छत्तीसगढ़ में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों पर सरकार ने लगाया एस्मा
रायपुर। प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य कर्मचारियों पर एस्मा लगा (ESMA imposed on health workers) दिया है। यानी हड़ताल पर गए कर्मचारियों पर अब नौकरी से निकाले जाने तक की कार्रवाई हो सकती है। पिछले दिनों प्रदेश के स्वास्थ्यकर्मियों ने हड़ताल कर दी थी। हालांकि मंत्री टीएस सिंहदेव के आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने हड़ताल बंद की। मगर संविदा पर काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मी अब भी काम बंद किए हुए हैं।
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मंगलवार की रात सरकार ने एस्मा का आदेश जारी कर दिया। इससे नया रायपुर में आंदोलन पर बैठे संविदा कर्मचारियों का गुस्सा फूटा। कर्मचारी संगठन ने कहा कि संविदा कर्मचारियों के हड़ताल को तोड़ने के लिए सरकार ने एस्मा लागू किया है। इस आदेश के खिलाफ अब संविदाकर्मियों के संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने आज जल सत्याग्रह करने का ऐलान किया है। ये सभी कर्मचारी नवा रायपुर के तूता में अन्य जिलों से भारी संख्या में पहुंचे संविदा कर्मचारियों के साथ जल सत्याग्रह करेंगे। (ESMA imposed on health workers)
इस आदेश को लेकर प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के महामंत्री अश्वनी गुर्देकर ने कहा- छत्तीसगढ़ शासन की ओर से प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल और आंदोलनों के लिए एस्मा लगाया गया है। यह शासन का तानाशाह पूर्ण रवैया है। वैसे ही स्वास्थ्य विभाग का काम हमेशा अनिवार्य सेवा के अंतर्गत आता ही है। इसलिए एस्मा लगाया जाना उतना प्रभावशील नहीं होगा कर्मचारियों को इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है।
क्या है सरकारी आदेश में
राज्य सरकार की ओर से छत्तीसगढ़ अत्यावश्यक सेवा संधारण और विच्छिन्नता निवारण अधिनियम (एस्मा) 1979 की धारा 4 की उपधारा 1 तथा 2 में मिली शक्तियों को प्रयोग में लाते हुए छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से संबद्ध समस्त काम और स्वास्थ्य सुविधाओं की आवश्यक सेवाओं में काम करने से इनकार किए जाने को प्रतिषेध (बैन) कर दिया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
राज्य शासन के गृह विभाग की ओर से मंत्रालय से मंगलवार को जारी आदेश के अनुसार ‘लोक स्वास्थ्य’ (छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग) से संबद्ध समस्त काम और स्वास्थ्य सुविधाओं की अत्यावश्यक सेवाओं में कार्यरत डॉक्टर, नर्स, स्वास्थ्यकर्मी, एम्बुलेंस सेवाओं में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों की ओर से काम करने से इनकार किए जाने को बैन कर दिया है।
जनहित में लेने पड़ते हैं ऐसे फैसले – टीएस सिंहदेव
संविदा कर्मचारियों पर एस्मा लगाए जाने को लेकर उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि, एस्मा लगा हुआ है उसके अंतर्गत कार्रवाई करनी पड़ेगी। जनहित में ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं। (ESMA imposed on health workers)
दरअसल, डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव नई दिल्ली प्रवास से बुधवार को राजधानी रायपुर लौटें। इस दौरान रायपुर एयरपोर्ट पर उप मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से चर्चा की। टीएस सिंहदेव ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से हुए मुलाकात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में हवाई सेवा को लेकर बातचीत हुई है। इसके साथ ही जीएसटी विभाग की हुई बैठक को लेकर भी जानकारी दी है।
सीएम सिंहदेव ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात हुई। उनसे अंबिकापुर हवाई पट्टी को लेकर चर्चा हुई। हवाई पट्टी के संबंध में 67 बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई। कुछ तकनीकी समस्याएं हैं, उसे जल्द दूर किया जायगा। इसके साथ ही बिलासपुर एयरपोर्ट के विस्तार पर भी चर्चा हुई। आर्मी से जमीन वापस मिल गई है। विस्तार के लिए सरकार जल्द प्रस्ताव केंद्र को देगी।
वहीं, प्रदेश के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों पर एस्मा लगाए जाने पर डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि मैं बाहर था, इसकी जानकारी नहीं है। एस्मा लगा हुआ है उसके अंतर्गत कार्रवाई करनी पड़ेगी। जनहित में ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं।