Bhartiya Nagrik: रोज 350 से ज्यादा लोग छोड़ रहे देश, जानिए क्या है वजह

Bhartiya Nagrik: देश में 3 साल के अंदर 3 लाख 92 हजार भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी है, जिनमें सबसे ज्यादा 1 लाख 70 हजार 795 लोगों ने अमेरिका की नागरिकता ली। दरअसल, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के हवाले से लोकसभा में ये जानकारी दी है, जिसके मुताबिक भारतीयों ने 120 देशों की नागरिकता ली है। बसपा सांसद हाजी फजलुर रहमान के सवाल के जवाब में राय ने बताया कि 2019, 2020 और 2021 में 3 लाख 92 हजार 643 भारतीयों ने नागिरकता छोड़ी है। आंकड़ों के मुताबिक 2019 के बाद सबसे ज्यादा 1 लाख 63 हजार 370 लाख लोगों ने भारतीय नागरिकता छोड़ी। तीन साल में नागरिकता छोड़ने वालों की बात करें तो रोज 358 लोगों ने नागरिकता छोड़ी है।

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वहीं साल 2021 में रोज औसतन 447 भारतीयों ने नागरिकता छोड़ी है। बता दें कि अमेरिका ने 2019 में 61 हजार 683, साल 2020 में 30 हजार 828 और 2021 में 78 हजार 284 भारतीयों को नागरिकता दी। इधर, चीन के 10 हजार रईस देश छोड़ना चाहते हैं। इनकी कुल संपत्ति 3.84 लाख करोड़ रुपए हैं। इनमें शंघाई के बड़े होटल-रेस्तरां कारोबारी हैरी हू भी हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक हू पूरी संपत्ति लेकर चीन से जाना चाहते हैं, क्योंकि वे सख्त लॉकडाउन और आर्थिक बदहाली से परेशान हैं। भारत सरकार का तर्क था कि य़े लोग निजी कारणों के चलते देश छेड़कर गए हैं। (Bhartiya Nagrik)

अलग-अलग कारणों से देश छोड़ रहे भारतीय

गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि 64 हजार 71 लोग कनाड़ा के नागरिक बन गए। वहीं 58 हजार 391 लोगों ने ऑस्ट्रेलिया, 35 हजार 435 लोगों ने UK, 12131 लोगों ने इटली और 8 हजार 882 लोगों ने न्यूजीलैंड की नागरिकता ली है। जबकि 7 हजार 46 लोग सिंगापुर, 6 हजार 690 लोग जर्मनी, 3 हजार 754 लोग स्वीडन और 48 लोग पाकिस्तान के नागरिक बन गए हैं। भारत छोड़ने वालों में से 48 लोग पाकिस्तान भी शिफ्ट हुए हैं। जबकि 5 हजार 220 लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने पिछले 5 साल में अपना देश छोड़कर भारत की नागरिकता ली है। इनमें 87% यानी 4552 लोग तो सिर्फ पाकिस्तान से ही आए हैं। बांग्लादेश से 2% लोग भारत शिफ्ट हो चुके हैं, जिसके पीछे अलग-अलग कारण बताए गए हैं। (Bhartiya Nagrik)

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