Bhishan Garmi: गर्मी से कई देशों का हाल हुआ बेहाल, 1700 से ज्यादा लोगों की मौत

Bhishan Garmi: एक ओर भारत के कई राज्यों में बारिश ने कहर बरपा रखा है। वहीं दूसरी ओर यूरोप समेत 7 देश भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं। ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार पारा 40 डिग्री के पार पहुंच गया है, जिससे पहले आखिरी बार 2019 में तापमान 39.1 डिग्री दर्ज किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक पुर्तगाल, फ्रांस, इटली, स्पेन और ग्रीस में गर्मी लगातार कहर बरपा रही है। बताया जा रहा है कि जंगल की आग काबू में नहीं आ रही है। इससे लगातार गर्मी बढ़ रही है। एक हफ्ते में स्पेन और पुर्तगाल में 1700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं ब्रिटेन में गर्मी से सड़कों पर डामर पिघल गया। स्कूल बंद कर दिए गए हैं। देश एक तरह से ठप है। ब्रिटेन के लिंकनशायर और हीथ्रो एयरपोर्ट पर भी मंगलवार को 40 डिग्री से ज्यादा तापमान दर्ज किया गया।

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जानकारी के मुताबिक 30 से ज्यादा जगहों पर तापमान 38.7 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने राजधानी लंदन समेत मध्य, उत्तरी और दक्षिण-पूर्वी इंग्लैंड के इलाकों में हीटवेव के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। मेनचेस्टर में तापमान बढ़ने से सड़कों का डामर पिघल गया। लोगों को ड्राइविंग और पैदल चलने में भी परेशानी हुई। लंदन के कई इलाकों में ट्रेन सर्विस प्रभावित हुई है। मिडिलैंड्स रेलवे ने लोगों से घरों में रहने की अपील की। अलर्ट में कहा गया है कि ट्रैक हवा की तुलना में 20 डिग्री ज्‍यादा गर्म होते हैं। तापमान बढ़ा तो फिर ये ट्रैक पिचक और झुक जाएंगे। लंदन में ट्रेनें 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती हैं। दो दिन में यहां हीटवेव से जुड़ी घटनाओं में 10 लोगों की मौत हुई। (Bhishan Garmi)

70 हजार हेक्टेयर जंगल खाक

बताया जा रहा है कि फायर बिग्रेड की टीम को कई जगह से आग लगने की जानकारी मिली। पूर्वी लंदन का वेनिंगटन में भीषण आग लगी। यहां कई घर जलकर खाक हो गए। ल्‍यूटॉन एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशन रनवे के मरम्मत के बाद मंगलवार को फिर शुरू हो गया। वेनिंगटन के जंगल में लगी आग रिहायशी इलाकों तक पहुंच गई। स्पेन में हीटवेव से राहत नहीं मिल पा रही है। इसकी वजह से 36 जगहों पर जंगल की आग धधक रही है। 70 हजार हेक्टेयर जंगल खाक हो चुका है। करीब 13 हजार लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ा है। दक्षिण-पश्चिमी स्पेन में पारा 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर और देश के बाकी हिस्सों में 40 डिग्री तक जा चुका है। स्पेन में बढ़ती गर्मी की वजह से 10 से 17 जुलाई के बीच 678 लोगों की मौत हो चुकी है। (Bhishan Garmi)

लगातार बढ़ रही जंगलों में आग की घटनाएं

हीटवेव की वजह से स्पेन की जंगलों में आग की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। 36 जगहों पर जंगल की आग धधक रही है। 70 हजार हेक्टेयर जंगल खाक हो चुका है। स्पेन में जंगल की आग से 70 हजार हेक्टेयर जमीन बर्बाद हो चुकी है। हीटवेव से 510 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पुर्तगाल में भी हालात अलग नहीं हैं। यहां भी हीटवेव का कहर है। इसकी वजह से ही जंगल में आग लगी और करीब 160 लोग घायल हो गए। सैकड़ों लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। पुर्तगाल में 2017 के बाद ऐसे गंभीर हालात बने हैं। यहां 17 जुलाई को आग पर काबू पाने में जुटा एक फायर फाइटिंग प्लेन क्रैश हो गया था। इस दौरान पायलट की मौत हो गई थी। पुर्तगाल में तपमान बढ़ने के वजह से 7 से 18 जुलाई के बीच 1 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि बुधवार को यहां हीटवेव से कुछ राहत मिली, क्योंकि टेम्परेचर कम हुआ। (Bhishan Garmi)

जंगल में फंसे 12 हजार लोगों का रेस्क्यू

जंगल की आग के चलते पुर्तगाल में 30 हजार लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित जगहों की तरफ जाना पड़ा है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में मंगलवार को तापमान बढ़कर 40.5 डिग्री सेल्सियस हो गया। नेशनल वेदर फोरकास्टर के मुताबिक, इससे पहले शहर में 40 डिग्री के ऊपर पारा सिर्फ दो बार ही गया है। पहली बार 1947 में और दूसरी बार 2019 में। रिकॉर्ड तोड़ तापमान से फ्रांस के 22 हजार एकड़ में फैले जंगल में आग लग गई। आग लगने के बाद जंगल में फंसे 12 हजार लोगों को बचाया गया। 3 हजार से ज्यादा फायरफाइटर्स आग बुझाने में जुटे हुए हैं। फ्रांस में गंभीर हालात को देखते हुए हजारों लोगों को उनके घरों से निकलने के निर्देश दिए गए हैं। कई जगहों पर रेस्क्यू टीम लोगों को निकालने में जुटी है।

40 डिग्री के पार तापमान दर्ज

इधर, दक्षिण-पश्चिमी फ्रांस के गिरोंडे क्षेत्र में आग लगने के कारण 31 हजार से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ा। अमेरिका के नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि अमेरिका के कुल आबादी के 25 फीसदी यानी 8 करोड़ लोग भीषण गर्मी के चपेट में आ सकते है। टेक्सास, लॉस एंजेलिस, ओकलाहोमा और मिसीसिपी जैसे अमेरिकी शहरों में 40-50 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने का अनुमान है। मौसम को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जताई है। संगठन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि जंगल की आग और हीटवेव के चलते आधी मानवता ही सामूहिक आत्महत्या के मुहाने पर पहुंच गई है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के सैटेलाइट ने 13 जुलाई को धरती के ज्यादातर हिस्सों में हीटवेव की वजह से 40 डिग्री के पार तापमान रिकॉर्ड किया। बता दें कि लगातार बदलते वक्त के साथ मौसम में भी परिवर्तन देखने को मिल रहा है। कहीं गर्मी का तांडव जारी है तो कहीं पानी का।

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