ममता बनर्जी के पास मुल्ले-मौलवियों की चमचागिरी करने के अलावा और कोई काम नहीं: स्वामी रूपेंद्र प्रकाश

Swami Rupendra Prakash: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ‘मृत्युकुंभ’ वाले बयान पर हरिद्वार के आध्यात्मिक नेता स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि 12 साल के बाद कुंभ होता है। इस पर ऐसे टिप्पणी करना एक मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता है। वह कुंभ के बारे में क्या जाने? जिनके पास केवल मुल्ले-मौलवियों की चमचागिरी करने के अलावा और कोई काम नहीं है, जिस प्रकार से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां व्यवस्था की है वो सराहनीय है। ऐसी व्यवस्था देना असंभव काम है। ममता बनर्जी को ऐसी बयानबाजी से बाज आना चाहिए। वह केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए ऐसे सनातन पर आप एक प्रकार से प्रहार कर रही हैं। इससे प्रतीत होता है कि आपको इस देश की संस्कृति से प्यार नहीं है और आप इस देश की संस्कृति को मानती भी नहीं है।

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युवा भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महासचिव और हरिद्वार के ही स्वामी रविदेव शास्त्री ने कहा कि यह ‘मृत्युकुंभ’ नहीं, बल्कि यह अमृत कुंभ है। ये महाकुंभ है और ये संस्कृति, सनातन और विचारों का मेल है। इतने सारे विचारों के लोग वहां पर आए और सब ने अपने विचार रखी। सब ने अपने विश्वास के अनुसार स्नान किया। उन सबको ऐसा लगा कि हमें अमृत प्राप्त हो रहा है। जिसको जैसा मौका मिल रहा है वे प्रयाग की ओर जा रहे हैं, वहां पर व्यवस्था बहुत अच्छी कर रखी है ये अमृत कुंभ है और अमृत कुंभ ही रहेगा इसे दूसरा नाम नहीं दिया जा सकता। उत्तरप्रदेश के डिप्टी CM ब्रजेश पाठक ने कहा कि ममता बनर्जी जी का बयान बहुत निंदनीय है। जितनी भी निंदा की जाए वो कम है। केवल तुष्टीकरण की राजनीति के तहत मुस्लिमों को खुश को करने के लिए विपक्षी नेता बयानबाजी कर रहे हैं। समय आने पर जनता इसका मुंहतोड़ जवाब देगी। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का सूपड़ा साफ हो जाएगा। (Swami Rupendra Prakash)

धर्मग्रंथ में महाकुंभ का जिक्र नहीं: डिंपल यादव

वहीं सपा प्रमुख और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार का सपना 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का है, लेकिन क्या ये लोग यह सपना कुंभ से पूरा करना चाहते हैं? धार्मिक कार्यक्रम मुनाफे के लिए नहीं, जनता की सेवा के लिए होते हैं। श्रद्धालुओं की सेवा करना सरकार का काम है और यह सरकार इसमें नाकाम रही है। सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि इस बार बहुत निंदनीय घटनाएं घटी हैं। शासन और प्रशासन ने इसे छिपाने की कोशिश की थी तो हम केवल यह चाहते हैं कि सरकार सही आंकड़े बताए। सरकार ने कहा था कि 100 करोड़ लोगों की व्यवस्था है, लेकिन वह नहीं थी। समाजवादी पार्टी सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि यह महाकुंभ नहीं, बल्कि कुंभ है। किसी शास्त्र में या धर्मग्रंथ में महाकुंभ का जिक्र नहीं है। महाकुंभ में अव्यवस्था बहुत ज्यादा है। लोगों को वहां पर बहुत कष्ट हो रहा है। तमाम लोग मारे गए और उनके लिए एक बाबा कह रहे हैं कि मोक्ष मिल गया। ये इतने संवेदनहीन हो सकते हैं, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता है। (Swami Rupendra Prakash)

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कसा तंज

महाकुंभ को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव ने कहा कि PR बढ़ाने के लिए सरकारी धन का दुरुपयोग किया है। ऐसी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए। 144 साल का उल्लेख ग्रंथों में कहीं नहीं है। कोलकाता के ISF विधायक नौशाद सिद्दीकी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ को मृत्युकुंभ कहा है। हम उनके इन शब्दों का विरोध करते हैं। लाखों-करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज जा रहे हैं, लेकिन महाकुंभ में योगी आदित्यनाथ बेहतर व्यवस्थाएं दे पाने में असफल हुए हैं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हर सरकार की जिम्मेदारी व्यवस्था देना है। महाकुंभ 2025 का आधा हिस्सा आम जनता और बाकी VIP के लिए था। लोग वहां कई सालों से श्रद्धापूर्वक जा रहे हैं, लेकिन इस समय भाजपा ने श्रद्धालुओं को अतिरिक्त प्रोत्साहित किया है, वहां कितनी बार भगदड़ हुई, लेकिन अभी तक सरकार आंकड़े नहीं दे रही है। (Swami Rupendra Prakash)

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