हिमाचल में कुदरत का कहर जारी, बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड से अब तक 330 लोगों की मौत

Himachal Disaster: हिमाचल प्रदेश में कुदरत का कहर जारी है। प्रदेश में बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड से जुड़ी घटनाओं में 330 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि इस मानसून सीजन के 55 दिनों में 113 बार लैंडस्लाइड हुई, जिसे राज्य सरकार ने स्टेट डिजास्टर घोषित करने का फैसला लिया है, जिसकी घोषणा भी कर दी गई है। स्टेट डिजास्टर घोषित होने के बाद प्रदेश में राहत और बचाव कार्य में तेजी आ सकेगी। सरकार ज्यादा फोकस के साथ तबाह हुए इन्फ्रास्ट्रक्चर को दोबारा बनाने की दिशा में काम करेगी। इसके लिए सरकार को अतिरिक्त फंड का भी प्रावधान करना होगा।

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जानकारी के मुताबिक हिमाचल में लैंडस्लाइड संभावित क्षेत्र बढ़कर 17 हजार 120 हो गए हैं। इनमें भी 675 के किनारे इंसानी बस्तियां हैं। शिमला में कई सरकारी भवन भूस्खलन के खतरे की जद में हैं। हिमाचल में 68 सुरंगें बन रही हैं। इनमें 11 बन चुकी हैं, 27 निर्माणाधीन हैं और 30 विस्तृत परियोजना की रिपोर्ट तैयार हो रही हैं। इनमें कई प्रोजेक्ट केंद्र के हैं। इससे राज्य में भूस्खलन के जोखिम वाले क्षेत्र बढ़ेंगे। इधर, मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश की संभावना जताई है। (Himachal Disaster)

वहीं महाराष्ट्र, बिहार, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और कर्नाटक में मध्यम बारिश हो सकती है। हिमाचल में हुई बारिश से पंजाब के 7 जिले बाढ़ की चपेट में है। इनमें होशियारपुर, रोपड़, तरनतारन, कपूरथला, अमृतसर, फिरोजपुर और गुरदासपुर बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें से गुरदासपुर की हालत सबसे अधिक नाजुक बनी हुई है। इससे अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 5 हजार लोगों​ का रेस्क्यू किया गया है। देहरादून में लोग लैंडस्लाइड संभावित इलाकों से अपने घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। (Himachal Disaster)

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