प्राकृतिक आपदाएं लगातार ज्यादा गंभीर होती जा रही: PM नरेंद्र मोदी
PM on International Conference: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा बुनियादी ढांचे पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 2024 के छठे संस्करण को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रकृति और आपदाओं की कोई सीमा नहीं होती। अत्यधिक परस्पर जुड़ी दुनिया में, आपदाएं और व्यवधान व्यापक प्रभाव पैदा करते हैं। विश्व सामूहिक रूप से तभी लचीला हो सकता है जब इसके देश व्यक्तिगत रूप से लचीले हों। साझा जोखिमों के कारण साझा लचीलापन महत्वपूर्ण है। CDRI और यह सम्मेलन हमें इस सामूहिक मिशन के लिए एक साथ आने में मदद करते हैं।
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उन्होंने कहा कि साझा लचीलापन हासिल करने के लिए हमें सबसे कमजोर लोगों का समर्थन करना चाहिए। यह खुशी की बात है कि CDRI का फोकस ग्लोबल साउथ पर है। भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। चर्चा के केंद्र में वित्तपोषण के साथ एक नया आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्य समूह का गठन किया गया। CDRI के विकास के साथ-साथ ऐसे कदम दुनिया को लचीले भविष्य की ओर ले जाएंगे। मुझे यकीन है कि अगले दो दिनों में CDRI पर सार्थक विचार-विमर्श होगा। (PM on International Conference)
#WATCH दिल्ली: PM नरेंद्र मोदी ने कहा, "हम सभी ने देखा है कि प्राकृतिक आपदाएं लगातार और अधिक गंभीर होती जा रही हैं। उनके कारण होने वाली क्षति आमतौर पर डॉलर में बताई जाती है, लेकिन लोगों, परिवारों और समुदायों पर इसका वास्तविक प्रभाव इन आंकड़ों से परे है… बेहतर कल के लिए हमें आज… pic.twitter.com/TbaXdP4aVY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 24, 2024
PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि छोटे द्वीप विकासशील राज्यों (SIDS) में आपदाओं का खतरा अधिक है। CDRI का एक कार्यक्रम है, जो ऐसे 13 स्थानों पर परियोजनाओं को वित्तपोषित कर रहा है। डोमिनिकन गणराज्य में लचीले आवास और पापुआ न्यू गिनी में लचीले परिवहन नेटवर्क ऐसे उदाहरण हैं जो प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों को बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में CDRI की वृद्धि प्रभावशाली रही है। हम 2019 से एक लंबा सफर तय कर चुके हैं… यह अब 39 देशों और 7 संगठनों का वैश्विक गठबंधन है। यह भविष्य के लिए अच्छा संकेत है। (PM on International Conference)
#WATCH दिल्ली: भारत मंडपम में 'आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 2024' को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पिछले कुछ वर्षों में CDRI की वृद्धि प्रभावशाली रही है। हम 2019 से एक लंबा सफर तय कर चुके हैं… यह अब 39 देशों और 7 संगठनों का वैश्विक… pic.twitter.com/y6E1OV4xYB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 24, 2024
PM नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सभी ने देखा है कि प्राकृतिक आपदाएं लगातार और अधिक गंभीर होती जा रही हैं। उनके कारण होने वाली क्षति आमतौर पर डॉलर में बताई जाती है, लेकिन लोगों, परिवारों और समुदायों पर इसका वास्तविक प्रभाव इन आंकड़ों से परे है… बेहतर कल के लिए हमें आज लचीले बुनियादी ढांचे में निवेश करना चाहिए। लचीलेपन को नए बुनियादी ढांचे के निर्माण में शामिल करने की जरूरत है। आपदा के बाद स्वाभाविक रूप से राहत और पुनर्वास पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। (PM on International Conference)
Sharing my remarks at the International Conference on Disaster Resilient Infrastructure.https://t.co/wqYNarb3x4
— Narendra Modi (@narendramodi) April 24, 2024