कि हमारी जीवन शैली का अहम हिस्सा है योग। ये आज से नहीं बल्कि कई सालों से हमारी संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है। वहीं हमने योग के कुछ ऐसे आसनों की जानकारी भी जुटाई जिन्हें आप बड़ी आसानी से कभी भी कहीं भी कर सकते हैं।

सरल आसन

आसन और प्राणायाम के दौरान हाथों की उंगलियों को अलग-अलग मुद्राओं में रखने की सलाह दी जाती है। इसके भी मायने गहरे हैं। मानव शरीर का निर्माण पंचतत्वों से मिलकर हुआ है। हमारी पांचों उंगलियां इन्हीं तत्वों का प्रतिनिधित्व करती हैं, इसलिए आसन के दौरान अपनाई जाने वाली अलग-अलग मुदाएं (ध्यान, वायु, शून्य आदि) पंचतत्वों की मात्रा का संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। भारतीय शैली के आसन बहुत लाभकारी हैं। इनमें तीन तरीके प्रचलित हैं।

सुखासन:- सुखासन पर धरती से सम्पर्क में होने के कारण शरीर की नकारात्मक ऊर्जा धरती में स्थानांतरित हो जाती है। गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव के चलते रक्तसंचार अच्छी तरह होता है। पैरों में थकान नहीं होती, मांसपेशियां मजबूत बनती हैं और घुटने व पैर दर्द की शिकायत का नहीं होती।

वज्रासन:- इस स्थिति में शरीर का रक्त संचार हृदय से पेट तक अच्छी तरह से होता है। पेट सम्बंधी विकार दूर करने और पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में कारगर है यह आसन, इसलिए खाने के तुरंत बाद कम से कम 15 मिनट वज्रासन में बैठने की सलाह दी जाती है। (Simple Steps of Yoga)

पद्मासन:- इस स्थिति में शरीर का परिपथ पूरा होता है और सुखासन और पद्मासन के मिश्रित लाभ मिलते हैं।

योग का अभ्यास

शारीरिक और मानसिक सेहत के लिए योगाभ्यास को महत्वपूर्ण माना गया है। यह शरीर की क्रिया-प्रणाली को दुरुस्त कर विकार की आशंकाओं को कम कर देता है, इसलिए अनेक बीमारियों से राहत के लिए भी कई आसनों का अभ्यास करने की सलाह दी जाती है। योग के कई लाभ है इनमें निरोगी व सुंदर काया के लिए रक्तसंचार अहम है और योग शरीर की प्रत्येक कोशिका तक रक्त पहुंचाने में मदद करता है। वात, पित्त, कफ जैसे तत्वों को शरीर से निकालने में सहायक है। शरीर को लचीला बनाने में सहायक है, जिससे कार्यक्षमता बढ़ती है। शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता में विकास होता है। (Simple Steps of Yoga)

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