राहुल-प्रियंका की उम्मीदवारी पर सस्पेंस बरकरार, कांग्रेस CEC में नहीं हुआ फैसला, अब खरगे करेंगे फैसला

CEC Meeting: कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति ने शनिवार को अपनी बैठक में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से राहुल गांधी को अमेठी से और प्रियंका गांधी वाड्रा को रायबरेली से लोकसभा उम्मीदवार बनाने का आग्रह किया। इस मसले पर आखिरी फैसला खरगे द्वारा लिया जाएगा। सीईसी सदस्यों ने राहुल-प्रियंका को उतारने की जोरदार वकालत करने के बाद आखिरी फैसला फिलहाल पार्टी अध्यक्ष पर छोड़ दिया है।

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को यूपी की इन दोनों सीटों से उतारने का प्रस्ताव अविनाश पांडे ने रखा। पांडे कांग्रेस के महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी हैं। सूत्रों के मुताबिक, सीईसी की बैठक में उन्होंने कहा कि अगर वे सहमत होते हैं तो राहुल गांधी को अमेठी और प्रियंका गांधी को रायबरेली से लड़ना चाहिए। इस दौरान सोनिया गांधी ने कुछ नहीं कहा।

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अमेठी और रायबरेली दोनों सीटों पर सभी की निगाहें टिकी हैं। कांग्रेस ने अपने पुराने गढ़ों को लेकर अभी तक प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है। अमेठी 2019 तक कांग्रेस की गढ़ थी लेकिन भाजपा की स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी से छीन लिया। वहीं राज्यसभा में जाने के बाद सोनिया गांधी ने रायबरेली सीट खाली कर दी, जिससे अटकलें शुरू हो गईं कि प्रियंका गांधी वाड्रा पारिवारिक सीट से चुनावी शुरुआत कर सकती हैं।

इससे पहले दिन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली सीट के लिए पार्टी के उम्मीदवारों के नाम ‘‘कुछ दिन’’ में घोषित किए जाएंगे। कांग्रेस अध्यक्ष ने अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट से पार्टी के संभावित उम्मीदवारों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘आपको कुछ दिन और इंतजार करना होगा…जब लोगों से मुझे उम्मीदवारों के नाम मिल जाएंगे और मैं अधिसूचना पर हस्ताक्षर कर दूंगा, फिर इसकी घोषणा की जाएगी।’’

खरगे से जब यह पूछा गया कि भाजपा अमेठी के बजाय केरल के वायनाड से चुनाव लड़ने को लेकर राहुल गांधी की आलोचना कर रही है तो उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग निर्वाचन क्षेत्र बदलने के लिए कांग्रेस नेताओं पर सवाल उठा रहे हैं, वे मुझे बताएं कि अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने कितनी बार अपनी सीट बदली थी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वायनाड के लोगों की मांग थी और वह (राहुल) वहां गए। लोगों की मांग पर नेताओं को जाना चाहिए।’ (CEC Meeting)

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस बार रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया और वह राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुईं हैं। उन्होंने दो दशक तक इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। राहुल गांधी 2004 से 2019 तक अमेठी से लोकसभा सदस्य रहे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

ऐसी अटकलें हैं कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा इन सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं, हालांकि पार्टी की ओर से अब तक पुष्टि नहीं की गई है। पिछले दिनों गाजियाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान जब राहुल गांधी से अमेठी से चुनाव लड़ने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह फैसला पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में होगा और पार्टी का जो भी आदेश होगा, वह उसे मानेंगे। राहुल गांधी केरल वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं जहां शुक्रवार को मतदान संपन्न हो गया। (CEC Meeting)

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